विदुर की बताई इन चार बातों का जो पालन करेगा, सफलता उसके कदमों के नीचे होगी!
विदुर के बारे में तो आप जानते ही होंगे। यह महाभारत के समय के एक बहुत ज्ञानी और विद्वान व्यक्ति हैं। वैसे तो महाभारत के सभी पात्र अपने आप में महान और ज्ञानी थे, लेकिन इनका स्थान सबसे अलग है। विदुर हस्तिनापुर राज्य के अत्यंत महत्वपूर्ण व्यक्ति थे और इनका स्थान शीर्ष पर था। यह अपनी न्यायोचित और नीतिपूर्ण सलाह देने के लिए काफी प्रसिद्ध थे। उनकी कही गयी बातों का आज भी उतना ही महत्व है, जितना की उस समय था।
कर सकते हैं बड़ी से बड़ी परेशानी का सामना:
उनकी कही गयी हर बात आज भी उसी तरह से इंसान के जीवन पर लागू होती है। अगर कोई व्यक्ति विदुर की नीति का ठीक से पालन करे तो उसके जीवन के सारे कष्ट पल भर में दूर हो जायेंगे। विदुर नीति का इस्तेमाल करके आप बड़ी से बड़ी परेशानी का सामना कर सकते हैं। विदुर ने अपनी नीति में कुछ ऐसी बातें बताई हैं, जिनका इस्तेमाल करके आप किसी भी कार्य और कला में सफलता पा सकते हैं।
श्लोक:
निश्चित्य य: प्रक्रमते नान्तर्वसति कर्मण: |
अवन्ध्यकालो वश्यात्मा स वै पण्डित: उच्यते | |
इस श्लोक के माध्यम से विदुर ने इंसान के कर्मों पर बल दिया है। उन्होंने बताया है कि इंसान को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए।
*- किसी भी काम को शुरू करने से पहले उसकी पूरी तैयारी कर लेनी चाहिए। ऐसे में कार्य के सफल होने की ज्यादा उम्मीद रहती है। सफलता पाने के लिए दृढ़ निश्चय बहुत जरूरी है।
*- काम को शुरू करने के बाद उसे पूरा किए बगैर बीच में बिल्कुल भी नहीं छोड़ना चाहिए। इससे कार्य बाधित हो जाता है। आपके कार्य के बीच में कोई भी बाधा क्यों ना आये, आप अपने काम को कभी भी ना छोड़ें।
*- समय के साथ खिलवाड़ करने वाले व्यक्ति को जीवन में कभी भी सफलता प्राप्त नहीं होती है। अगर आप भी सफल होना चाहते हैं तो ऊल-जुलूल कामों में समय की बर्बादी ना करें।
*- विदुर ने यह भी कहा है कि इंसान को अपने मन और इच्छाओं को वश में करना आना चाहिए। जो लोग ऐसा करने में असमर्थ होते हैं, वह सफलता से कोसों दूर रहते हैं। किसी भी काम में सफलता पाने के लिए मन और इच्छाओं को वश में रखकर काम करना बहुत ज्यादा जरूरी होता है।