Chilled बियर 140 और ठंडी बियर 150 रुपये, ठेके पर लिखे बियर के इन रेट्स की लोगों ने मौज लेली
कहते हैं इस बिजनेस में वही चल सकता है, जिसे लोगों को चलाना आता है। यानी वो बाज़ार में पारंगत तब ही माना जाता है जब वो अपने प्रोडक्ट को लोगों के बीच मशहूर कर दे। इसके लिए बड़ी-बड़ी कंपनियां बड़े-बड़े फर्म को हायर करती है ताकि वे उनके प्रोडक्ट की इस तरह ब्रांडिंग करे कि वो लोगों के बीच प्रचलित हो जाए। इसके लिए फ़्री से ले कर गिफ्ट तक कई लुभावने ऑफर जनता के समक्ष पेश किए जाते हैं। वहीं कई जगह 99, 999 जैसे दाम लिखे जाते हैं, जिससे दाम इतना ज़्यादा ना लगे।
इन ऑफर्स का सीधा सा मकसद यही होता है कि लोग उनके बनाए प्रोडक्ट्स को खरीद लें। यह सब एक तरह की मार्केटिंग है। मगर क्या आपने कभी सोचा है कि शराब के ठेके पर कोई ऐसा लुभावना ऑफर चल रहा हो ? जी हां आज हम आपको सोशल मीडिया पर दबा कर वायरल हो रहे शराब ठेके के ऑफर के बारे में बताने वाले हैं, जिसने सब का ध्यान अपनी और खींचा है।
शराब ठेके ने की एक अनोखी मार्केटिंग अब हो रही है, वायरल
#Humor
“Chilled” Beer vs “Thandi” Beer pic.twitter.com/UYVRt2kwyo— Commander Vikram W Karve (@w_karve) July 6, 2020
दरअसल शराब ठेके का एक अनोखा मार्केटिंग तरीका अब लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। वायरल तस्वीर एक शराब ठेके के बाहर की है, जिस पर एक बैनर लगा हुआ है। इस बैनर पर बड़े-बड़े शब्दों में लिखा हुआ है कि Chilled बियर 140 और ठंडी बियर 150 रुपये में मिल रही है। अब लोग यह सोच-सोच कर अपना सिर खुजा रहे हैं कि आखिर दोनों में फर्क क्या है?
Chilled और ठंडी बियर में क्या अंतर है?
बता दें इन दिनों सोशल मीडिया पर शराब ठेके की यह तस्वीर बेहतरीन तरीके से वायरल हो रही है, लोग जम कर इसका मज़ाक बना रहे हैं। गौरतलब है कि ठंडे को ही अंग्रेजी में chilled कहा जाता है, तो फिर ठंडी बियर ही अंग्रेजी में chilled बियर हुई। मगर वायरल तस्वीर में इन दोनों के बीच पूरे 10 रुपये का अंतर दिखाई दे रहा है। यही वजह है कि लोग सोच में पड़ गए हैं, आखिर इन दोनों में ऐसी क्या असमानता है।
Chilled” Beer vs “Thandi” Beer से लोग ट्वीटर पर इस तस्वीर पर अपनी अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं। कोई इसे हिंदी बोलने पर 10 रुपये की पेनल्टी बता रहा है तो किसी का कहना है कि यह अंग्रेजी बोलने पर 10 रुपये का इनाम है।
भाषा बदलने पर 10 रुपये ज़्यादा
लोग इस बात से भी हैरान, परेशान है कि आखरी भाषा बदलने से ऐसे क्या बदलाव आ जाते है कि दाम ही बदल जाते हैं। खैर इस फोटो का और शराब की दुकान वालों का इस बैनर के पीछे जो भी मक़सद रहा हो मगर इससे लोगों का मनोरंजन तो भरपूर हुआ। साथ ही साथ चाहे यह अनचाही मार्केटिंग ही क्यों ना हो मगर एक सफल मार्केटिंग सिद्ध हुई है। लोगों तक यह पहुंची है साथ ही यह लोगों को पसंद भी आई है। इसलिए अगर इसे मार्केटिंग की नज़र से देखें तो यह एक सफल प्रयोग साबित हुआ है।
आपकी इस बैनर पर मज़ेदार प्रतिक्रिया क्या होगी हमें कमेंट करके जरूर बताएं।