बेटे के अपहरण की बात पिता को लगी मजाक, 3 बार फोन कर मांगे 1 करोड़, देरी होने पर कर दी हत्या
यूपी से एक और अपहरण का मामला सामने आया है। जिसमें अपहरणकर्ताओं ने एक बच्चे का अपहरण कर उसके परिवार वालों से 1 करोड़ की फिरौती मांगी। हालांकि पुलिस इस मामले को सुलझा पाती उससे पहले ही इन अपहरणकर्ताओं ने बच्चे की हत्या कर दी। बच्चे का अपहरण करने वाले लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया है और इस मामले की जांच की जा रही है।
गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र स्थित जंगल छत्रधारी के मिश्रौलिया टोला निवासी महाजन गुप्ता के बेटे बलराम का अपहरण कर लिया गया था। महाजन गुप्ता की एक दुकान है। वहीं बलराम घर से खेलने का बोलकर निकला था। लेकिन उसके बाद वो वापस नहीं आया। परिवार के अनुसार बलराम का अपहरण करने के बाद उनको तीन बार कॉल आया था और अपहरणकर्ताओं ने एक करोड़ रुपए की मांग की थी। परिवार वालों को पहले लगा की कोई उनसे मजाक कर रहा है। लेकिन जब शाम होने पर बच्चा घर वापस नहीं आया। तो परिवार वालों ने तुरंत पुलिस से मदद मांगी। महाजन गुप्ता के अनुसार पहले उनसे एक करोड़ मांगे गए। लेकिन उनके पास इतने पैसे नहीं थी। जिसके बाद अपहरणकर्ताओं ने 20 लाख में बच्चे को छोड़ने की बात कही। जिसपर महाजन गुप्ता राजी हो गए।
वहीं पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए संदेह के आधार पर जंगल धूसड़ इलाके से एक मुर्गा कारोबारी, मोबाइल सिम बेचने वाले एक दुकानदार और एक प्रॉपर्टी डीलर को हिरासत में ले लिया और इनसे पूछताछ की गई। सोमवार की दोपहर दो लोगों ने अपना मुंह खोल दिया और पुलिस को बताया कि उन्होंने बच्चे को मार दिया है। जिसके बाद पुलिस ने इनकी निशानदेही पर जंगल तिनकोनिया में नाले के किनारे जाकर वहां से एक बोरी को खोजा,जिसमें बच्चे की लाश थी।
पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले बलराम की हत्या गला दबाकर की गई है। हालांकि ये भी आशंका जताई जा रही है कि शायद बलराम को जहर दिया गया हो। क्योंकि बलराम का पूरा शरीर नीला पड़ा हुआ था।
स्थानीय लोगों ने किया अपहरण
एसएसपी डॉ. सुनील गुप्ता ने बताया कि अपहरणकर्ताओं ने बच्चे की हत्या कर दी। दो अपहरणकर्ता पकड़े गए हैं। इनकी निशानदेही पर बच्चे की लाश बरामद की गई है। जबकि अन्य अपहरणकर्ताओं की तलाश की जा रही है। पुलिस के अनुसार स्थानीय लोगों ने ही बच्चे का अपहरण किया था। पुलिस इस मामले में अपहरण के अलावा अन्य पहलुओं पर भी पड़ताल कर रही है और ये पता लगाने में लगी है कि अगर इनको पैसे चाहिए थे। तो इन्होंने बच्चे की हत्या पहले ही क्यों कर दी।
इस मामले पर एसपी नार्थ अरविंद पाण्डेय ने कहा कि एक अपहरणकर्ताओं के गिरोह का पता चल गया है। बदमाश स्थानीय हैं। उनका कोई पहले का आपराधिक रिकार्ड नहीं है। उनमें से दो को पकड़ लिया गया है। अन्य की तलाश की जा रही है।
गौरतलब है कि यूपी से हाल ही के दिनों में कई सार अपहरण के केस सामने आ चुके हैं। जुलाई महीने में कानपुर में रहने वाले संजीत नामक व्यक्ति का अपहरण किया गया था। अपहरणकर्ताओं ने परिवार वालों से 30 लाख की मांग की थी। लेकिन पैसे मिलने से पहले ही इन्होंने संजीत की हत्या कर दी थी।