बीजेपी में शामिल हुए शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी, कहा-पीएम मोदी की वजह से…
साल 2019 के दिसंबर महीने में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनसीआर) के विरोध में दिल्ली के शाहीन बाग में आंदोलन किया गया था। जो कि कई महीनों तक चला था। इस आंदोलन में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया था और सरकार से नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनसीआर) वापस लेने की मांग की थी। केंद्र सरकार के लाख समझाने के बाद भी ये आंदोलनकारी प्रदर्शन खत्म नहीं कर रहे थे। हालांकि कोरोना वायरस के चलते ये आंदोलन बीच में रुक गया था।
बीजेपी में शामिल हुए प्रदर्शनकारी
इस आंदोलन में शामिल कई प्रदर्शनकारी अब बीजेपी पार्टी में शामिल हो गए हैं। प्रदर्शन में शामिल रहे राष्ट्रीय उलेमा काउंसिल दिल्ली के सचिव एवं सामाजिक कार्यकर्ता शहजाद अली, डॉ. मेहरीन और आम आदमी पार्टी (आप) की कार्यकर्ता तबस्सुम हुसैन सहित शाहीन बाग के कई सारे लोगों ने बीजेपी पार्टी का हाथ थाम लिया है। बीजेपी की और से इन लोगों का अच्छे से स्वागत भी किया गया है।
दिल्ली बीजेपी कार्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम का संयोजन बीजेपी नेता निगहत अब्बास ने किया था। इस कार्यक्रम के दौरान पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू व प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने इन सभी लोगों का स्वागत पार्टी में किया है।
मोदी की वजह से हुए पार्टी में शामिल
पार्टी में शामिल हुए शहजाद अली के अनुसार राजनीतिक दलों ने अपने फायदे के लिए लोगों को सीएए और एनसीआर पर गुमराह किया था और बीजेपी के खिलाफ लोगों को खड़ा किया था। शहजाद ने बीजेपी पार्टी से जुड़ने के बाद कहा कि केंद्र सरकार सबका साथ सबका विकास को आधार मानकर काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों से प्रभावित होकर मैं इस पार्टी में शामिल हो रहा हूं।
आदेश गुप्ता ने इस लोगों के पार्टी में शामिल होने पर कहा कि मोदी सरकार पर हर धर्म के लोग विश्वास करते हैं। केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाएं किसी भी धर्म या जाति पर केंद्रित नहीं होती हैं। सभी को इन योजनाओं का लाभ मिलता है।
लंबे समय तक चला था शाहीनबाग आंदलोन
शाहीन बाग आंदोलन 15 दिसंबर साल 2019 को शुरू हुआ था जो कि मार्च महीने में जाकर खत्म हुआ था। इस आंदोलन के दौरान दिल्ली के लोगों को खासा दिक्कत का सामना करना पड़ा था। क्योंकि आंदोलन करने वाले लोगों ने सड़कों को बंद कर दिया था। इस आंदोलन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में कई सारी याचिकाएं डाली गई थी। जिसपर कोर्ट की और से सुनवाई की जा रही थी। हालांकि इसी बीच मार्च महीने में कोरोना वायरस के कारण पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को आंदोलन करने से रोक दिया था।
दल कर रहे थए गुमराह
अब इस प्रदर्शन में शामिल हुए लोग बीजेपी पार्टी में शामिल हो रहे हैं। इन लोगों के अनुसार कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अन्य दल इनको गुमराह कर रहे थे। जिसकी वजह से वो सीएए और एनसीआर के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। आपको बता दें कि दिल्ली में दंगे इसी आंदोलन के दौरान हुआ था। जिसमें कई लोगों की मौत हो गई थी