सामने आई सुशांत सिंह राजपूत की मौत की असली वजह, आखिरी नतीजे पर पहुंची पुलिस
14 जून की दोपहर अचानक सुशांत सिंह राजपूत ने मुंबई स्थित अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली, इस घटना के बाद पूरा देश स्तब्ध रह गया। सभी के दिमाग में एक ही सवाल आया कि आखिर सुशांत ने आत्महत्या क्यों की? इसी सिलसिले में मुंबई पुलिस जांच पड़ताल कर रही थी और अब खबर आ रही है कि जांच पूरी हो चुकी है। पोस्टमार्टम की डिटेल रिपोर्ट पुलिस को मिल चुकी है साथ ही पुलिस ने पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों से भी जांच पड़ताल की है।
मुंबई पुलिस सुशांत सुसाइड केस में अब तक कईयों से पूछताछ भी कर चुकी है। यही नहीं पुलिस ने उस कमरे की भी गहन जांच पड़ताल की है, जहां सुशांत की लाश मिली थी। कमरे के पंखे, बेड और फंदे की ऊंचाई, गहराई की पुलिस ने नाप की है। अब पुलिस को सिर्फ विसरा की रिपोर्ट का इंतजार है, कहा जा रहा है कि अगले 1 से 2 हफ्ते में विसरा की रिपोर्ट भी आ जाएगी।
मुंबई पुलिस कई चरणों में खोजबीन और जांच पड़ताल कर चुकी है, अभी तक के तफ्तीश में यही बात निकलकर सामने आ रही है कि सुशांत ने खुदकुशी की है, उनके खिलाफ कोई साजिश नहीं है। मुंबई पुलिस का कहना है कि ये एक सीधा साधा खुदकुशी का मामला है। दरअसल पुलिस ये बात यूं ही नहीं कह रही है, बल्कि मौका ए वारदात से मिले सबूतों, सुशांत के करीबियों से पूछताछ से हासिल जानकारियों के आधार पर कह रही है।
मुंबई पुलिस को इस बात का अंदाजा है कि मामला हाई प्रोफाइल है, यही वजह है कि पुलिस ने नतीजे तक पहुंचने से पहले सारे पक्षों की अच्छे से जांच पड़ताल की है। लिहाजा पुलिस के अनुसार जांज पड़ताल में कुछ ऐसी चीजों का पता लगा है, जिसके बाद शक की कोई गुंजाइश ही नहीं रह जाती है। आइये जानते हैं, उन वजहों को जिसकी वजह से मुंबई पुलिस इसे एक खुदकुशी का केस मानकर चल रही है।
कमरे का दरवाजा था बंद
जिस कमरे में सुशांत सिंह की मौत हुई, उस कमरे का दरवाजा अंदर से लॉक था। इस बात का गवाह खुद सुशांत की बहन और उनके घर में मौजूद तीनों मुलाजिम हैं। पुलिस के मुताबिक जब सुशांत की बहन सुशांत के घर पहुंची, तो उन्होंने दरवाजा खोलने और खुलवाने की कोशिश की। इतनाही नहीं दरवाजा खोलने के लिए डुप्लीकेट चाबी बनाने वाले मैकेनिक को बुलाया गया। मैकेनिक ने दरवाजा खोला, तो सुशांत की बहन वहीं थीं। इतना ही नहीं दरवाजे में लगे ताले की तकनीक जांच में भी इस बात का खुलासा हुआ है कि ताले से कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है। यानी सुशांत ने ही अंदर से दरवाजा लॉक किया था।
बेड और पंखे के बीच का गैप मात्र 1 इंच…
पुलिस जांच में पाया गया है कि कमरे में लगे पंखे, मोटर और कमरे के बेड के बीच का कुल फासला 5 फीट 11 इंच था। वहीं सुशांत का कद 5 फीट 10 इंच था। मतलब सुशांत के बेड में खड़े होने के बाद और पंखे के बीच सिर्फ 1 इंच का अंतर रह जाता है। सुशांत की बहन, ताला बनाने वाला मैकेनिक और घर में मौजूद तीनों मुलाजिम और दोस्तों के मुताबिक कमरे का दरवाजा खुला तो सुशांत की डेड बॉडी बेड के किनारे हवा में झूल रही थी। जहां सुशांत की लाश झूल रही थी, वहां से पंखे की दूरी और ऊंचाई 8 फीट 1 इंच थी।
इस मामले में फॉरेंसिक एक्सपर्ट का कहना है कि पंखा और बेड पर खड़े होने के बाद सुशांत के बीच सिर्फ 1 इंच का ही फासला था, इसलिए सुशांत ने पंखे पर आसानी से गाठ बना ली। इसके बाद फंदा गले में डालकर सुशांत ने दूसरी तरफ दोनों पैर फेंक दिए और हवा में झूल गए। मौका ए वारदात से ली गई तस्वीर और फॉरेंसिक जांच से साफ है कि पंखा कमरे के बीचों बीच नहीं था, इसलिए बेड के दूसरी तरफ काफी गैप था।
शरीर और कपड़े पर कोई निशान नहीं
सुशांत के मृत शरीर से चोट और खरोंच के एक भी निशान नहीं मिले हैं। मतलब साफ है कि आत्महत्या से पहले किसी से हाथापाई नहीं हुई थी। सुशांत के उंगलियों के नाखून भी साफ मिले, यानी कोई झगड़ा या हाथापाई नहीं हुई है। आत्मत्या के समय सुशांत ने शॉट और टी शर्ट पहना था। कपड़ों पर भी किसी तरह के कोई निशान नहीं मिले हैं, यानी किसी से भी हाथापाई या झगड़ा नहीं हुआ था।
सभी 6 चश्मदीदों के बयान एक समान
मौत के बाद के कुल 6 चश्मदीद हैं, सुशांत के घर के 3 मुलाजिम, 1 दोस्त, सुशांत की बहन और डुप्लीकेट चाबी बनाने वाला मैकेनिक। पुलिस के मुताबिक 14 जून की दोपहर की कहानी इन सभी चश्मदीदों ने एक जैसी सुनाई। पुलिस का मानना है कि सुशांत के बहन की गवाही काफी अहम थी। इन्हीं लोगों के बयानों से पुलिस इस नतीजे पर पहुंची कि मामला खुदकुशी का है।
पुलिस को है विसरा रिपोर्ट का इंतजार
पोस्टमार्टम रिपोर्ट, फॉरेंसिक रिपोर्ट और तकरीबन 30 लोगों से पूछताछ के बाद मुंबई पुलिस ने यही निचोड़ निकाला है कि सुशांत ने आत्महत्या की है। हालांकि पुलिस अभी विसरा के रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जो अगले 1 से 2 हफ्तों में पुलिस को मिलेगी। पुलिस तब तक फाइनल रिपोर्ट दाखिल नहीं करेगी, जब तक विसरा की रिपोर्ट नहीं आ जाती।