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मंत्री के बेटे को रोकने वाली गुजरात पुलिस कांस्टेबल सुनीता यादव का तबादला

कोरोना का संकट आज पूरे विश्व पर छाया हुआ है। भारत को भी इसने तीन महीने तक बंद रखने पर मजबूर कर दिया था। अभी भी कोरोना का काल सर पर मंडराया हुआ है, हालांकि उसके बाद भी सरकार ने कुछ छूट देते हुए जन जीवन को सामान्य करने की कोशिश की है। मगर इस छूट में भी हमें नियमों का पालन करना होगा। मगर सरकार की सख्त हिदायत के बाद भी कुछ लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे और बिना मास्क लगाए बाजार में घूम रहे हैं। इन लोगों में एक हैं गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री कुमार कानाणी के सिपुत्र और उनके दोस्त, आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला।

दरअसल मीडिया रिपोर्टस के अनुसार, वराछा पुलिस थाने में तैनात महिला कॉन्स्टेबल सुनीता यादव ने 8 जुलाई की रात गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री कुमार कानाणी के सुपुत्र और उसके मित्रों को मास्क ना लगा कर कर्फ़्यू नियमों के उल्लंघन करने के जुर्म में रोक लिया था। 

8 जुलाई की रात वाली यह घटना वराछा इलाके के मिनी बाजार के करीब 10.35 पर घटित हुई। इसी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर धमाकेदार तरीके से वायरल हो रहा है। 


उपरोक्त वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि युवक मंत्री जी के सुपुत्र होने की कितनी धौंस जमाता है। वो यहां तक कह देता है “उसकी पहुंच इतनी है कि वह उसे यहीं पर 365 दिनों के लिए खड़ा करवा सकता है। मंत्री जी के बेटे की धमकी पर महिला कॉन्स्टेबल जवाब देती है कि वह उनकी दासी या उसके पिता की सेवक नहीं है कि वे 365 दिनों के लिए यहीं पर उसे तैनात करवा दें।


इस घटना का जब वीडियो वायरल होने लगा तो सुनीता को घटना के संबंध में रविवार 12 जुलाई को सूरत पुलिस मुख्यालय में तलब किया गया, इसके बाद से ही वे छुट्टी पर हैं।  वहीं मंत्री जी का आरोप है कि उनके बेटे के साथ सुनीता यादव ने बदतमीजी की थी। पुलिस ने पूरे मामले में जांच बैठा दी है। सूरत पुलिस के पीआरओ पीएल चौधरी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक वीडियो संज्ञान में आया है, इस मामले में हमें शिकायत मिली थी। पूरे मामले पर हमने जांच बैठा दी है। दोषी को बख्शा नहीं जाएगा उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। 


इस तरह की बात भी सामने आ रही है कि महिला पुलिस ने पुलिसिया सिस्टम से तंग आकर नौकरी से इस्तीफा दे दिया है। वहीं दूसरी तरफ सूरत के पुलिस कमिश्नर राजेंद्र ब्रह्मभट्ट ने इस मामले की जांच एसीपी सीके पटेल को सौंप दी है। वहीं सुनीता यादव का तबादला भी हो जाने की खबर आ रही है।

पुलिसिया कार्यवाही में कौन कितना दोषी निकलता है और किसे कितनी सजा होगी यह तो आगे देखने को मिलेगा। मगर जनता की नज़र में सुनीता यादव हीरो बन चुकी हैं। करोड़ों लोग उनके समर्थन में पोस्ट कर रहे हैं, साथ ही मंत्री जी के सुपुत्र और सरकार को आड़े हाथों ले रहे हैं। ऐसे में यह आगे चल कर गुजरात सरकार और प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन सकता है।

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