मुंबई में सुशांत केस की जांच कर रही बिहार पुलिस 3KM पैदल चली, अंकिता को करनी पड़ी मदद
सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) सुसाइड केस में रोज नए नए खुलासे हो रहे हैं। हाल ही में सुशांत के पिता केके सिंह द्वारा रिया चक्रवर्ती के खिलाफ लिखवाई गई एफआईआर के चलते बिहार पुलिस इन दिनों मुंबई आई हुई है। इस बीच बिहार सरकार के एडवोकेट जनरल ललित किशोर ने मुंबई पुलिस के ऊपर एक आरोप लागया है। उन्होने एक बयान जारी करते हुए कहा कि आमतौर पर जब एक राज्य की पुलिस किसी जांच हेतु दूसरे राज्य में जाती है तो वहां की सरकार उनका सहयोग करती है। हालांकि ये दुर्भाग्य की बात है कि मुंबई पुलिस ऐसा नहीं कर रही है। इस बात का सबूत तब देखने को मिला जब गुरुवार को बिहार पुलिस को पूछताछ के लिए अंकिता लोखंडे (Ankita lokhande) के घर 3 किलोमीटर पैदल चलकर जाना पड़ा। इसकी वजह ये थी कि मुंबई पुलिस ने बिहार पुलिस को कोई भी गाड़ी मुहैया नहीं करवाई थी।
3 KM पैदल चली पटना पुलिस
आरोप है कि सुशांत मामले की जांच पड़ताल में मुंबई पुलिस का बिहार पुलिस के प्रति रवैया असहयोगात्मक रहा है। इस कारण मुंबई में जांच के लिए आई बिहार पुलिस को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इन दिनों कोरोना का माहोल है जिसके चलते सड़कों पर ऑटो और टैक्सी भी कम ही दिखाई देते हैं। ऐसे में जब गुरुवार के दिन पटना पुलिस की एक टीम को मलाड स्थित सुशांत सिंह राजपूत की एक्स गर्ल फ्रेंड अंकिता लोखंडे के घर जाना था तो उनके पास कोई साधन नहीं था। वे जहां पर थे वहां से अंकिता का घर बहुत दूर था। ऐसे में पटना पुलिस टीम को करीब तीन किलोमीटर पैदल चलना पड़ा। यहां उन्हें एक ऑटो मिला जिसमें बैठ वे फिर अंकिता के घर पहुंचे।
अंकिता ने दी अपनी जगुआर कार
जब पटना पुलिस अंकिता लोखंडे के घर पहुंची तो वहां उन्होने एक्ट्रेस से लगभग एक घंटे पूछताछ की। इसके बाद जब पुलिस ऑफिसर्स जाने लगे तो अंकिता ने अपनी जगुआर कार उन्हें दे दी। इस तरह वे उसमें बैठ अपने गंतव्य तक पहुंचे। दरअसल ऐसा इसलिए किया गया ताकि पुलिस टीम मीडिया की भीड़ और उनके सवालों से बच सके।
अंकिता ने दी कई अहम जानकारी
पटना पुलिस की पूछताछ के दौरान अंकिता ने लगभग 30 सवालों के जवाब दिए। इसमें कई अहम जानकारी भी पुलिस को दी गई। अंकिता के अनुसार सुशांत पिछले चार महीनों से बेहद परेशान थे। रिया चक्रवर्ती उन्हें अपनी मरजी के कुछ नहीं करने देती थी। हालांकि सुशांत डिप्रेशन में नहीं थे। वे बस रिया के दबाव और ब्लैकमेलिंग से परेशान हो गए थे। रिया उन्हें दोस्त, परिवार या किसी भी जान पहचान वाले लोगों से बातचीत नहीं करने देती थी। वो सुशांत के ऊपर कई प्रकार से दबाव बना रही थी।
कुछ महीने पहले पार्टी में मिले थे
अंकिता के मुताबिक सुशांत खुदखुशी करने वाला इंसान नहीं था। सुसाइड से कुछ महीने पहले अंकिता की एक पार्टी में सुशांत से मुलाक़ात हुई थी। तब सुशांत उन्हें कुछ बातें बता भी रहे थे लेकिन फिर रिया बीच में आ गई और उन्हें वहां से ले गई। खबरों की माने तो अंकिता ने पुलिस टीम को अपना पर्सनल मोबाइल नम्बर भी दिया है ताकि इस केस की छानबिन में वे जितनी हो सके मदद कर सकें।