पुलिस के हत्थे चढ़ा 50 हज़ार का इनामी विकास दुबे का एक और साथी, बिकरू कांड के बाद से था फरार
विकास दुबे के एक और साथी को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसका नाम राम सिंह यादव बताया जा रहा है। पुलिस के अनुसार राम सिंह यादव भी बिकरू कांड का आरोपी है और इसने भी विकास के साथ मिलकर पुलिस वालों पर गोलियां बरसाई थी। लंबे दिनों से पुलिस इसकी तलाश कर रही थी और अब इसे पकड़ लिया गया है। यूपी एसटीएफ ने रविवार को राम सिंह यादव को पकड़ा है। ये 2 जुलाई की रात से फरार था।
रखा था 50 हजार का इनाम
आरोपी राम सिंह यादव के ऊपर यूपी पुलिस ने 50 हजार का इनाम रखा था। वहीं इसे गिरफ्तार किए जाने के बाद आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि राम सिंह यादव पुत्र छोटेलाल निवासी चौबेपुर को एसटीएफ टीम ने गिरफ्तार किया है। इसके खिलाफ काफी सारे मामले पहले से ही दर्ज हैं। आरोपित राम सिंह यादव गैंगस्टर विकास दुबे के खास शूटरों में शामिल था। ये चौबेपुर थाना क्षेत्र के मदारी पुरवा का रहने वाला था। राम सिंह यादव भी कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की जघन्य हत्याकांड का आरोपी है। ये इस कांड के बाद से फरार चल रहा था और लंबे समय से इसे खोजा जा रहा था।
भाई भी था विकास के गिरोह में शामिल
राम सिंह यादव का भाई शिव सिंह भी विकास के गिरोह का सदस्य हुआ करता था। शिव सिंह पर डेढ़ दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज थे। हालांकि एक सड़क हादसे में उसकी मृत्यु हो गई थी।
गौरतलब है कि 2 जुलाई की रात बिकरू गांव में विकास दुबे और उसके साथियों ने पुलिस पर हमला कर दिया था। ये हमला उस समय हुआ था जब पुलिस की एक टीम विकास दुबे को पकड़ने के लिए बिकरू गांव आई थी। पुलिस के बिकरू में आते ही विकास ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनपर गोलियां बरसाना शुरू कर दिया था। इस दौरान 8 पुलिस वाले शहीद हो गए थे। वहीं इस कांड को अंजाम देकर विकास दुबे और उसके सभी साथी फरार हो गए थे। यूपी पुलिस 3 जुलाई से इन सबकी तलाश में लगी हुई है और इन सब पर इनाम भी रखा गया है। विकास को उज्जैन से पकड़ा गया था और इसपर एक लाख का इनाम था। वहीं कानपुर लाते समय विकास दुबे ने भागने की कोशिश की थी। जिसमें इसका एनकाउंटर कर दिया गया था। विकास दुबे को मारने के बाद से पुलिस इसके अन्य साथियों की तलाश में भी जुटी हुई थी। जिसमें से राम सिंह भी एक था। राम सिंह पर आरोप है कि इसने भी उस रात पुलिस वालों की हत्या की थी और वहां से फरार हो गया था।
राम सिंह से पहले पुलिस इस हत्याकांड में शामिल और बदमाशों को भी पकड़ चुकी है। जबकि कुछ बदमाशों का एनकाउंटर कर दिया गया है। वहीं अभी भी कुछ बदमाश पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। जिन्हें पकड़ने में पुलिस लगी हुई है।