व्हाइट राइस या ब्राउन राइस, जाने सेहत के लिए कौन सा चावल है बेहतर, दोनों के हैं अलग अलग फायदे
भारतीय थाली में चावल ना हों, ऐसा हो ही नहीं सकता है। दरअसल भारत में चावल का सेवन खूब किया जाता है और हर राज्य में चावल बनाए जाते हैं। हालांकि अधिक चावल खाना सही नहीं माना जाता है और ऐसा कहा जाता है कि जो लोग ज्यादा चावल खाते हैं, उनका वजन बढ़ जाता है। कई लोग वजन बढ़ने के डर से अपना मन मार लेते हैं और चाहकर भी चावल नहीं खा पाते हैं।
अगर आपको चावल पसंद हैं, तो आप बिना वजन बढ़ने के डर से इनका सेवन करें। दरअसल चावल कई प्रकार के होते हैं और सही किस्म के चावल खाने से वजन नहीं बढ़ता है। साथ में ही चावल के अंदर कार्बोहाइड्रेट भरपूर पाया जाता है और कार्बोहाइड्रेट शरीर के लिए बेहद ही जरूर होता है।
शरीर के लिए जरूरी होते हैं चावल
न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार हमारे शरीर को एनर्जी की जरूर होती है और कार्बोहाइड्रेट इस जरूरत को पूरा करता है। इसलिए डाइट में चावल को जरूर शामिल करें। हालांकि सफेद चावल यानी व्हाइट राइस को सेहत के लिए उत्तम नहीं माना जाता है। व्हाइट राइस में ब्राउन, ब्लैक या रेड राइस के मुकाबले कम पोषक तत्व होते हैं। इसलिए व्हाइट राइस का सेवन नहीं करना चाहिए।
रेड राइस, ब्राउन और ब्लैक राइस कौन सी है सबसे बेहतर
रेड राइस देखने में लाल रंग की होती है और ये एंटी-ऑक्सीडेंट से भरपूर होते हैं। प्रति 100 ग्राम, रेड राइस में सात ग्राम प्रोटीन और दो ग्राम फाइबर होता है। जिसकी वजह से इसका सेवन करना सेहत के लिए उत्तम माना जाता है। वहीं बात की जाए व्हाइट राइस की तो इसमे भूसी की पॉलिश होती है और 100 ग्राम सफेद चावल में 6.3 ग्राम प्रोटीन ही मिलता है।
ब्लैक और ब्राउन राइस अन्य चावलों की तुलना में ज्यादा फायदेमंद होती हैं। ब्लैक और ब्राउन राइस के अंदर फाइबर उच्च मात्रा में होता है। फाइबर युक्त चीजें खाने से भूख कम लगती है और पेट भरा रहता है। साथ में ही आंतों के लिए फाइबर को अच्छा माना जाता है। जो लोग फाइबर युक्त चीजों को खाते हैं। उन लोगों को पेट से जुड़े रोग भी नहीं होते हैं। इसलिए आप अपनी डाइट में बिना किसी डर के ब्लैक और ब्राउन राइस शामिल कर सकतेे हैं। व्हाइट और रेड राइस की तुलना में ये बेहतर होती हैं। साथ में ही ब्राउन और ब्लैक राइस खाने से रेड राइस से भी ज्यादा फाइबर मिलता है।
न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार जो लोग ब्लैक और ब्राउन राइस का सेवन करते हैं। उन लोगों का वजन कंट्रोल में रहता है। इसलिए अगर आप अपने वजन को कम करने में लगे हैं तो आप ब्लैक और ब्राउन राइस को बिना किसी डर के खा सकते हैं।
कैसे बनाएं ब्लैक और ब्राउन राइस
जिस प्रकार से आप सफेद चावल बनाते हैं उसी तरह से ब्लैक और ब्राउन को बनाया जाता है। हालांकि सफेद चावल की तुलना में ब्लैक और ब्राउन को पकने में अधिक समय लगता है। कई लोगों को ब्लैक और ब्राउन राइस का स्वाद पसंद नहीं आता है। अगर आप भी इन्हीं लोगों में से हैं तो आप ब्राउन और ब्लैक को व्हाइट राइस के साथ मिलाकर खा सकते हैं। वहीं आप हफ्ते में 3 दिन राइस को खा सकते हैं।