जन्मदिन विशेषः वो निर्देशक जिसने अमिताभ को ‘एंग्री यंग मैन’ के साथ देश का सुपरस्टार बना दिया
प्रकाश मेहरा ने अमिताभ के साथ 7 फिल्में बनाई थीं जिसमें 6 फिल्में बड़ी हिट साबित हुई थी
बड़े पर्दे पर जब हीरो एक्शन करता है या फिर धमाकेदार डॉयलॉग बोलता है तो दर्शक ताली पीटते हुए उसकी तारीफ करते हैं। हालांकि दर्शक इस बात पर ध्यान नहीं देते कि उस हीरो को ऐसा बनाने के पीछे एक सफल डायरेक्टर का हाथ है। बॉलीवुड में दमदार एक्टिंग करके लोगों के दिलों के शंहशाह बने अमिताभ बच्चन के पीछे भी ऐसे ही एक महान निर्देशक का हाथ था। वो थे मशहूर निर्देशक प्रकाश मेहरा जिन्होंने अपनी पारखी नजरों से अमिताभ की प्रतिभा को पहचाना था और उन्हें एक सुपरस्टार बनाया। प्रकाश मेहरा का जन्म 13 जुलाई 1939 में यूपी के बिजनौर में जन्म हुआ था। आज प्रकाश मेहरा हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उन्होंने देश को अमिताभ के रुप में एक ऐसा सितारा दिया है जिसके लिए हर कोई उनका आभारी होगा। आज उनके जन्मदिन के मौके पर बताते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें।
जंजीर के साथ रची सफलता
ये बात तब की है जब अमिताभ बच्चन ने फिल्मी दुनिया में कदम रख दिया था, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल रही थी। अमिताभ उस एक मौके की तलाश में थे जब वो पर्दे पर खुद को साबित कर सकते कि उनके अंदर भी प्रतिभा है। लगातार कई फिल्मों की असफलता के बाद अमिताभ को साथ मिला प्रकाश मेहरा का। प्रकाश मेहरा ने 1973 में फिल्म बनाई ‘जंजीर’ और भारत को अमिताभ के रुप में मिला पहला एंग्री यंग मैन।
उस दौर की फिल्मों में हीरो ज्यादातर रोमांटिक होते थे। उन्हें हीरोइन के साथ रोमांस करने आता था, मां का दिल खुश करने आता था और वो दर्शकों को भावुक कर सकते थे। उस वक्त प्रकाश मेहरा ने अमिताभ में कुछ अलग देखा और उन्हें एक ऐसे पुलिसवाले का किरदार दिया जिसके चेहरे पर गुस्सा और आखों में तेज था। पहली बार पर्दे पर हीरो को एंग्री रोल में देखकर फैंस भी हैरान रह गए। फिल्म जबरदस्त हिट हुई और अमिताभ रातों-रात स्टार बन गए। इस फिल्म में जया बच्चन भी खास रोल में थी।
सात में से 6 फिल्में रहीं सुपरहिट
अमिताभ के अंदर प्रतिभा थी लेकिन उसे पहचानने और निखारने का काम प्रकाश मेहरा ने ही किया। ‘जंजीर’ की सफलता के बाद उन्होंने अमिताभ के साथ खून पसीना, मुक्कदर का सिकंदर, लावारिस, नमक हलाल और शराबी जैसी एक से बढ़कर एक फिल्में बनाईं। इनमें से कुछ फिल्में जहां हिट थी तो वहीं कुछ सुपरहिट की कटैगरी में रखी गईं।
प्रकाश मेहरा के लिए सफलता का ये सफर तय करना आसान नहीं था। मेहरा ने 1950 में अपने करियर की शुरुआत प्रोडक्शन कंट्रोलर के तौर पर की थी। वो हीरो बनने की चाहत रखते थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। उन्होंने निर्देशन में हाथ आज़माया और 1968 में शशि कपूर को लेकर अपनी पहली फिल्म ‘हसीना मान जाएगी’ बनाई। हालांकि उनकी किस्मत का सितारा अमिताभ के साथ फिल्म ‘जंजीर’ को लेकर चमका।
प्रकाश मेहरा ने अमिताभ को बनाया था सुपरस्टार
इस फिल्म की सफलता के बाद अमिताभ को लेकर प्रकाश मेहरा ने सात और फिल्में बनाई जिसमें 6 सुपरहिट रही। जहां इन सुपरहिट फिल्मों ने अमिताभ को एक सुपरस्टार अभिनेता बनाया तो वहीं प्रकाश मेहरा को एक सुपरस्टार निर्देशक के तौर पर स्थापित किया। अमिताभ और प्रकाश मेहरा की आखिरी फिल्म ‘जादूगर’ थी, लेकिन ये फिल्म दर्शकों पर जादू नहीं चला सकी।
1996 में प्रकाश मेहरा ने अभिनेता राजकुमार के बेटे पुरु राजकुमार को लेकर फिल्म ‘ब्रह्मचारी’ बनाई, लेकिन ये फिल्म भी सफल नहीं हुई। बतौर निर्देशक ये उनकी आखिरी फिल्म थी। इसके बाद प्रकाश मेहरा फिल्मों से दूर होने लगे और 17 मई 2009 को मुंबई में प्रकाश मेहरा का निधन हो गया। प्रकाश चले गए लेकिन अपनी दूरदर्शिता से भारत को एक ऐसा सुपरस्टार दे गए जिसकी आज पूरी दुनिया दीवानी है।