अगर आपके हाथ के इन 2 जगहों पर है ‘स्वास्तिक’ चिन्ह, तो जानिये क्या है इस का रहस्य !
अक्सर लोग कहते हैं कि हाथों की रेखाओं में ही हमारी किस्मत की लकीरें होती हैं. सामुद्रिक शास्त्र में हाथों की रेखाओं के बारे में सबकुछ लिखा हुआ है. हाथों की रेखाओं में ही हमारे जीवन के बारे में सबकुछ लिखा होता है. ऐसा माना जाता है कि हस्तरेखा शास्त्र के मुताबिक, हमारी हथेली पर कई तरह की रेखाएं और कुछ चिन्ह होते हैं, जो हमारी कामयाबी और भविष्य की झलक देते हैं. हालांकि ये बात भी कही जाती है कि समय के साथ रेखाएं बदलती रहती हैं, इसलिए आंखें मूंद कर इस पर पूरी तरह से विश्वास भी नहीं किया जा सकता.
दरअसल, इंसान की किस्मत उसके हाथों में होती है. पुराणों में भी यही कहा गया है कि अगर इंसान अच्छे कर्म करे, तो उसकी रेखाएं भी धीरे-धीरे बदलने लगती हैं. मगर हाथों पर सिर्फ रेखाएं ही नहीं होतीं, बल्कि कुछ चिन्ह भी होते हैं. इन चिन्हों का एक विशेष महत्व और मतलब होता है, जिससे हमारा जीवन जुड़ा होता है. हस्तरेखा द्वारा बताये गये कई निशान हाथों पर होते हैं, जिनमें से कुछ शुभ होते हैं, तो कुछ अशुभ. आज हम जानते हैं कि आखिर ऐसे कौन से चिन्ह होते हैं शुभ, जो हमारी सफलता को निर्धारित करते हैं. तो चलिये जानते हैं शुभ हस्तचिन्हों के बारे में…
स्वास्तिक का चिह्न :
स्वास्तिक को हिन्दू धर्म में अत्यंत शुभ माना गया है. कई शोध और इतिहास को खंगालने से यह साबित हो चुका है कि स्वास्तिक का प्रयोग सिर्फ हिंदू धर्म में ही नहीं, बल्कि कई अन्य धर्मों में भी होता है. इससे साफ पता चलता है कि स्वास्तिक का चिन्ह कितना महत्वपूर्ण है.
लेकिन यहां सवाल ये है कि हथेली के किस स्थान पर बना ये स्वास्तिक चिन्ह होता है शुभ और इसका कैसा होता है प्रभाव?
दरअसल हस्त रेखा शास्त्र के अनुसार, स्वास्तिक एक ऐसा शुभ चिह्न है, जो हाथ पर कहीं भी बना हो, यह उस व्यक्ति के लिए शुभ ही होता है. मूलत: यह माना जाता है कि स्वास्तिक चिह्न जीवन में धन-दौलत को लाता है, ऐसा इंसान कभी ना कभी धनवान जरूर बनता है.
ऐसा माना जाता है कि हस्त रेखा पर मौजूद ये स्वास्तिक जीवन के एक समय में इतना ज्यादा एक्टिव हो जाता है कि यह इंसान को रातों-रात अमीर बना देता है. इसके अलावा ये चिन्ह धर्म-कर्म, पूजा-पाठ और सामाजिक सेवा में मन लगाए रहता है.
1. भाग्य रेखा पर स्वास्तिक :
अगर भाग्य रेखा पर स्वास्तिक का चिह्न बना हो तो पूछिये ही मत. जिनकी भाग्य रेखा पर ये चिन्ह होता है, वो न सिर्फ प्रतिभावान होते हैं, बल्कि तेज बुद्धि के भी होते हैं. इतना ही नहीं, ऐसे चिन्ह वाले व्यक्ति की सोच भी औरों से एकदम अलग होती है. हमारी हथेली पर बनी भाग्य रेखा हमारे पूरे जीवन को दिखाती है, और इस रेखा पर बना ये स्वास्तिक चिन्ह हमेशा लाभकारी होता है.
2. गुरु पर्वत पर स्वास्तिक :
हमारी हथेली पर एक गुरु पर्वत नामक एक स्थान होता है. ऐसा कहा जाता है कि अगर वहां पर कोई शुभ चिन्ह होता है तो इंसान का जीवन संवर जाता है. इतना ही नहीं, गुरु पर्वत पर बना स्वास्तिक चिह्न इंसान को समाज में प्रतिष्ठा और प्रसिद्धि दिलाता है. जिसकी हथेली पर ये चिन्ह होता है वो आदमी सफलता के रास्ते पर हमेशा के लिए आगे बढ़ता है.
हालांकि कुछ लोगों के हाथ में गुरु पर्वत पर बना स्वास्तिक गहरा होता है, तो कुछ में बस एक निशान दिखता है. जिसके निशान दिखते हैं, उसे अपने कर्मों से उसे गहरा करना होता है. मगर जिनके पहले से ही गहरे हैं, उनकी जिंदगी तो सुखमय ही कटती है.
इसलिए दोस्तों, एक बार अपने हाथों की हथेली को गौर से देखें और पता करें कि आप कितने भाग्यशाली हैं.