पिता की मौत के बाद अचानक सामने आया विकास दुबे का बड़ा बेटा, विदेश में करता है पढ़ाई
कानपुर के शातिर अपराधी गैंगस्टर विकास दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया। बिकरू गांव में हुए पुलिस के साथ मुठभेड़ में विकास और उसकी गैंग ने 8 पुलिसकर्मियों की बर्बर हत्या की थी। इस घटना के बाद से ही पुलिस विकास दुबे की खोज में थी। अपराधी विकास दुबे आखिरकार उज्जैन के महाकाल मंदिर में मिला। इसके बाद उसे उज्जैन से सड़क के रास्ते कानपुर लाया जा रहा था। इसी बीच रास्ते में गाड़ी पलट गई। पुलिस के अनुसार गाड़ी पलट जाने से 4-5 पुलिसवालों को गंभीर चोटें आईं, जबकि विकास पुलिस वालों से हथियार छीनकर भाग रहा था।
पुलिस ने बताया कि विकास को सरेंडर करने के लिए कहा गया था, मगर उसने गोलीबारी कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी गोलियां चलाईं और इसी मुठभेड़ में गैंगस्टर विकास दुबे मारा गया। शव का पोस्टमार्टम करने के बाद मृत शरीर का अंतिम संस्कार कानपुर के भैरो घाट में देर शाम किया गया। बता दें कि अंतिम संस्कार के दौरान विकास की पत्नी रिचा वहां मौजूद थी। दूसरी तरफ विकास दुबे का बड़ा बेटा आकाश दुबे, अपनी दादी सरला दुबे से मिलने लखनऊ पहुंचा।
आकाश अपने चाचा प्रकाश दुबे के घर गया, जहां उसकी दादी भी रहती है। इस मौके पर कृष्णानगर पुलिस वहां पहुंची और उसे अपने साथ ले गई। हालांकि बाद में पुलिस ने जानकारी दी कि आकाश अपने दादी के पास घर पर है।
विकास दुबे के एक भाई और दो बहन की हो चुकी है मौत
विकास दुबे के परिवार की बात करें, तो विकास दुबे के दो भाई दीपू दुबे और अविनाश दुबे थे। बता दें कि विकास के सबसे छोटे भाई अविनाश दुबे की हत्या हो गई थी। विकास के पिता का नाम रामुकमार दुबे, जबकि माता का नाम सरला दुबे है। पिता रामकुमार बिकरू गांव में रहते हैं, जबकि उसकी माता सरला दुबे लखनऊ में रहती है।
विकास दुबे की 3 बहनें बिट्टन, किरण और रेखा हैं। बड़ी बहन बिट्टन की शादी शिवली में हुई है, जबकि किरण की शादी उन्नाव और छोटी बहन रेखा की शादी रामपुर में हुई है। बता दें किरण और रेखा की मौत हो चुकी है। विकास दुबे की शादी की बात करें, तो उसने 25 साल पहले रिचा से लव मैरिज की थी। विकास के दो बेटे हैं, जिसमें से बड़े बेटे का नाम आकाश और छोटे का नाम शानू है।
हिरासत में लिया गया आकाश
विकास के बड़े बेटे आकाश दुबे के बारे में जानकारी मिली है कि वह रूस में एमबीबीएस की पढ़ाई करता है, बताया गया कि वह तृतीय वर्ष का छात्र है। कोरोना संक्रमण की वजह से वह पहले ही भारत आ गया था और वह तभी से यहीं है। पिता की मौत के बाद वह अपनी दादी से मिलने लखनऊ के कृष्णानगर में अपने चाचा के यहां पहुँचा। आकाश के आने की भनक पुलिस को पहले ही मिल चुकी थी, आकाश घर पर कदम रखता इससे पहले पुलिस उसे वहां से उठाकर अपने साथ ले गई। बताया गया कि इस दौरान वह काफी डरा हुआ था और किसी सवाल का जवाब भी नहीं दे पा रहा था।