कोरोना वायरस का संक्रमण (Corona Virus Infection in India) भारत में दिन प्रतिदिन तेजी से फैलता जा रहा है। यह वायरस आम फ्लू की तुलना में तीन गुना ज्यादा तेजी से फैलता है। यही वजह है कि इससे बचना और सावधानी रखना बेहद जरूरी है। अब हम आम इंसान तो बीमार या कोरोना संदिग्ध लोगों के आसपास भी नहीं फटकेंगे। लेकिन बीमार व्यक्ति का इलाज करने वाले डॉक्टरों का क्या? यह लोग अपनी जान हथेली पर रख दिन रात बीमार लोगों की सेवा में लगे रहते हैं।
अब बड़े बड़े हॉस्पिटल में तो डॉक्टर्स पीपीई किट पहन और अन्य सावधानी रख मरीजों को देख लेते हैं। लेकिन असली समस्या मोहल्ला क्लीनिक चला रहे छोटे मोटे डॉक्टरों को आती है। इनके पास सर्दी, खांसी और जुकाम सहित कई बीमारी लेकर मरीज आते रहते हैं। ऐसे में इनके कोरोना सदिग्ध होने की संभावना भी अधिक रहती है। इस तरह इन प्राइवेट क्लीनिक वाले डॉक्टरों को दूसरों से कोरोना संक्रमित होने के चांस भी अधिक रहते हैं। ऐसे में एक डॉक्टर ने सुरक्षित तरीके से मरीजों को देखने की एक कमाल की जुगाड़ खोज ली है।
मरीज को देखने के लिए डॉक्टर ने लगाई गज़ब की जुगाड़
आमतौर पर जब भी कोई मरीज चेकअप के लिए आता है तो डॉक्टर अपना स्टेथोस्कोप उसकी छती पर लगाकर जांच करते हैं। अब चुकी अभी कोरोना महामारी अपनी चरम सीमा पर है इसलिए एक डॉक्टर नें इस स्टेथोस्कोप की डोर को बहुत लंबा कर दिया। अब वो मरीज को एक कोने मे बैठा देता है और दूर से ही उसके शरीर की धड़कने सुन लेता है।
डॉक्टर की यह जुगाड़ इन दिनों सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रही है। विडियो में हम देख सकते हैं कि कैसे एक मरीज कोने में कुर्सी पर बैठा है। फिर डॉक्टर दूर से ही मरीज को अपनी छाती और पीठ पर स्टेथोस्कोप लगाकर सांस लेने का कहते हैं। इस स्टेथोस्कोप की डोरी बहुत बड़ी होती है जो कि ऊपर से होती हुई दूर बैठे डॉक्टर के पास जाती है। डॉक्टर दूर बैठे ही मरीज के शरीर में हो रही गतिविधियों को सुन लेता है।
देखें विडियो
Doctor Of The Year ??@drmonika_langeh pic.twitter.com/ATrsvN7g9w
— Chandni (@avi_chandni) July 27, 2020
डॉक्टर का यह जुगाड़ देख लोग इतने इंप्रेस हुए कि उन्होने इन्हें ‘डॉक्टर ऑफ द ईयर’ घोषित कर दिया। यकीनन डॉक्टर का यह जुगाड़ बहुत ही अच्छा है। यह अच्छी बात है कि हर कोई कोरोना को लेकर जागरूक है और इससे बचने के लिए नए नए जुगाड़ ढूंढ रहा है। लोग परिस्थितियों को देखते हुए कोरोना के साथ जीना सीख रहे हैं। हमे इस बीमारी से डरना नहीं है लेकिन लापरवाही भी नहीं बरतना है। इस बीमारी के होने से अच्छा है इससे बचा जा सके।
भारत में कोरोना की स्थिति पर एक नजर डालें तो अभी तक कोविड-19 मरीजों का आकड़ा 14 लाख 89 हजार के ऊपर जा पहुंचा है। अब तक 33,425 लोग कोरोना की वजह से अपनी जान गवा चुके हैं। वहीं 9 लाख 53 हजार मरीज कोरोना को हरा ठीक भी हुए हैं।
वैसे डॉक्टर की इस जुगाड़ के बारे में आपकी क्या राय है?