राजस्थान में सियासी भूचाल : सचिन पायलट-अशोक में अनबन, संकट में गहलोत सरकार
राजस्थान में सियासी संकट लगातार गहराता जा रहा है। सरकार गिराने के लिए विधायकों की खरीद फरोख्त मामले में राजस्थान पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट को बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस जारी किया है। बता दें कि सरकार के मुख्य सचेतक महेश जोशी को SOG ने नोटिस दिया है। इसी बीच कांग्रेस के 12 विधायकों ने दिल्ली की तरफ कूच किया है, तो उधर उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट पहले से ही दिल्ली में मौजूद हैं।
पायलट मिल सकते हैं कांग्रेस आलाकमान से
सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि 12 विधायकों समेत सचिन पायलट सीएम गहलोत से नाराज चल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक विधायकों समेत सचिन पायलट आज सोनिया गांधी से मिल सकते हैं। सचिन पायलट के खफा होने का कारण SOG की नोटिस को बताया जा रहा है, जिस पर सरकार गिराने की साजिश में उन पर भी निशाना साधा गया है।
तीनों निर्दलीय विधायकों को कांग्रेस ने दिखाया बाहर का रास्ता
इसी बीच कांग्रेस ने 3 निर्दलीय विधायकों सुरेश टाक, खुशवीर जोजावर और ओम प्रकाश हुडला की संबद्धता को खत्म कर दिया है। बता दें कि ये तीनों राजस्थान की गहलोत सरकार को समर्थन दे रहे थे। उधर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप ने इन तीनों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इन तीनों पर एसओजी ने आरोप लगाया है कि इन्होंने विधायकों की खरीद फरोख्त की कोशिश की थी।
एसओजी ने की बड़ी कार्रवाई
गौरतलब है कि एसओजी ने शुक्रवार को गहलोत सरकार गिराने को लेकर विधायकों की खरीद फरोख्त में कथित तौर पर शामिल 2 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया था। जानकारी के मुताबिक करीब दो दर्जन विधायकों के साथ साथ दूसरे लोगों को भी इस मामले में बयान दर्ज कराने के लिए नोटिस भेजा जाएगा। वहीं दावा किया जा रहा है कि हिरासत में लिए गए दोनों ने खुलासा किया है कि कुछ लोगों ने कांग्रेस विधायकों को खरीदने की कोशिश की है।
हालांकि पकड़े गए लोगों ने अभी विधायकों के नाम का खुलासा नहीं किया है। एसओजी के अधिकारियों का कहना है कि दो में से एक व्यक्ति को उदयपुर और एक को अजमेर से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद दोनों को पूछताछ के लिए जयपुर लाया गया है। एसओजी ने गिरफ्तार हुए दोनों व्यक्तियों द्वारा बताए गए तथ्यों और जानकारियों के हिसाब से राज्य में विधायकों की खरीद फरोख्त और जनता द्वारा चुनी हुई सरकार को गिराने के मामले में शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया है।
सरकार गिरने के डर से मुख्यमंत्री गहलोत ने शनिवार देर रात उच्च स्तरीय कैबिनेट बैठक बुलाई, इस बैठक में कई विधायकों और मंत्रियों ने अशोक गहलोत को समर्थन पत्र सौंपे हैं। साथ ही सभी ने सीएम पर भरोसा भी जताया है। इसी बीच राजस्थान की सभी सीमाएं सील कर दी गई हैं, जिसे राजनीतिक तालाबंदी कहा जा रहा है। सीमा सील करने की सबसे बड़ी वजह ये माना जा रहा है कि कोई विधायक बाहर न जा सके। कुल मिलाकर एसओजी के एफआईआर के बाद अब राजस्थान में राजनीतिक घटनाक्रम में तेजी आ चुकी है।