पुलिसवालों की हत्या कर साइकिल से फरार हुआ था विकास दुबे, इस तरह फरीदाबाद से पहुंचा उज्जैन
कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की बेरहमी से हत्या करने के बाद विकास दुबे वहां से साइकिल लेकर भागा था और इसने अपने मोबाइल को भी बंद कर दिया था। पुलिस के अनुसार गुरुवार देर रात पुलिस वालों को मारने के बाद गैंगस्टर विकास दुबे बिकरू गांव से साइकिल में भागा था। 5 किलोमीटर तक साइकिल चलाने के बाद ये शिवली कस्बे पहुंचा और वहां से इसने रिश्तेदार की बाइक ली और फोन को बंद कर दिया। बाइक में बैठकर ये लखनऊ की और रवाना हो गया। फोन बंद होने के कारण सर्विलांस और क्राइम ब्रांच की टीम को बस इतनी ही जानकारी मिल सकी थी कि ये लखनऊ की तरफ भागा है।
पत्नी भी हुई घर से फरार
इस वारदात के दौरान ही विकास दुबे की पत्नी लखनऊ वाले घर से फरार हुई थी और अपने बेट के साथ चंदौली गई थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुठभेड़ से पहले विकास दुबे ने पत्नी रिचा दुबे और बेटे को फोन किया था। जिसके बाद ये दोनों रात करीब दो बजे घर से निकल गए थे। सर्विलांस ने जब रिचा की लोकेशन ट्रेस की तो पता चला कि उसने तीन जुलाई की सुबह चंदौली में अपना मोबाइल बंद किया है। पुलिस के मुताबिक विकास और उसकी पत्नी चंदौली में मिले थे।
अलग-अलग साधनों से भागे थे बदमाश
दो जुलाई को रात पौने एक बजे ये मुठभेड़ शुरू हुई थी जो कि करीब डेढ़ बजे तक चली। वहीं दो सवा दो बजे एसएसपी समेत अन्य अफसर जब मौके पर पहुंचे। उससे पहले ही विकास और उसके साथी फरार हो चुके थे। ये लोग अलग-अलग साधनों से फरार हुए थे। हिरासत में लिए गए आरोपियों से पुलिस को पता चला कि विकास साइकिल से खेतों के रास्ते होते हुए शिवली पहुंचा था। वहां से इसने एक करीबी से उसकी बाइक ली। फिर मोबाइल बंद कर दिया। फोन बंद होने कारण इसकी आगे की लोकेशन का पता नहीं लग सका। लेकिन विकास दुबे ने अपने पत्नी से मुठभेड़ से पहले बात की थी जिसके बाद उसकी पत्नी अपने लखनऊ वाले घर से बेट के साथ गायब हो गई।
भागकर पहुंचा फरीदाबाद
विकास दुबे यूपी एसटीएफ के हाथ आने से पहले ही फरीदाबाद पहुंच गया। यहां इसने एक होटल में कमरा लेने की कोशिश की। लेकिन आईडी नहीं होने की वजह से होटल वालों ने कमरा नहीं दिया। जिसके बादे ये अपने एक रिश्तेदार के घर चले गया। जबकि इसके साथ मौजूद दो बदमाश होटल में ही रूक गए। वहीं 7 जुलाई को ये अपने साथियों से मिलने के लिए होटल आया था। होटल वालों को शक हुआ और उन्होंने पुलिस को जानकारी दी। लेकिन पुलिस आने से पहले ही ये फरार हो गया।
फरीदाबाद से पहुंचा उज्जैन
फरीदाबाद से भागकर विकास दुबे मध्यप्रदेश पहुंच गया। मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के अनुसार विकास दुबे पॉल सर के नाम की फर्जी आईडी का इस्तेमाल कर रहा था। वो राजस्थान के कोटा से सड़क के रास्ते उज्जैन पहुंचा था। वहीं आज सुबह इसे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार कर लिया गया है। ये मंदिर में दर्शन करने के लिए आया था।
कॉन्स्टेबल ने मारा थप्पड़
गिरफ्तारी के बाद भी विकास दुबे पुलिस पर काफी रौब जमा रहा था। जब इसे पुलिस गाड़ी में बैठाया जा रहा था। तो ये जोर से चिल्लाता हुए कहा रहा था कि, ‘मैं विकास दुबे हूं.. कानपुर वाला।’ तभी एक कॉन्स्टेबल ने इसे एक थप्पड़ जड़ दिया। जिसके बाद दुबे चुप हो गया।
Vikas Dubey was going to Ujjain Mahakal temple when he was identified by security personnel. Police were informed, he confessed his identity after being pushed for it. He has been apprehended by police & interrogation is underway: Ashish Singh, Ujjain Collector #MadhyaPradesh https://t.co/tBNHn3pwuw
— ANI (@ANI) July 9, 2020