कल है सोमवती अमावस्या, 20 साल बाद बन रहा है ये शुभ संयोग, जरूर करें तुलसी की पूजा
सावन महीने की अमावस्या 20 जुलाई यानी कल आ रही है। सोमवार का दिन शिव जी का सबसे प्रिय दिन माना जाता है और इस बार सावन महीने में सोमवार के दिन ही अमावस्या पड़ रही है। जिससे की ये अमावस्या बेहद ही खास होने वाली है। सोमवार को आने वाली अमावस्या को सोमवती अमावस्या भी कहा जाता है। वहीं कई लोग इसे हरियाली अमावस्या के नाम से भी जानते हैं। ज्योतिषों के अनुसार इस बार दशकों बाद सावन के तीसरे सोमवार को सोमवती अमावस्या आ रही। इससे पहले 20 साल पहले ऐसा शुभ संयोग बना था।
सोमवती अमावस्या तिथि व मुहूर्त –
सोमवती अमावस्या 20 जुलाई को सुबह 12:10 से शुरू हो जाएगी। जो कि 20 जुलाई रात 11:02 को समाप्त होगी। इस दिन आप विशेष तरह की पूजा करें और हो सके तो व्रत भी रखें।
सोवमती अमावस्या के दिन भगवान शिव का पूजन उनके पूरे परिवार यानी पार्वती मां, गणेश जी और कार्तिकेय के संग करें। दरअसल ये अमावस्या सावन के सोमवार को आ रही है और सोमवार को शिव का पूजन किया जाता है। इस दिन शिव का पूजन और इनका जलाभिषेक करने से विशेष फल प्राप्त होता है। कई लोग सोमवती अमावस्या का व्रत भी रखते हैं। इसका व्रत रखने से पापों से मुक्ति मिल जाती है और सभी तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं।
इस तरह से करें पूजा
- सुबह स्नान करने के बाद शिव की पूजा करें। शिव की पूजा करते हुए उन्हें सबसे पहले जल अर्पित करें। उसके बाद शिव पर दूध चढ़ा दें।
- शिव, पार्वती मां, गणेश जी और कार्तिकेय पर फूल अर्पित करें।
- अब एक दीपक जला दें और शिव मंत्रों का जाप व शिव आरती करें।
करें तुलसी पूजा
अमावस्या की शाम तुलसी की पूजा जरूर करें। वहीं पूजा करने के बाद तुलसी की 108 परिक्रमा भी करें। तुलसी के अलावा कई लोग इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा भी करते हैं। दरअसल पीपल पर देवी-देवताओं का वास माना जाता है। आप अमावस्या की शाम पीपल के पेड़ के पास सरसों के तेल का दीपक जला दें। इसके बाद पेड़ की सात परिक्रमा कर लें और बिना पीछे मुडे अपने घर वापस आ जाएं।
पितरों की पूजा
माना जाता है कि इस दिन पितरों की पूजा करना भी शुभ होता है। ऐसा करने से पितर शांत हो जाते हैं और उन्हें स्वर्ग लोक मिल जाता है। इसलिए हो सके तो आप इस दिन अपने पितरों का पूजन भी करें और गरीब लोगों को भोजन करा दें। जिन लोगों की कुंडली में पितर दोष है वो लोग जरूर इस दिन पितर पूजा करें। उनका ये दोष खत्म हो जाएगा।
भूलकर ना करें ये कार्य
- अमावस्या के दिन घर में प्याज या लहसुन वाला खाना बनाने से बचें।
- इस दिन दूध का सेवन ना करें। क्योंकि ये अमावस्या सोमवार को आ रही है और इस दिन भोलेनाथ को दूध अर्पित किया जाता है।
- तुलसी और पीपल के पेड़ का पत्ता ना तोड़ें।
- किसी कीड़े को मारने से बचें।
- किसी से भी लड़ाई या कोई विवाद ना करें। जितना हो सके उतना मन शांत रखें और पूजा पाठ में ध्यान लगाएं।