मेड इन चाइना’ से बड़ा ब्रांड हुआ पीएम मोदी का ‘मेक इन इंडिया’! दुनिया को भारत पर भरोसा!
नई दिल्ली – चीन दुनिया भर में सस्ते और खराब क्वालिटी के प्रोडक्ट बनाने के लिए फेमस है। चीन ने नकली सामानों से दुनिया के बाजारों पर कब्जा करने की कोशिश की, लेकिन अब लोगों का भरोसा चीन से उठता जा रहा है। एक खबर के मुताबिक दुनिया भर के लोग चीन से ज्यादा भरोसा भारतीय सामान पर कर रहे हैं। यूरोपीय संघ और दुनिया के 49 बड़े देशों के लिए जारी मेड इन कंट्री इंडेक्स (एमआईसीआई-2017) में प्रोडक्ट क्वालिटी के मामले में चीन से भारत सात पायदान आगे निकल गया है। सूचकांक में जहां भारत को 36 अंक, तो वहीं चीन को 28 अंक ही मिले हैं। Made in India is reliable.
‘मेड इन चाइना’ से बड़ा ब्रांड हुआ ‘मेक इन इंडिया’ –
सितंबर 2014 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए मेक इन इंडिया कार्यक्रम ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए गुणवत्ता के मामले में चीन के मेड इन चाइना को मात दे दी है। उत्पादों की क्वालिटी के मामले में चीन को पीछे छोड़ते हुए मेड इन कंट्री इंडेक्स-2017 में भारत को 42वां स्थान मिला है।
चीन प्रोडक्ट की क्वालिटी के मामले में भारत से 7 स्थान पीछे चला गया है। 50 देशों के इस सूचकांक में चीन 49वें स्थान पर है, जो इसकी खराब प्रोडक्ट क्वालिटी को दर्शाता है। इस सूची में पूरे सौ अंक के साथ जर्मनी पहले और 98 अंक के साथ स्विट्जरलैंड दूसरे स्थान पर है।
दुनिया भर में खुली चीन की पोल –
स्टैटिस्टा और अंतरराष्ट्रीय शोध संस्था डालिया रिसर्च ने एक साथ मिलकर इस अध्ययन को दुनियाभर के 43034 उपभोक्ताओं की संतुष्टि के आधार पर किया है। इन आंकड़ों के सामने आने के बाद चीन के खराब क्वालिटी की पोल सबके सामने खुल गई है। खबरों के अनुसार चीन अपने यहां संसाधनों की कमी के कारण मैन्युफैक्चरिंग में घटिया कच्चे माल का इस्तेमाल करता है, जिससे उसकी प्रोडक्ट क्वालिटी खराब होती है।
चीन के उत्पाद ग्लोबल स्तर पर खरे नहीं उतर रहे हैं। इस सर्वे को ऐसे 50 देशों में किया गया है जिनमें दुनिया की 90 फीसदी आबादी रहती हैं। इस सर्वे को उत्पादों की गुणवत्ता, सुरक्षा मानक, कीमत की वसूली, विशिष्टता, डिजाइन, एडवांस्ड टेक्नोलॉजी, भरोसेमंद, टिकाऊपन, सही तरीके का उत्पादन और प्रतिष्ठा जैसे मानकों के आधार पर किया गया है।