विकास दुबे के साथी गुड्डन ने उगला बड़ा राज़, सुनकर पुलिस वाले भी हो गए हैरान
विकास दुबे की अस्थियों की आग भले ही ठंडी पड़ गयी हो, मगर बिकरु कांड का मामला ठंडे होने का नाम ही नहीं ले रहा। रोज़ बिकरु कांड नाम सुन कर ही हमारे कान खड़े हो जाते हैं। वहीं इस केस में रोज़ नए टर्निंग पॉइंट भी आ रहे हैं, अभी हाल ही में जिस प्रभात मिश्र को पुलिस ने 20 साल का बता मुठभेड़ में मार गिराया था, उस प्रभात मिश्र के घर वालों ने दावा किया है कि वो महज़ 16 साल का ही था। वहीं इस मामले का एक मात्र जिंदा पकड़ा गया अपराधी गुड्डन त्रिवेदी पुलिस हिरासत में है।
बता दें अपराधी गुड्डन त्रिवेदी उर्फ अरविंद त्रिवेदी जिला पंचायत का सदस्य है। इसी पर आरोप है कि इसने लगभग एक दर्जन हथियारबंद अपराधियों को पुलिस पर हमला करने के लिए भेजा था। यह हथियार भी गुड्डन ने ही मुहैया करवाये थे, अब गुड्डन के बयान पर पुलिस अपराधियों पर नामजद रिपोर्ट दायर करने की योजना में है।
पुलिस पर गोलियां बरसाने के लिए गुड्डन तिवारी ने ही मुहैया करवाई थी गोलियां
वहीं पुलिसिया सूत्रों से आ रही जानकारी के अनुसार जिस दौरान विकास को पुलिस के आने की सूचना मुखबिरों द्वारा मिली तो उसने गुड्डन को फोन किया। विकास के कहने पर ही गुड्डन ने बदमाशों को एकत्रित कर हथियारों से लैस करके विकास के गांव बिकरु भेजा था। यह सभी मोटरसाइकिल से बिकरु आये थे। गुड्डन के बयान के बाद इनके नाम और फोन नंबर मिल गए हैं। अब इसी के आधार पर पुलिस दबिश दे रही है।
मुम्बई से किया गया था गुड्डन को गिरफ्तार
गौरतलब है कि विकास के करीबी साथी गुड्डन और उसके ड्राइवर सोनू मुम्बई में गिरफ्तार किया गया था इसके बाद कानपुर पुलिस मुंबई की ठाणे कोर्ट से इन दोनों को ट्रांजिट रिमांड पर कानपुर ले कर आई है। चौबेपुर के बिकरू गांव में हुआ निर्मम गोली कांड में विकास दुबे के साथ जिला पंचायत सदस्य अरविंद त्रिवेदी उर्फ गुड्डन भी शामिल था।
कानपुर से पहले मुम्बई एटीएस ने की थी गुड्डन से पूछताछ
आपको बता दें, कि कानपुर पुलिस से पहले मुंबई एटीएस ने भी गुड्डन से पूछताछ की थी जिसमें गुड्डन ने कई अहम खुलासे किए थे। वहीं बता दें कि बिकरु गोली कांड के बाद पुलिस ने 21 नामजद समेत 80 अज्ञात बदमाशों पर चौबेपुर थाने में केस दर्ज किया था। अब इन अज्ञात बदमाशों की धीरे-धीरे पहचान उजागर होते हुए दिखाई दे रही है।
मोबाइल घर पर रख कर बिकरु गया था शातिर अपराधी गुड्डन
बता दें विकास को असलहा मुहैया करवाने का काम गुड्डन का ही था। बिकरु कांड में भी उसी ने असलहा मुहैया करवाया था। शातिर अपराधी की तरह यह फोन घर पर रख कर वारदात वाले समय बिकरु गया था। वहीं इस वारदात के बाद से ही वो फरार था। हालांकि अभी भी फोन लोकेशन से इस बात को साबित नहीं किया जा सकता कि वो वारदात के वक्त बिकरु गांव में मौजूद था या नहीं।