कोर्ट के फैसले में हो रही देरी से परेशान हुई सुशांत की बहन, इस तरह से जाहिर किया अपना गुस्सा
सुशांत सिंह राजपूत मामले में उच्चतम न्यायालय की और से क्या फैसला आता है, इसका हर कोई इंतजार कर रहा है। उच्चतम न्यायालय में रिया चक्रवर्ती की और से याचिका दायर की गई है। जिसमें इस केस को बिहार से मुंबई ट्रांसफर करने की मांग की गई है। साथ में ही मुंबई पुलिस ने ये केस सीबीआई को सौंपने पर कोर्ट में आपत्ति जताई है। ऐसे में हर कोई सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार कर रहा है। सुशांत सिंह राजपूत की बहन श्वेता सिंह कीर्ति ने आज ट्वीट कर सुप्रीम कोर्ट से अनुरोध किया है कि वो जल्द ही अपना फैसला सुना दें।
श्वेता सिंह कीर्ति की और से आज ट्वीट करते हुए लिखा गया है कि सुप्रीम कोर्ट से शीघ्र निर्णय के लिए अनुरोध करती हूं, हम बहुत आशान्वित रहे हैं और धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा कर रहे हैं। हर मिनट देरी से दर्द हो रहा है और दिल टूट रहा है। #CBIForSSR
Requesting for an early decision from the Supreme Court, we have been very hopeful and have been patiently waiting. Every minute of delay is causing pain and heartbreak. #CBIForSSR
— shweta singh kirti (@shwetasinghkirt) August 18, 2020
श्वेता सिंह कीर्ति के अलावा सुशांत सिंह के पिता के वकील की और से भी एक बयान आया था। जिसमें इन्होंने भी कोर्ट की और से जल्द फैसला सुनाया जाने की बात कही थी। विकास सिंह की और से कहा गया था कि सुप्रीम कोर्ट को इस मामले में फैसला देने में ज्यादा समय नहीं लगाना चाहिए। इससे जांच प्रभावित हो रही है। मुझे थोड़ी हैरानी है कि सुप्रीम कोर्ट में इतना समय क्यों लग रहा है। विकास सिंह ने कहा था कि कोर्ट को ये आदेश देना चाहिए था कि पटना पुलिस या CBI जांच करे कम से कम जांच में रूकावट न आए। इसकी वजह से शायद CBI पूरी तरह से जांच में जुटी नहीं है। वहीं सुप्रीम कोर्ट में जब इस मामले की सुनवाई की गई थी। तब भी विकास सिंह ने कोर्ट से कहा था कि वो इस केस पर अपना फैसला जल्द दे दें। क्योंकि देरी होने से सबूत पर फर्क पड़ सकता है।
आपको बता दें की सुशांत सिंह राजपूत की मौत को 2 महीने से अधिक का समय हो चुका है। इस केस को बिहार सरकार की सिफारिश पर सीबीआई को सौंपा जा चुका है। बिहार सरकार ने सुशांत के पिता की और से दर्ज की गई FIR के आधार पर केंद्र सरकार से सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। जिसे केंद्र सरकार ने स्वीकार कर लिया था। लेकिन कोर्ट में रिया ने इस केस को पटना से मुंबई ट्रांसफर करना का अनुरोध किया है। साथ में ही मुंबई पुलिस ने भी कोर्ट से कहा है कि इस केस की सीबीआई जांच की सिफारिश करने का आधिकार महाराष्ट्र सरकार का है। सभी पक्ष सुप्रीम कोर्ट के सामने अपनी दलील रख चुके हैं और अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार है। हर कोई यही उम्मीद कर रहा है कि सुप्रीम कोर्ट सीबीआई जांच के हक में ही अपना फैसला दे और केस मुंबई में ट्रांसफर ना किया जाए। क्योंकि मुंबई पुलिस महाराष्ट्र सरकार के दवाब में काम कर रही है और केस को हल करने की जगह इसे आत्महत्या का मामला बता रही है। अभी तक मुंबई पुलिस की और से FIR तक दर्ज नहीं की गई है।