लाल कार कर रही थी विकास का पीछा, तो मंदिर में कोई खींच रहा था उसकी फोटो: ऑटोवाले का खुलासा
गैंगस्टर विकास दुबे का शुक्रवार को कानपुर में एनकाउंटर हुआ था। विकास दुबे को उज्जैन से गिरफ्तार कर यूपी पुलिस कानपुर ले जा रही थी और इसी दौरान विकास दुबे ने भागने की कोशिश की थी। जिसके बाद यूपी पुलिस ने कानपुर में उसका एनकाउंटर कर दिया। वहीं विकास दुबे ने उज्जैन आकर क्या किया? इसकी पड़ताल मध्य प्रदेश पुलिस करने में लगी हुई है। विकास के मूवमेंट को लेकर उज्जैन शहर की सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। उज्जैन पुलिस के अनुसार उन्हें मंदिर क्षेत्र से मिली फुटेज में ये पता चला है कि विकास ऑटो में बैठकर यहां आया था। जिसके बाद पुलिस ने ऑटोवाले को हिरासत में ले लिया था। ताकि उससे ये पता लग सके की किस जगह से विकास ने ऑटो को पकड़ा था और वो कहां-कहां गया था।
ऑटो वाले ने खोले गई राज
कंठाल क्षेत्र निवासी ऑटो ड्राइवर से उज्जैन पुलिस और उत्तर प्रदेश की एसटीएफ टीम ने पूछताछ की थी। जिसमें ड्राइवर ने बताया कि विकास ने सुबह करीब 4.30 बजे नानाखेड़ा बस स्टैंड के पास से ऑटो पकड़ा था और वो रामघाट क्षेत्र गया था। करीब 3 घंटे तक वो ऑटो में घुमा, उसके बाद सुबह 7.30 बजे वो महाकाल मंदिर के बाहर उतार गया। ऑटो ड्राइवर के मुताबिक विकास अकेला ही था। लेकिन एक लाल रंग की कार लगातार उसे फॉलो कर रही थी। रामघाट क्षेत्र में भी वही कार घूम रही थी।
खींची जा रही थी विकास की फोटो
विकास दुबे जब मंदिर में पहुंचा तो उस दौरान भी उसका कोई पीछा कर रहा था। मंदिर में कोई विकास दुबे की फोटो खींच रहा था और वीडियो बना रहा था। हैरान करने वाली बात ये है कि महाकाल मंदिर के जो सीसीटीवी फुटेज सामने आई हैं। उसमें खास समय की फुटेज गायब हैं।
नहीं मिला कोई सुराग
आखिर कौन लोग विकास दुबे को फॉलो कर रहे थे। ये अभी तक पता नहीं चल पाया है। उज्जैन पुलिस को विकास को फॉलो करने वाली कार और उसमें बैठे लोगों का कोई सुराग नहीं मिला है। उत्तरप्रदेश की एसटीएफ की टीम भी उज्जैन में विकास को पनाह देने वालों के बारे में जानकारी जुटाने में लगी हुई है।
चुप करवाया गया गार्ड को
विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद मंदिर में काम करने वाले कई लोग सामने आए थे। ये लोग बता रहे थे कि आखिर विकास दुबे मंदिर में क्या कर रहा था और उसे कैसे पकड़ा गया था। वहीं मंदिर के गार्ड और फूलवाले को एसपी ने बुलवाया था। जिसके बाद से ये चुप हैं और इनके मोबाइल भी बंद आ रहे हैं। इतना ही नहीं विकास को पकड़ने वाली महाकाल मंदिर की सुरक्षा प्रभारी होमगार्ड प्लाटून कमांडर रूबी यादव को भी चुप करवा दिया गया है।
वीडियो हो रहा है वायरल
इसी बीच उज्जैन के एडिशनल एसपी रूपेश द्विवेदी का सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वे अपने दफ्तर के कुछ लोगों से बात करते हुए ये कह रहे हैं कि ‘आई होप..शायद विकास यूपी जिंदा न पहुंचे।’ हालांकि ये वीडियो वायरल होने के बाद शुक्रवार को ही एएसपी द्विवेदी ने अपनी सफाई दी और कहा कि वीडियो के बारे में उन्हें कुछ नहीं पता है और ये फर्जी है।
आखिर विकास दुबे कैसे यूपी से भागकर फरीदाबाद पहुंचा और किसकी मदद से वो उज्जैन तक आया? इस तरह के कई सारे राज विकास दुबे के एनकाउंटर के साथ ही दफन हो चुके हैं।