सूरमा भोपाली उर्फ जगदीप के निधन से टूट गए जय-वीरु, अमिताभ ने लिखा- एक एक करके सभी…..
जगदीप एक ऐसे नायाब कलाकार थे जो रोते हुए शख्स को भी हंसा देने का हुनर रखते थे और आज वो सितारा भी चला गया
साल 2020 बॉलीवुड के लिहाज से बेहद ही खराब साल साबित हो रहा है। पिछले कुछ महीनों में बॉलीवुड ने एक से बढ़कर एक नायाब सितारे खो दिए। हाल ही में ‘शोले’ फिल्म में ‘सूरमा भोपाली’ का किरदार निभाकर मशहूर हुए जगदीप जाफरी का बढ़ती उम्र से होने वाली परेशानियों के चलते निधन हो गया। जगदीप 81 वर्ष के थे और उन्होंने मुंबई स्थित अपने घर पर ही अंतिम सांस ली। जगदीप का यूं चले जाना हर किसी को सदमा दे गया है। बॉलीवुड के बहुत से सितारों ने सोशल मीडिया के जरिए श्रद्धांजलि दी है। वहीं बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र ने भी सूरमा भोपाली को याद करते हुए उनके बारे में बहुत ही भावुक बातें लिखी हैं। दोनों ने जगदीप के साथ फिल्म ‘शोले’ में काम किया था।
बिग बी को याद आए हंसते-मुस्कराते जगदीप
अमिताभ बच्चन और धर्मेंद्र की ब्लॉकस्टर फिल्म ‘शोले’ में एक से बढ़कर एक किरदार थे। उसमें एक किरदार सूरमा भोपाली का था जिसे जगदीप जाफ़री ने निभाया था। बिग बी ने उन पलों को याद करते हुए लिखा- कल रात हमने एक और नगीना खो दिया। जगदीप, कॉमिक एक्टिंग का अनूठा हुनर रखने वाले कलाकार थे। उन्होंने अपना एक बहुत ही यूनिक स्टाइल डेवलेप किया था और मुझे उनके साथ कई फिल्मों में काम करने का मौका मिला था। जो ऑडियंस को सबसे ज्यादा याद है वो ‘शोले’ और ‘शंहशाह’ में उनका काम।
अमिताभ बच्चन ने आगे लिखा कि उन्होंने अपने प्रोडक्शन में बनाई एक फिल्म में मुझसे गेस्ट अपीयरंस के लिए विनती की थी, जो मैंने किया भी था। वो एक शालीन इंसान थे जिन्हें करोड़ों ने प्यार किया। उनके लिए मेरी दुआएं और प्रार्थनाएं। बता दें कि जगदीप का असली नाम सैय्यद इश्तियाक अहमद जाफ़री था और फिल्मों के लिए उन्होंने जगदीप नाम रख लिया था। हालांकि आज भी लोग उन्हें ‘सूरमा भोपाली’ के नाम से जानते हैं।
बिग बी ने अपनी भावनाएं जाहिर करते हुए कहा कि एक के बाद एक उनके साथ काम करने वाले लोग इस दुनिया से विदा होते जा रहे हैं। उन्होंने लिखा कि एक एक करके वो सभी चले जा रहे हैं….इंडस्ट्री को अपने काम और अतुल्य सहयोग के बाद इस तरह वंचित छोड़कर।
जगदीप के लिए धर्मेंद्र ने कही ये बात
फिल्म शोले में धर्मेंद्र भी जगदीप के साथ नजर आए थे। उन्हें भी जगदीप का चले जाना अंदर तक खल गया। उन्हें याद करते हुए धर्मेंद्र ने कहा कि कॉमेडी सबसे मुश्किल काम है जिसे जगदीप बहुत एफर्टलेस तरीके से किया करते थे। आप किसी को उदास तो एक सेकेंड में कर सकते हैं, किसी के जज्बात से पल भर में खेल सकते हैं, लेकिन किसी दुखी इंसान को हंसा देना बहुत बड़ी बात होती है।
आगे धर्मेंद्र ने कहा कि मैं जगदीप को बहुत पहले से जानता था। शुरुआत के दिनों में ही हम बहुत अच्छे दोस्त हो गए थे। जगदीप को खाने पीने का काफी शौक था। खुद भी वो बहुत कुछ अच्छा बना लेते थे। ‘प्रतिज्ञा’ में उनका रोल काफी अच्छा था। अपना फ्लेवर हर रोल में एड ही करते थे। एक सच्चे कॉमेडियन की ये ही पहचान होती है। उस वजह से उन्होंने जो भी रोल किए वो सोने पर सुहागा होता था।
दिलों में जिंदा रहेंगे ‘सूरमा भोपाली’
धर्मेंद्र ने कहा कि मैंने कभी जगदीप से नहीं पूछा कि उन्होंने अपना नाम क्यों बदला। हमारे जमाने में तो नाम जो है वो महीने या हफ्ते के दिन पर भी रख दिए जाते थे। जैसे किसी की पैदाइश अगर मंगल को हुई तो उसका नाम मंगल रख दिया जाता था। उसमें साल और तारीख नहीं रखी जाती थी जिससे हमें उसकी उम्र का पता ना चल सके। वो जवान रहे , जिंदा रहे। बहरहाल इतने साल हम दोनों साथ रहे। अब ऐसा लग रहा है कि कुछ टूट गया है मेरे भीतर से।
बता दें कि जगदीप जाफ़री ने करीब 400 फिल्मों में काम किया था। इसमें फिल्म ‘पुराना मंदिर’ में उनके मच्छर के किरदार के लिए भी उन्हें काफी पसंद किया गया था। साथ ही फिल्म ‘अंदाज़ अपना अपना’ में उन्होंने सलमान खान के पिता का रोल निभाया था। इस किरदार को भी काफी पसंद किया गया। अपनी कॉमिक टाइमिंग के चलते जगदीप हमेशा दर्शकों के फेवरेट रहे। जगदीप के जीवन का एक ही फलसफा था कि आओ हंसते-हंसते और जाओ हंसते-हंसते और जैसे उन्होंने दुनिया को हंसाया वैसे ही अंत समय में हंसते- मुस्कराते इस दुनिया से चले भी गए।