सुशांत सुसाइड केस में लाल बैग बना मिस्ट्री, हत्या के दिन मौजूद था सुशांत के कमरे में, लेकिन अब
सुशांत राजपूत केस को लेकर सीबीआई ने बयान दर्ज करना शुरू कर दिया है और सीबीआई की एक टीम कल फरीदाबाद सुशांत सिंह राजपूत के पिता, बहन और जीजा का बयान दर्ज करने पहुंची थी। वहीं इस केस को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। अब कहा जा रहा है कि जिस समय सुशांत ने आत्महत्या की थी, उस दौरान उनके घर में एक लाल रंग का बैग था। ये बैग किसका था? अब ये एक रहस्य बन गया है। सुशांत के दोस्त अंकित का दावा है कि सुशांत के घर पुलिस को एक लाल रंग का बैग मिला था। अंकित के अनुसार सुशांत लेदर के बैग का इस्तेमाल करते थे। उनके पास लाल रंग का कोई भी बैग नहीं था। ऐसे में ये बैग किसका था और कैसे सुशांत के घर आया इसको लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
मुंबई पुलिस के पास हैं कई सारे सबूत
सुशांत सिंह ने जिस दिन आत्महत्या की थी। उस दौरान उनके घर से क्या-क्या सामान मिला था, इसकी जानकारी केवल मुंबई पुलिस के पास ही है। लेकिन मुंबई पुलिस ये जानकारी किसी के साथ साझा नहीं कर रही है। दरअसल सुशांत केस की जांच बिहार पुलिस कर रही थी। वहीं जब बिहार पुलिस की टीम ने मुंबई पुलिस से घटना के बाद बरामद सामान की सूची मांगी थी। तो मुंबई पुलिस ने सूची देने से मना कर दिया था। मुंबई पुलिस ने ये कहते हुए बिहार पुलिस टीम को सूची नहीं सौंपी थी कि ये केस उनके आधिकार क्षेत्र में नहीं आता है।
महाराष्ट्र सरकार की हो रही है निंदा
इस केस को लेकर मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार की खूब निंदा की जा रही है। मुंबई पुलिस ने इस मामले में अभी तक एक भी केस दर्ज नहीं किया है और इस मामले को आत्महत्या का मामला ही बता रही है। जबकि बिहार पुलिस ने जो जांच मुंबई में जाकर की थी। उसमें पाया था कि रिया ने सुशांत को खूब लूटा था।
बिहार पुलिस को मुंबई पुलिस ने सही से जांच नहीं करने दी और इस केस से जुड़े कोई भी कागजात बिहार पुलिस को नहीं सौंपे। मुंबई पुलिस ने हर वो कोशिश की जिससे की बिहार पुलिस इस केस की जांच नहीं कर पाए।
सीबीआई जांच पर जताई आपत्ति
मुंबई पुलिस का ये रैवया देखते हुए सुशांत के पिता केके सिंह ने बिहार सरकार से सीबीआई जांच की मांग की थी। जिसके बाद बिहार सरकार ने केंद्र सरकार से सीबीआई जांच की सिफारिश की थी और केंद्र सरकार ने इस सिफारिश को मान लिया था। वहीं ये केस सीबीआई को सौंपने से महाराष्ट्र सरकार और मुंबई पुलिस ने आपत्ति जताई है।
मुंबई पुलिस की और से सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दिया गया है। जिसमें पुलिस ने कहा है कि मुंबई में राज्य सरकार की सहमति के बिना सीबीआई जांच नहीं कर सकती है। अगर सुशांत के पिता ने मुंबई पुलिस से संपर्क किया होता तो एफआईआर दर्ज की जाती। इस हलफनामें से साफ पता चलता है कि मुंबई पुलिस किसी भी हालात में इस केस की सीबीआई जांच नहीं चाहती है।