सुशांत को इंसाफ दिलाने के लिए सड़क पर उतरी करणी सेना, पुलिस ने अध्यक्ष को किया अरेस्ट
बॉलीवुड के युवा अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड मामले की गुत्थी अभी तक नहीं सुलझ पाई है, जबकि इस प्रकरण को 2 महीने पूरे हो चुके हैं। बहरहाल इस मामले की जांच कौन करेगा, इसको लेकर अभी भी संशय बना हुआ है। क्योकिं सुप्रीम कोर्ट का फैसला आना अभी बाकी है। वहीं दूसरी तरफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) इस मामले की जांच मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से कर रही है, सुशांत की गर्लफ्रेंड रहीं रिया ईडी के सामने दो बार पेश हो चुकी हैं। माना जा रहा है कि अगर आने वाले दिनों में इस केस की जांच सीबीआई करती है, तो रिया को तलब किया जा सकता है। इसी बीच लगातार सीबीआई जांच की मांग उठा रही करणी सेना अब सड़कों पर उतर चुकी है।
गौरतलब है कि सुशांत सुसाइड प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की मांग काफी तेज है, पिछले कई दिनों से इसे लेकर मुहिम चल रही है। सोशल मीडिया से शुरू हुई ये मुहिम अब सड़कों तक पहुंच चुकी है। बता दें कि रविवार को करणी सेना ने पटियाला हाउस कोर्ट से इंडिया गेट तक सुशांत को न्याय दिलाने के लिए मार्च निकाला। लेकिन इस मार्च की अनुमति करणी सेना ने दिल्ली पुलिस से नहीं ली थी, ऐसे में प्रोटेस्ट करने के संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर दिल्ली पुलिस ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरज पाल अम्मू समेत अन्य चार पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है।
बता दें कि पुलिस ने करणी सेना के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष बादल तंवर, प्रदेश इकाई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष धरमपाल राजपूत, प्रदेश प्रवक्त मनीष सिंह राजपूत को गिरफ्तार किया है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि करणी सेना के इन सभी पदाधिकारियों पर एपिडेमिक एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सुशांत के निकाली गई कैंडल मार्च…
मिली जानकारी के अनुसार इस मार्च के लिए करणी सेना ने सोशल मीडिया के जरिए लोगों को आमंत्रण भेजा था। करणी सेना का ये आमंत्रण व्हाट्सएप ग्रुप्स और कई फेसबुक पेज पर काफी तेजी से सर्कुलेट हुआ। बता दें कि इस आह्वान पर सैकड़ों की तादाद में लोग इकट्ठा हुए और सुशांत की तस्वीर के सामने मोमबत्तियां जलाईं। इतना ही नहीं हाथ में कैंडल लिए पटियाला हाउस कोर्ट से इंडिया गेट पहुंचे। मालूम हो कि करणी सेना के तमाम पदाधिकारियों समेत अन्य लोगों के हाथों में बॉलीवुड मुर्दाबाद और सीबीआई जांच की मांग लिखी तख्तियां थीं। इन सभी लोगों ने कोर्ट का एक चक्कर काटा और फिर इंडिया गेट की ओर निकल पड़े। वहीं पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोक दिया।
दिल्ली पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को रोका और पूरे दिल्ली में धारा 144 लगे होने की सूचना दी, इसके बाद लोगों ने वहीं पास के एक पेड़ के चबूतरे पर सुशांत की तस्वीर रखी और मोमबत्तियां जलाईं। दूसरी तरफ पुलिस ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष समेत तमाम पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया। साथ ही वहां मौजूद सैकड़ों की तादाद में प्रदर्शनाकिरयों को खदेड़ दिया गया।
करणी सेना की मांग ‘सुशांत सुसाइड मामले की हो सीबीआई जांच’
अपनी गिरफ्तारी से पहले करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सूरज पाल अम्मू ने कहा था कि भले ही पुलिस जेल भेज दे, लेकिन जब तक सुशांत को इंसाफ नहीं मिल जाता इस तरह के विरोध प्रदर्शन जारी रहेंगे। चलते चलते बता दें कि दिल्ली में प्रदर्शन से पहले बिहार के सीतामढ़ी में करणी सेना ने शिवसेना सांसद संजय राउत और मुंबई के पुलिस कमिश्नर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई थी। मालूम हो कि सुशांत के मौत के बाद से करणी सेना लगातार सक्रिय है।