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विधायकों को खरीदने के मामले में केंद्रीय मंत्री शेखावत के खिलाफ FIR, ऑडियो क्लिप से खुलासा

राजस्थान का सियासी संकट गहराता ही जा रहा है, इसमें रोज़ नए मोड़ आ रहे हैं जिससे स्थिति और ज़्यादा बिगड़ती हुई दिखाई दे रही है। अशोक गहलोत सरकार को गिराने को ले कर अब एक नया खुलासा किया जा रहा है। इस बार विवाद की वजह बना एक ऑडियो क्लिप। दरअसल, जैसे ही यह बात सामने आया कांग्रेस के पास एक ऑडियो टेप है। इसके बाद राजस्थान पुलिस का स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप हरकत में आया और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत के खिलाफ FIR दर्ज कर दी गयी। 

इस पूरे प्रकरण में गजेंद्र सिंह के अलावा संजय जैन और कांग्रेस विधायक भंवरलाल शर्मा के खिलाफ भी FIR दर्ज की गई है।  कांग्रेस ने दावा किया है कि ऑडियो टेप में सीधे तौर पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की आवाज सुनाई दे रही है।

पहले होगा ऑडियो का परीक्षण

सबसे पहले SOG इस पूरे ऑडियो टेप की जांच कर इसकी प्रमाणिकता सिद्ध करेगा, जिसके बाद  इस पूरे मामले पर कोई संज्ञान लिया जाएगा। वहीं बता दें, कि इस पूरे मामले में राजस्थान स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने आईपीसी की धारा 124A और 120B इन दो धाराओं में एफआईआर दर्ज कर ली है। वहीं केंद्रीय मंत्री शेखावत के खिलाफ धारा 124A के तहत यानी राजद्रोह के आरोप में प्रकरण दर्ज किया गया है। 

टेप में भंवरलाल, संजय जैन और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत की आवाज़

गौरतलब है कि इससे पहले गुरुवार को कांग्रेस पार्टी की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने अपनी ही पार्टी के विधायकों, भंवरलाल और विश्वेंद्र सिंह पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि कुछ ऑडियो टेप पार्टी के सम्मुख आये हैं और इन टेप में भंवरलाल, संजय जैन और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत की आवाज़ को सुना जा सकता है। रणदीप सुरजेवाला ने आगे कहा था कि इन टेप्स से एक बात साफ़ है कि बीजेपी जनमत के अपहरण की कोशिश कर रही है। सुरजेवाला ने कहा कि ‘हम मांग करते हैं कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के ख़िलाफ़ SOG द्वारा मुक़दमा हो और वो यदि जांच में ग़लत पाए जाएं तो उनकी गिरफ़्तारी हो।’

कांग्रेस ने अपनी पार्टी के विधायकों को भी दिखाया बाहर का रास्ता

वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस में सुरजेवाला ने घोषणा की कि कांग्रेस आरोपी दोनों विधायकों को पार्टी से निलंबित करती है। बतौर सुरजेवाला, ‘कांग्रेस ने फैसला लिया है कि भवंरलाल और विश्वेंद्र सिंह को पार्टी से निलंबित किया गया है और कारण बताओ नोटिस दिया गया है।’ इसके अलावा सुरजेवाला ने सचिन पायलेट से भी साफ-साफ अपना स्टैंड क्लीयर करने को कहा है। बताया जा रहा है कि अभी सचिन अपीलेट कोई भी निर्णय नहीं ले पाए हैं। उन्होंने बीजेपी में जाने की अटकलों को ख़ारिज कर दिया, मगर अभी यह क्लीयर नहीं हो पाया कि वे कांग्रेस में ही रहेंगे या अपनी अलग पार्टी बनाएंगे।

गौरतलब है कि पायलेट को पदमुक्त करने के बाद भी अब तक उन्हें पार्टी से निष्कासित नहीं किया गया है। इससे लगता है कि कांग्रेस पायलेट की उपयोगिता से भली भांति परिचित है। वहीं पायलेट अब तक कोई निर्णय नहीं ले पाए हैं। ऐसे राजस्थान की राजनीति में आगे और क्या बदलाव आते है, देखना दिलचस्प होगा।

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