दर्दरहित मौत के बारे में सर्च करते थे सुशांत, मुंबई पुलिस कमिश्नर का बड़ा खुलासा
बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के मामले की जांच को लेकर इस वक्त बिहार पुलिस और मुंबई पुलिस आमने-सामने हो गई है। बिहार पुलिस के अधिकारी मुंबई जांच करने के लिए पहुंचे हुए हैं। उन्हें किसी-न-किसी बहाने जांच से रोकने की कोशिश करती मुंबई पुलिस दिख रही है।
करते थे इन्हें गूगल सर्च
मुंबई के पुलिस कमिश्नर परबीर सिंह ने इसे लेकर बताया है कि मुंबई पुलिस की ओर से मामले की गहनता से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत मरने से पहले गूगल में दर्दरहित मौत के बारे में सर्च कर रहे थे। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक सुशांत सिंह राजपूत अपने नाम से जुड़े हुए आर्टिकल्स ढूंढते थे। सुशांत पेनलेस डेथ (दर्द रहित मौत) के साथ सिजोफ्रेनिया और बाइपोलर डिसऑर्डर जैसी बीमारियों के बारे में भी गूगल सर्च करते थे।
क्या हुआ उस दिन?
पुलिस कमिश्नर ने बताया है कि उन्हें 14 जून को जब सुशांत की आत्महत्या की खबर मिली तो इसके बाद पुलिस उनके फ्लैट पर जांच करने के लिए पहुंची। यहां पहुंचने पर उन्होंने पाया कि सुशांत की बॉडी उतारकर पलंग पर रखी हुई है। पुलिस कमिश्नर के मुताबिक उन्होंने वहां मौजूद सभी लोगों का बयान दर्ज किया। फिर पंचनामा भी किया गया। ताला तोड़ने वाले का भी बयान पुलिस ने इस दौरान दर्ज किया था। परबीर सिंह ने बताया कि उन्होंने 15 जून को फॉरेंसिक जांच की थी।
पुलिस कमिश्नर के अनुसार 56 लोगों से इस मामले में पूछताछ की गई है। साथ ही फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन को भी पुलिस ने खंगाला है। पुलिस हरसंभव एंगल से मामले की जांच करने में जुटी हुई है। मुंबई के पुलिस कमिश्नर ने यह भी बताया कि सुशांत के परिवार वालों का बयान पुलिस ने 16 जून को दर्ज किया था। उस दिन किसी ने भी किसी पर कोई शक नहीं जताया था। उनके पास वह बयान मौजूद है, जो सुशांत सिंह के पिता ने दिया था।
परबीर सिंह ने कहा है कि सुशांत के जीजा ओपी सिंह के सामने सभी बयान दर्ज किए गए थे। जितने भी बयान हैं, इन पर सभी के हस्ताक्षर भी मौजूद हैं। इसके अलावा 13 और 14 जून का सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने निकाला है। उनकी जांच में पता चला है कि किसी तरह की कोई पार्टी आयोजित नहीं हुई थी। पुलिस कमिश्नर ने बताया कि 8 से 9 जून की रात को दिशा सालियान अपनी दोस्त के साथ मौजूद थी। उसी दौरान उसने दरवाजा बंद कर लिया था और इसके बाद उसकी लाश बिल्डिंग के नीचे मिली थी। दिशा के परिवार वालों ने किसी पर शक नहीं जताया है।
खाते की जांच
परबीर सिंह के मुताबिक सुशांत के खाते में 18 करोड़ रुपये मौजूद थे। इनमें से 4.5 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। रिया चक्रवर्ती के खाते में कोई पैसा ट्रांसफर नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि जनवरी, 2019 से जून, 2020 तक के सभी बैंक स्टेटमेंट की जांच के बाद पाया गया कि लगभग 14.5 करोड़ रुपये उनके खाते में क्रेडिट हुए थे। इसके अलावा 4 करोड़ रुपए का फिक्स डिपोजिट भी था। इन पैसों के ट्रांजेक्शन की जांच चल रही है।
मुंबई के पुलिस कमिश्नर ने यह भी कहा कि बिहार पुलिस को यहां जांच करने का किसी तरह का कोई अधिकार नहीं है। बिहार पुलिस मामले की जांच कर सकती है या नहीं, इस मामले पर हम फिलहाल कानूनी सलाह ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुशांत के परिवार वालों की ओर से किसी पर इस मामले में कोई शक नहीं जताया गया था।
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