जब से रिलायंस जियो (reliance jio) बाजार में उतरा है तब से सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स की रातों की नींद उड़ी हुई है। वो रिलायंस जियो ही था जो कम पैसो में ग्राहकों के लिए अधिक लाभ वाले रिचार्ज प्लान लाया था। बीते कुछ सालों में उसे इसका फायदा भी मिला। अब रिलायंस जियो के मुनाफे और रेवेन्यू में लगातार बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। रिलायंस जियो के कारण देश के कई टेलीकॉम ऑपरेटर्स अपना बोरिया बिस्तर समेट चले गए। अभी उनकी प्रतिस्पर्धी कंपनियों में बस दो प्लेयर्स एयरटेल (Airtel) और वोडाफोन – आइडिया (Vodafone – Idea) शामिल है। हालांकि रिलायंस जियो जिस रफ्तार से मुनाफा कमा रहा है उस रेस में एयरटेल और वोडाफोन आइडिया काफी पीछे हैं।
रिलायंस जियो के मुनाफे में हुआ 182% का इजाफा
‘रिलायंस जियो’ का नेतृत्व रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) कर रहे हैं। कोरोना महामारी के इस दौर में उनकी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड को पेट्रोकेमिकल्स के कारोबार में घाटा हुआ है लेकिन इसकी पूर्ति रिलायंस जियो ने कर दी है। दरअसल बीते साल की तुलना में इस साल अप्रैल से जून तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज समूह की टेलिकॉम कंपनी के फायदे में 182 प्रतिशत का उछाल देखा गया है। इतना ही नहीं उनके रेवेन्यू में 33.76 फीसदी की बढ़ोत्तरी भी हुई है।
कमाए इतने करोड़
आपको जानकर हैरानी होगी कि रिलायंस जियो को कुल 2,520 करो़ड़ रुपये का नेट प्रॉफिट हुआ है। 2019-20 फाइनेंशियल ईयर की पहली तिमाही में उन्हें 891 करोड़ रुपये का फायदा हुआ था। फिर दूसरी तिमाही में यह रकम बढ़कर 990 करोड़ रुपये जा पहुंची थी। वहीं तीसरे क्वॉर्टर में कंपनी ने 1,350 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया था। और चौथी तिमाही में उन्हें पूरे 2331 करोड़ रुपये का लाभ हुआ है।
एयरटेल को हुआ घाटा
जहां एक तरफ हर साल रिलायंस जियो के मुनाफे और रेवेन्यू में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है तो वहीं दूसरी ओर एयरटेल नुकसान झेल रहा है। उसे जून तिमाही में 15,933 करोड़ रुपये का नेट लॉस हुआ है। वहीं बीते साल की जून तिमाही में एयरटेल ने 2,866 करोड़ रुपये का घाटा सहा था। इसमें उनकी एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (AGR) की सरकार को दी जाने वाली पेमेंट भी शामिल है। यदि इसे हटा दे तो भी एयरटेल का नेट लॉस 436 करोड़ रुपये चला जाता है। इसके अलावा पहले मार्च तिमाही में उसे 471 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
वोडाफोन आइडिया का भी है बुरा हाल
वोडाफोन आइडिया की हालत एयरटेल से भी खराब है। वे बुरी तरह कर्ज में डूबे हुए हैं। उनका यूजर बेस भी लगातार कम होता जा रहा है। ऐसे में उन्होने जून तिमाही के नतीजे अभी तक जारी भी नहीं किए हैं। वैसे उनके पहले मार्च में समाप्त हुई तिमाही की बात करे तो कंपनी को 11,643 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था।
दरअसल यह दोनों टेलीकॉम ऑपरेटर्स रिलायंस जियो के सामने टिक नहीं पा रहे हैं। जब से जियो की लॉन्चिंग हुई है तभी से इन दोनों कंपनियों को बहुत घाटा सहना पड़ रहा है। इससे इनकी बिजनेस ग्रोथ को जबरदस्त झटका लगा है। वैसे इन तीनों कंपनियों में से आपकी फेवरेट कौन सी है? हमे कमेंट में जरूर बताए।