निधन से पहले सुशांत सिंह राजपूत ने परिवार को किया था मिस्ड कॉल, कॉल बैक करने पर मिला ऐसा जवाब
सुशांत सिंह राजपूत के निधन को एक महीने से भी ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन उनके प्रशंसकों के बीच अभी भी गम पसरा हुआ है. वे अभी भी खुद को उनके मौत के गम से उबार नहीं पाए हैं. फैंस सुशांत सिंह मामले में सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. लोग सुशांत की पुरानी तस्वीरें और विडियोज शेयर कर आज भी उन्हें याद कर रहे हैं.
इसी बीच सुशांत के पिता केके सिंह ने पटना के राजीव नगर थाने में रिया के खिलाफ FIR दर्ज करवाई. FIR दर्ज होते ही बिहार पुलिस मुंबई पहुंची, जहां मुंबई पुलिस ने उन्हें केस से जुड़े सभी जरूरी डाक्यूमेंट्स हैंडओवर किये. बिहार पुलिस इस मामले में अब तक 40 लोगों से पूछताछ कर चुकी है. हालांकि अभी रिया चक्रवर्ती से पूछताछ होनी बाकी है.
रिया पर लगाये गंभीर आरोप
बीते दिनों सुशांत की विसरा रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि सुशांत के शरीर में किसी प्रकार का कोई जहर मौजूद नहीं था. सुशांत के पिता ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए रिया चक्रवर्ती पर कई गंभीर आरोप लगाये. उन्होंने कहा कि रिया की वजह से सुशांत बहुत परेशान रहते थे. वह सुशांत पर पूरा कंट्रोल रखती थीं और उनके घर कौन आ रहा है, कौन जा रहा है, सुशांत को किससे और कब मिलना है, ये सारी चीजें भी रिया देखती थीं.
सुशांत के पिता के मुताबिक रिया नहीं चाहती थीं कि सुशांत अपने करीबियों से कोई सम्बन्ध रखे, इसलिए उन्होंने कई बार उनके नंबर भी बदलवाए. इतना ही नहीं, उन्होंने घरवालों के नंबर भी ब्लॉक कर दिए. रिया के पास सुशांत की सभी निजी चीजों की जानकारी थी. उनके क्रेडिट कार्ड्स, डेबिट कार्ड्स, मेडिकल रिपोर्ट्स सब रिया के पास ही रहते थे. रिया ही सुशांत को दवाई दिया करती थीं. सुशांत के पिता की मानें तो रिया सुशांत को दवाई का ओवरडोज़ देती थीं.
14 जून को परिवार के पास गयी थी मिस्ड कॉल
सुशांत सिंह राजपूत आत्महत्या केस में सुशांत के परिजनों के अलावा उनके वकील विकास सिंह ने भी कई चौंकाने वाले खुलासे किये हैं. वहीं, एक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो सुशांत ने 14 जून को तकरीबन साढ़े नौ बजे अपने परिवार के मोबाइल पर एक मिस कॉल किया था. हालांकि, कॉल एक ही रिंग में कट गया. जैसे ही परिवार ने सुशांत का मिस्ड कॉल देखा उन्होंने फ़ौरन उन्हें कॉल बैक किया. सुशांत का फ़ोन लगा नहीं, जिसके बाद उन्होंने वहां काम करने वाले एक कर्मचारी को फ़ोन लगाया. कर्मचारी ने यह कहकर फ़ोन काट दिया कि सुशांत अभी बिजी हैं.
पहले ही लग गयी थी अनहोनी की भनक
इस केस के वकील विकास सिंह ने यह भी बताया कि फ़रवरी में ही घरवालों को अंदाजा हो गया था कि सुशांत अच्छी संगत में नहीं हैं और उनकी जिंदगी खतरे में है. इस बात की शिकायत उन्होंने बांद्रा पुलिस से भी की थी. सुशांत की आत्महत्या के बाद परिवार ने मुंबई पुलिस को कहा कि वे केस को इस एंगल से जांच करें कि सुशांत का दिमाग कौन कंट्रोल कर रहा था, उनका मेडिकल ट्रीटमेंट किसकी देखरेख में हो रहा था, लेकिन मुंबई पुलिस आत्महत्या के एंगल से ही जांच करने में जुटी हुई थी. विकास ने यह भी बताया कि शुरुआत में बिहार पुलिस भी इस केस को नहीं लेना चाहती थी, लेकिन सीएम नितीश कुमार और मंत्री संजय झा के समझाने पर उन्होंने FIR दर्ज की.
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