मुख्तार अंसारी के शूटर हनुमान के एनकाउंटर को पिता ने बताया फर्जी, कहा – घर से ले जा कर मारा
रविवार को लखनऊ में बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड के आरोपी राकेश पांडेय उर्फ हनुमान को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। राकेश पांडेय मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी का करीबी हुआ करता था। वहीं मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद से ये मुख्तार अंसारी गैंग का बड़ा शूटर बन गया था। इस पर पुलिस ने एक लाख का इनाम रखा हुआ था और इसकी तलाश पुलिस लंबे समय से कर रही थी। वहीं राकेश पांडेय का आज सुबह एनकाउंटर कर दिया गया है। इस पर कई सारे केस दर्ज थे।
पिता ने पुलिस पर उठाए सवाल
राकेश पांडेय के एनकाउंटर पर उनके पिता ने सवाल खड़े किए हैं। राकेश पांडेय के पिता व आर्मी से सेवानिवृत्त बालदत्त पांडेय के अनुसार उनके बेटे को पुलिस ने लखनऊ स्थित आवास से शनिवार की रात तीन बजे उठाया था और उसका झूठा एनकाउंटर कर दिया। बालदत्त पांडेय ने यूपी एसटीएफ पर सवाल खड़े किए हैं। बालदत्त पांडेय का कहना है कि उनका बेटा अपनी मां का लखनऊ में इलाज करा रहा था। इसी को लेकर आता जाता रहत था। एक लाख का इनाम उसपर कब घोषित हुआ। ये उन्हें नहीं पता था। वहीं ज्यादातर केस से वो बरी हो गया था और बाहर था। वहीं हनुमान पांडेय की पत्नी सरोजलता और बेटे रोशन पांडेय को जब इस घटना की सूचना मिली तो ये हैरान रहे गए। इनका रो रोकर बुरा हाल है। हनुमान पांडेय की पत्नी सरोजलता आंगनबाड़ी कार्यकर्ता है और कोपागंज थाना क्षेत्र के लिलारी भरौली में रहती हैं।
लंबे समय से कर रही थी पुलिस दबिश
राकेश पांडेय उर्फ हनुमान की तलाश यूपी पुलिस कई जगहों पर कर रही थी। लेकिन ये पुलिस के हाथ नहीं लग पा रहा था। बताया जा रहा है कि जिला पुलिस ने वर्ष 2005 में कुख्यात हनुमान और उसकी पत्नी सरोजलता पांडेय पर केस दर्ज किया था। इसकी पत्नी पर आरोप था कि उसने पति हनुमान की अपराधिक गतिविधियों को छुपा था। इसके बाद से हनुमान की तलाश की जा रही थी और साथ में ही पुलिस ने हनुमान पर एक लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया था। लेकिन ये मिला नहीं रहा था।
एक दर्जन से भी हैं केस दर्ज
हनुमान पर एक दर्ज से भी अधिक केस दर्ज हैं। ये गाजीपुर बीजेपी विधायक कृष्णा नंद और मऊ में ठेकेदार मुनीम राम सिंह मौर्य की हत्या के बाद से सुर्खियों में आया था। वहीं हाल में ही कृष्णानंद हत्याकांड में मुख्तार समेत हनुमान और अन्य कई आरोपी बरी हो गए थे। ये मुनीम हत्याकांड में भी बरी हो गया था। लेकिन अभी भी कई केस इसपर चल रहे थे। इसपर ठेकेदार मुनीम राम सिंह मौर्य व सिपाही सतीश के हत्या का मामला एमपी व एमएलए कोर्ट में चल रहा है। इसी बीच पुलिस ने इसका एनकाउंटर कर दिया है।
गौरतलब है कि यूपी पुलिस अपने राज्यों के सभी बदमाशों का एनकाउंटर करने में लगी हुई है। हाल ही में यूपी पुलिस ने कानपुर कांड के ज्यादातर आरोपियों का भी एनकाउंटर कर दिया था। जिसमें से विकास दुबे भी एक था।