जब राजेश खन्ना की सफेद गाड़ी लड़कियों की लिपस्टिक से हो जाती थी गुलाबी, ऐसा था काका का स्टारडम
राजेश खन्ना की दीवानगी का आलम ये था कि लड़कियां उनके लिए खून से लव लेटर लिखा करती थीं
18 जुलाई 2012 का दिन बॉलीवुड इंडस्ट्री के इतिहास के सबसे गमगीन दिनो में से एक था क्योंकि इस दिन भारत के पहले सुपरस्टार का निधन हुआ था। आज भारत के पहले सुपरस्टार राजेश खन्ना की 8वीं पुण्यतिथि हैं और फैंस उन्हें याद कर रहे हैं। राजेश खन्ना एक ऐसे स्टार थे जिनके रिकॉर्ड को आज तक कोई भी दूसरा एक्टर तोड़ नहीं पाया। राजेश खन्ना ने लगातार 15 सुपरहिट फिल्में दी थी और ये रिकॉर्ड आज भी उनके पास बरकरार है। राजेश खन्ना को चाहने वाले बहुत थे और खासकर लड़कियां उनकी सबसे ज्यादा दीवानी थीं। उनकी एक झलक पाने के लिए लड़कियां कुछ भी कर जाने को तैयार थीं। आज उनकी डेथ एनिवर्सरी पर आपको बताते हैं उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ दिलचस्प किस्से।
काका के प्यार में पागल थीं लड़कियां
राजेश खन्ना के पीछे सारा जमाना दीवाना था लेकिन लड़कियों के बीच उनका एक अलग ही क्रेज था। उनकी फीमेल फैनफॉलोइंग बहुत ज्यादा थी। राजेश खन्ना पर लिखी गई किताब ‘द अनटोल्ड स्टोरी ऑफ इंडियाज फर्स्ट सुपरस्टार’ में राजेश खन्ना के प्रति इस दीवानगी का जिक्र यासीर उस्मान ने बखूबी किया है।
यासिर उस्मान ने इस किताब के जरिए बताया कि बंगाल की एक बुजुर्ग महिला से एक दफा मैंने पूछा था कि राजेश खन्ना आपके लिए क्या हैं? उन्होंने कहा कि आप नहीं समझेंगे। जब हम उनकी फिल्म देखने जाते थे तो हमारी और उनकी बकायदा डेट हुआ करती थी। राजेश खन्ना से ऐसी मोहब्बत करने वाली ये कोई अकेली महिला नहीं थीं। राजेश खन्ना का स्टाइल, एक्सप्रेशन, कॉलर वाली शर्ट पहनने का तरीका और गर्दन झुकाकर बात करना, ये सब लड़कियों को उनका दीवाना बना देता था।
राजेश खन्ना की सफेद गाड़ी हो जाती थी गुलाबी
कहा जाता है कि जब राजेश खन्ना कि सफेद गाड़ी कहीं खड़ी होती थी तो लड़कियां उस गाड़ी को इतना चूमती कि उनकी लिपस्टिक के रंग से गाड़ी गुलाबी हो जाती थी। उनकी दीवानगी का आलम ये था कि लड़कियां उनके लिए खून से लव लेटर लिखा करती थीं और प्यार का इजहार करती थी। इतना ही नहीं उसी खून से लड़कियां राजेश खन्ना के नाम का सिंदूर तक लगाती थीं।
ऐसी दीवानगी आज तक किसी स्टार के लिए ना देखी गई और शायद ना कभी देखी जाएगी। राजेश खन्ना की शख्सियत ही कुछ ऐसी थी कि इंडस्ट्री में एक कहावत मशहूर हो गई थी- ऊपर आका, नीचे काका….। राजेश खन्ना को ‘काका’ कहकर भी बुला जाता था। राजेश खन्ना के बारे में एक बात मशहूर थी कि वो बहुत घमंडी थी और सेट पर लेट आते थे। राजेश खन्ना ने कभी किसी चीज के लिए अपना लाइफस्टाइल नहीं बदला। वो सेट पर तब आते जब उनका मन करता था और इसके बाद भी उन्हें अपनी फिल्म में साइन करने के लिए डायरेक्टर और प्रोड्यूसर की लाइन लगा करती थी।
15 ब्लॉकबस्टर फिल्म से बने पहले सुपरस्टार
राजेश खन्ना ने 1966 में फिल्म ‘आखिरी खत’ से बॉलीवुड में कदम रखा था। इसके बाद फिल्म 1969 में आई फिल्म ‘अराधना’ से राजेश खन्ना को सफलता मिली। राजेश खन्ना की सफलता का सफर शुरु हुआ और उन्होंने आनंद, सफर, कटी पतंग, हाथी मेरे साथी, अमर प्रेम, रोटी, अवतार, अजनबी जैसी सुपरहिट फिल्मों की झड़ी लगा दी। ये सभी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त हिट हुईं और राजेश खन्ना बॉलीवुड के पहले सुपरस्टार बन गए।
राजेश खन्ना का सफर बेहतरीन चल रहा था लेकिन कहते हैं ना कि दुनिया का हर अच्छा सिलसिला हमेशा के लिए वैसा नहीं रहता है। राजेश खन्ना के साथ भी कुछ वैसा ही हुआ। एक वक्त ऐसा आया जब पर्दे पर उनकी फिल्मों के दर्शक कम होने लगे और दूसरे एक्टरों ने अपना हुनर दिखाना शुरु कर दिया। राजेश खन्ना के अंदर अंहकार था शायद इसलिए वो कामयाबी को ढंग से हैंडल नहीं कर पाए और गुमनामी के रास्ते पर चले गए।
राजेश खन्ना 18 जुलाई 2012 को हमेशा-हमेशा के लिए ये दुनिया छोड़कर चले गए। उनकी अंतिम यात्रा में हजारों की तादाद मे लोग शामिल हुए और अपने सुपरस्टार को आखिरी विदाई दी। उनके पार्थिव शरीर को पारदर्शी ताबूत में सफेद फूलों से सजे मिनी ट्रक में रखा गया था और भारी भीड़ साथ चल रही थी।
लोगों के चेहरे पर मायूसी थी और आंखों में आंसू थे। दिल में वो दर्द था जो किसी अपने को खो देने पर होता है। राजेश खन्ना चले गए लेकिन अपनी शख्सियत को अमर कर गए। उनकी अंतिम यात्रा में उनकी पत्नी डिंपल कपाड़िया, छोटी बेटी रिंकी और दामाद अक्षय कुमार भी शामिल थे।