मंदिर भूमि पूजन से पहले ओवैसी ने फिर उगला जहर, कहा- बाबरी मस्जिद थी और रहेगी
अयोध्या में आज राम मंदिर भूमि पूजन किया जा रहा है, जिसके बाद राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। वहीं भूमि पूजन शुरू होने से कुछ घंटे पहले AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने विवादित बयान देते हुए जहर उगला है। असदुद्दीन ओवैसी ने अयोध्या में बन रहे मंदिर पर नाराजगी जताई है और ट्वीट कर बाबरी मस्जिद को याद किया है।
क्या लिखा ट्वीट में
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि बाबरी मस्जिद थी, है और रहेगी इंशा अल्लाह। असदुद्दीन ओवैसी के अलावा ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) की और से भी इस मसले पर एक ट्वीट किया गया है और इन्होंने लिखा है कि ‘बाबरी मस्जिद थी और हमेशा एक मस्जिद रहेगी। तुर्की की हागिया सोफिया मस्जिद हमारे लिए एक बेहतरीन उदाहरण है। अन्यायपूर्ण, दमनकारी, शर्मनाक और बहुसंख्यक तुष्टिकरण के आधार पर भूमि का पुनर्निर्धारण निर्णय इसे बदल नहीं सकता है। दिल टूटने की जरूरत नहीं है। स्थिति हमेशा के लिए नहीं रहती है।’
#BabriMasjid was and will always be a Masjid. #HagiaSophia is a great example for us. Usurpation of the land by an unjust, oppressive, shameful and majority appeasing judgment can’t change it’s status. No need to be heartbroken. Situations don’t last forever.#ItsPolitics pic.twitter.com/nTOig7Mjx6
— All India Muslim Personal Law Board (@AIMPLB_Official) August 4, 2020
#BabriMasjid thi, hai aur rahegi inshallah #BabriZindaHai pic.twitter.com/RIhWyUjcYT
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 5, 2020
गौरतलब है कि ये पहली बार नही हैं जब असदुद्दीन ओवैसी की और से इस तरह का बयान आया हो। इससे पहले भी ये अलग-अलग मौके पर इस तरह के बयान देते हुए नजर आए हैं। ये हमेशा से राम मंदिर वाली जगह को बाबरी मस्जिद की जगह बताते आए हैं। इनका कहना है कि एक बार जहां पर मस्जिद तामीर हो जाती है। वो हमेशा मस्जिद ही रहती है और उसमें बदलाव नहीं लाया जा सकता। वहीं सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी इन्होंने सवाल खड़े किए थे और इन्होंने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कहा था कि ये फैसला बहुसंख्यकों को खुश करने के लिए दिया गया था।
वहीं जब से मंदिर भूमि पूजन की तारीख तय की गई है, तब से ये रोज कोई ना कोई विवाद वाला बयान दे रहे हैं। इतना ही नहीं इन्होंने तो पीएम मोदी को इस कार्यक्रम में शामिल न होने की सलाह भी दी थी। ओवैसी के तर्क देते हुए कहा था कि भारत एक सेक्युलर देश है और यहां पर संवैधानिक पद पर बैठा कोई भी व्यक्ति किसी भी धार्मिक कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सकता। ऐसा करने से देश का संविधान खतरे में पड़ जाएगा।
आज हो रहा है भूमि पूजन
राम मंदिर का भूमि पूजन आज किया जा रहा है। तय कार्यक्रम के अनुसार आज पीएम मोदी इस मंदिर की नींव रख दें। जिसके बाद मंदिर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। भूमि पूजन कार्यक्रम में कई सारे लोगों को भी बुलाया गया है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए 175 लोगों को न्यौता भेजा गया है। वहीं मुख्य मंच पर केवल पांच लोग मौजूद रहेंगे। जो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास होंगे। जबकि अन्य लोगों के लिए मंच के नीचे बैठने की व्यवस्था की गई है। भूमि पूजन कार्यक्रम में देश के गृह मंत्री अमित शाह को भी शामिल होने था। लेकिन कोरोना होने की वजह से वो इस कार्यक्रम में नहीं आ सके।