जब पाई-पाई के मोहताज हो गए थे अमिताभ, इस वजह से नीलामी के कगार पर पहुंच गया था बिग बी का घर
आज अमिताभ के पास दौलत है, शोहरत है, बंगला-गाड़ी सब है लेकिन एक वक्त ऐसा था जब ये सब उनसे छूटने वाला था
अमिताभ बच्चन सिर्फ एक एक्टर नहीं हैं बल्कि एक ऐसा नाम है जिन्होंने अपने मेहनत के दम पर वो मुकाम हासिल किया है जहां पहुंचना हर किसी के बस की बात नहीं हैं। अमिताभ आज महानायक हैं, लोग उनके लिए प्रार्थना करते हैं और उनके दीवाने हैं। हालांकि अमिताभ की जिंदगी में एक वक्त ऐसा भी आया था जब उन्हें लगातार असफलता मिलने लगी थी और उनके हालात बेहद खराब हो गए थे। ये बात उस वक्त की है जब अमिताभ बच्चन ने अपनी प्रोडक्शन कंपनी खोली थी ABCL । इस कंपनी ने अमिताभ की जिंदगी के बहुत बुरे दिन दिखाए थे।
प्रोडक्शन कंपनी से पहले मिला मुनाफा
अमिताभ बच्चन ने अपनी पहली प्रोडक्शन कंपनी खोली थी ABCL। इस प्रोडक्शन का पहला काम एक टीवी शो- ‘देख भाई देख था’। ये शो दर्शकों को बहुत पसंद आया। इसके बाद बॉम्बे फिल्म के हिंदी डब से ABCL ने फिल्मों के लिए काम करना शुरु कर दिया। पहले साल अमिताभ बच्चन को 15 करोड़ का प्रॉफिट हुआ 1996 में ABCL का काम और आगे बढ़ने लगा।
अमिताभ ने पहली बार में ही मिली कंपनी की सफलता को देखते हुए इसे और आगे बढ़ाने का फैसला किया। बिग बी अपने प्रोडक्शन के लिए मिस वर्ल्ड का प्रोजेक्ट लाए, लेकिन कंपनी को इस दौरान कोई स्पॉन्सर नहीं मिला। भारत में पहली बार मिस वर्ल्ड इवेंट होने जा रहा था, लेकिन उस वक्त भारतीय दर्शकों ने इस पेजेंट में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई। ऐसे में अमिताभ को सारा खर्च उठाना पड़ा।
घाटे की तरफ बढ़ने लगी बिग बी की कंपनी
मिस वर्ल्ड पेजेंट के लिए कुछ पेमेंट देना अभी बाकी था। ऐसे में कंपनी को बड़ा घाटा हुआ। इस दौरान ABCL ने ‘तेरे मेरे सपने ‘और ‘सात रंग के सपने’ नाम की दो फिल्में प्रोड्यूस की। इन फिल्मों पर काफी पैसा लगाया गया क्योंकि अमिताभ को उम्मीद थी कि इससे कंपनी को फायदा मिलेगा और घाटे की भरपाई हो जाएगी। हालांकि ऐसा कुछ नहीं हो पाया क्योंकि इन फिल्मों के अलावा बॉक्स ऑफिस पर काफी रिलीज हो रही थी जिसमें राजा हिंदुस्तानी, रंगीला, बॉर्डर और दिल तो पागल हैं जैसी बड़े स्टार कास्ट की फिल्में शामिल थीं। ये सभी फिल्में जबरदस्त हिट साबित हुई और अमिताभ की कंपनी को बड़ा नुकसान हुआ।
अमिताभ ने इन फिल्मों में बड़े स्टार्स लिए थे लेकिन दमदार कहानी के आगे ये फिल्में चल नहीं पाईं। इसके बाद भी बिग बी ने हार नहीं मानी और फिल्म ‘मृत्युदाता’ लेकर आए। ये फिल्म उन दोनों फिल्मों से भी बड़ी फ्लॉप साबित हुई। इसके बाद खबर आने लगी कि अमिताभ बच्चन बैंक करप्ट हो चुके हैं। स्थिति इतनी खराब हो गई कि 1999 आते -आते अमिताभ बच्चन का घर बिकने की कगार पर पहुंच गया।
सड़क पर आने की हालत में पहुंच गए थे अमिताभ
अपने वक्त के इतने बड़े स्टार्स के पास उस वक्त नौकरों को देने के लिए तनख्वाह भी नहीं बची थी। ऐसी खबरें भी सामने आई थी कि अनिल अंबानी ने अमिताभ को कुछ पैसे की मदद करने की बात कही थी। हालांकि अमिताभ बच्चन ने खुद्दारी दिखाते हुए कहा कि वो बस सपोर्ट चाहते है और पैसे नहीं। अमिताभ बच्चन मंथन करते रहे कि इस डूबती नैय्या से कैसे पार लगाया जाए और ऐसे में एक दिन वो यशराज के पास पहुंचे।
यशराज उन दिनों फिल्म ‘मोहब्बतें’ बना रहे थे। अमिताभ ने अपनी परेशानी बताई और यशराज फौरन उन्हें फिल्म देने को राजी हो गए। इस फिल्म की कास्ट तैयार हो चुकी थी और अमिताभ का रोल पहले बोमन ईरानी को दिया गया था। इसके बाद बोमन को हटाकर फिल्म में नारायण शंकर का किरदार अमिताभ को दे दिया गया। फिल्म हिट साबित हुई लेकिन अमिताभ को अभी काफी कर्जा चुकाना था। इसके बाद अमिताभ को एक टीवी शो में काम करने का ऑफर आया।
छोटे पर्दे पर भी चला बिग बी का जादू
ये शो था ‘कौन बनेगा करोड़पति’। उन दिनों में बड़े पर्दे के सितारे छोटे पर्दे पर जल्दी काम नहीं करते थे। हालांकि अमिताभ ने इस शो के लिए हां कर दिया और एक एक एपिसोड के लिए अमिताभ को अच्छी रकम दी गई। शो सुपरहिट रहा और इसके साथ अमिताभ बच्चन के सितारे एक बार फिर चमकने लगे। इन पैसों से अमिताभ ने सबसे पहले अपना घर बचाया और फिर मिस वर्ल्ड की रुकी सारी पेमेंट क्लीयर कर दी। उस वक्त के बाद से अमिताभ बड़े पर्दे के साथ-साथ छोटे पर्दे के शंहशाह भी बन गए।