राहुल और थानेदार की विकास ने की थी जमकर पिटाई, जनेऊ और गंगाजल लेकर कसम खाने पर बख्शी थी जान
बिकरू गांव में दो जुलाई की रात पुलिस राहुल तिवारी नाम के एक व्यक्ति की और से दर्ज करवाई गई शिकायत के आधार पर विकास दुबे को गिरफ्तार करने पहुंची थी। विकास दुबे और राहुल तिवारी के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था और इस विवाद के कारण विकास ने कई बार राहुल तिवारी की पिटाई की थी। वहीं जब राहुल ने एसओ विनय तिवारी के पास जाकर विकास की शिकायत दर्ज करवाने की कोशिश की तो एसओ विनय तिवारी राहुल को विकास दुबे के घर ले गया। जहां पर विकास ने एसओ विनय तिवारी को अपना बंधक बना दिया और जमकर उनके सामने राहुल की पिटाई की।
हालांकि अब विकास दुबे इस दुनिया में नहीं है और विकास दुबे के जाने के बाद राहुल तिवारी पहली बार मीडिया के सामने आया है। 12 दिनों तक छुपे रहने के बाद राहुल ने अब अपनी बात खुलकर रखी है और बताया कि कैसे विकास ने उसे तंग किया था। साथ में ही जब एसओ विनय तिवारी राहुल को अपने साथ विकास के घर ले गया। तो उस दौरान विकास ने इनके साथ क्या-क्या किया।
जनेऊ और गंगाजल देकर कसम खिलाई
राहुल तिवारी के अनुसार चौबेपुर एसओ विनय तिवारी के सामने उसे पीटा गया। विकास को रोकने पर एसओ से हाथापाई की गई और उसका फोन छीन लिया गया। एसओ विनय तिवारी और राहलु को दो घंटे तक बंधक बनाए रखा। राहुल को इस दौरान खूब पीटा गया। साथ में ही विकास ने उसे और एसओ को जनेऊ और गंगाजल देकर कसम खिलाई कि उनकी जान बख्श दी जाए तो वो कभी उसके रास्ते में नहीं आएंगे। अपनी जान बचाने के लिए एसओ विनय तिवारी और राहुल ने ये कसम खा ली। जिसके बाद विकास ने ये कसम खाई थी कि अगर किसी ने उसे धोखा दिया। तो वो उसे नहीं छोड़ेगा। साथ में ही अगर पुलिस दोबारा से उसके घर आई तो लाशें उठेंगी।
27 जुलाई को विकास दुबे के गुर्गों ने की थी पिटाई
राहुल के अनुसार 27 जून को वो ससुराल की दो भैंसों को जादेपुर ला रहा था। तभी विकास दुबे के गुर्गों ने उसे रास्ते में घेर लिया। उसे मार और भैंस, बाइक और 52 हजार रुपये भी लूट लिए। उसने चौबेपुर थाने पहुंचकर शिकायत दर्ज की। एक जुलाई की सुबह नौ बजे चौबेपुर एसओ विनय तिवारी ने फोन करके उसे थाने बुलाया और उसे घटनास्थल ले गया। फिर वहां से जीप में उसे बैठाकर बिकरू चलने को कहा। बिकरू पहुंचने पर विकास दुबे और उसके गुर्गों ने उस पर बंदूकें और रायफलें तान दीं और जमकर पीटा। इस दौरान एसओ विनय तिवारी अपने मोबाइल फोन से वीडियो बनाने लगा। तो विकास भड़क गया और उसने एसओ से फोन छीन लिए। इसके बाद विकास के कहने पर उसका पड़ोसी अपनी मां के घर से गंगाजल लेकर आया और इन्हें कमस दी गई। इसके बाद विकास ने राहुल से लूटी गई बाइक वापस कर दी। राहुल के अनुसार इन्हें दोपहर साढ़े तीन बजे छोड़ा गया।
घर आने के बाद राहुल ने एसएसपी दिनेश कुमार पी को पूरी घटना बताई थी। जिसेक बाद दो जुलाई की रात फोन करके एसएसपी ने उसे थाने बुलवाया। यहां आकर राहुल को पता चला की एफआइआर में गोलियां चलाकर जानलेवा हमले का आरोप विकास दुबे पर लगाया गया है। राहुल के अनुसार विकास ने उसपर गोलियां कभी नहीं चलाईं और ये कहानी एसओ ने अपने मन से गढ़ी है।
कौन है राहुल तिवारी
दरअसल विकास और राहुल के बीच छह बीघा जमीन को लेकर झगड़ा चल रहा था। ये जमीन मोहिनी नेवादा गांव के लल्लन शुक्ला की थी। लल्लन की तीन बेटी है। लल्लन की दो बेटियों की शादी हो चुकी है। इनमें से प्रतिमा की शादी राहुल तिवारी से हुई है। कुछ समय पहले लल्लन शुक्ला की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। तब फर्जी वसीयत के आधार पर सुनील ने खुद को लल्लन का बेटा घोषित किया था। ताकि वो सारी जमीन कब्जे में ले सके। सुनील की पत्नी समीक्षा शुक्ला, विकास की भतीजी है। विकास की नजर इस जमीन पर थी और वो इस जमीन को समीक्षा के नाम करवाना चाहता था। वहीं राहुल ने इसका विरोध किया जिसके बाद इन दोनों के बीच दुश्मनी हो गई।
वहीं अब विकास मारा जा चुका है। हालांकि अभी भी राहुल को पुलिस ने सुरक्षा दे रखी है।