अमित शाह का मास्टर स्ट्रोक: जिस IPS विनय तिवारी को जांच से रोका, उन्हें डेपुटेशन पर भेजा CBI
बिहार के आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी, जो कि बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच करने के लिए बिहार पुलिस की ओर से मुंबई गए थे और जिन्हें बृहनमुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) ने क्वारंटाइन कर दिया था, वे अब सीबीआई में डेपुटेशन पर पहुंचकर सुशांत सिंह राजपूत के मौत के मामले की जांच करने जा रहे हैं।
अमित शाह कर रहे विचार
सूत्रों की मानें तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस पर विचार कर रहे हैं। वे विनय तिवारी को डेपुटेशन पर सीबीआई में भेजने की सोच रहे हैं। यही नहीं, सीबीआई की जो टीम वर्तमान में सुशांत सिंह राजपूत के मौत के मामले की जांच कर रही है, इस बात की संभावना है कि विनय तिवारी उसका नेतृत्व कर सकते हैं। भले ही अभी तक आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि नहीं की गई है कि विनय तिवारी सीबीआई में जा रहे हैं या नहीं, लेकिन इंटरनेट पर इसे लेकर चर्चा का दौर शुरू हो गया है। सोशल मीडिया में लोगों ने इस पर यकीन करना शुरू कर दिया है।
करना पड़ा था रिहा
गौरतलब है कि आईपीएस अधिकारी विनय तिवारी जब सुशांत की मौत के मामले की जांच करने के लिए मुंबई पहुंचे थे तो वहां बीएमसी के अधिकारियों ने कोरोना नियमों का हवाला देते हुए उन्हें क्वारंटाइन कर दिया था। हालांकि हंगामा होने के बाद और सुप्रीम कोर्ट से फटकार लगने के बाद बीएमसी ने विनय तिवारी को रिहा कर दिया। इसके बाद विनय तिवारी ने कहा था कि बीएमसी ने उन्हें नहीं, बल्कि सुशांत सिंह राजपूत मामले की जांच को क्वारंटाइन किया था।
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले में तब एक नया मोड़ आ गया था, जब सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना में इसे लेकर एफआईआर दर्ज करवा दी थी। इसके बाद बिहार पुलिस के चार अधिकारियों को जांच के लिए मुंबई भेजा गया था। मुंबई में बिहार के इन पुलिस अधिकारियों को अपेक्षित सहयोग न मिलता देख बिहार पुलिस की ओर से आईपीएस विनय तिवारी को इन चारों अधिकारियों की टीम का नेतृत्व करने के लिए मुंबई रवाना कर दिया गया था।
मुंबई पहुंचने के बाद उसी रात विनय तिवारी को बीएमसी अधिकारियों ने पकड़कर अपराधी की तरह उनके हाथों पर क्वारंटाइन का मुहर लगा दिया था और उन्हें क्वारंटाइन में डाल दिया गया था। बीएमसी के इस कदम की देशभर में आलोचना हुई थी। यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इसके लिए महाराष्ट्र सरकार को फटकार लगाई थी।
छा गए सोशल मीडिया में
आईपीएस विनय तिवारी को क्वारंटाइन से आजाद किए जाने के बाद सोशल मीडिया में विनय तिवारी हीरो की तरह सामने आए हैं। अब विनय तिवारी को लेकर सोशल मीडिया में ये खबरें तेजी से वायरल हो रही हैं कि उन्हें सुशांत मामले की जांच के लिए ही डेपुटेशन पर सीबीआई में भेजा जा रहा है।
आधिकारिक तौर पर यदि विनय तिवारी के सीबीआई में जाने की पुष्टि हो जाती है और सुशांत मामले की जांच का जिम्मा विनय तिवारी संभाल लेते हैं तो निश्चित तौर पर यह बीएमसी और महाराष्ट्र सरकार के मुंह पर एक बड़ा तमाचा होगा, क्योंकि उन्होंने आईपीएस विनय तिवारी को जांच से रोकने की हरसंभव कोशिश की थी।
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