जानिए पुलिस की रडार में आये जय वाजपेयी की जन्मकुंडली और विकास दुबे से उसका संबंध
फरार अपराधी विकास दुबे के करीबी लोगों पर भी यूपी पुलिस ने अपना शिंकजा कंसना शुरू कर दिया है और विकास के करीबियों को उठाकर उनसे पूछताछ की जा रही है। सोमवार को एसटीएफ ने जय बाजपेई नामक शख्स को हिरासत में लिया है। पुलिस के अनुसार जय बाजपेई विकास का बेहद करीबी है और ये विकास को लग्जरी कारें उपलब्ध करवाता था।
रविवार को पुलिस को विजय नगर में तीन लावारिस लग्जरी कार मिली थीं। पुलिस को शक है कि इन्हीं कारों में विकास दुबे और उसके साथी भागे थे। पुलिस ने जांच में पाया कि लावारिस मिली कारों का मालिक जय बाजपेई है, जो कि विकास दुबे का बेहद ही करीबी माना जाता है। जिसके बाद जय बाजपेई से पुलिस ने 24 घंटे पूछताछ की और पूछताछ करने के बाद एसटीएफ जय बाजपेई को अपने साथ लखनऊ ले आई।
जय बाजपेई पर भी की जा सकती है कार्रवाई
इस मामले में जय बाजपेई पर मुठभेड़ में शामिल बदमाशों को भगाने का केस दर्ज किया जा सकता है। क्योंकि जय बाजपेई की कारों की मदद से ही विकास दुबे और उसके अपराधी दोस्त भागे थे।
लोगों ने दी थी कार के बारे में सूचना
रविवार तड़के विजय नगर चौराहे पर लोगों ने बिना नंबर प्लेट की एक ऑडी, एक वेरना और एक फॅार्च्यूनर कार खड़ी पाई थी। जिसके बाद लोगों ने तुरंत पुलिस को इसकी जानकारी दी। लोगों के अनुसार शनिवार रात इन कारों को यहां खड़ा करके कुछ लोग फरार हो गए थे। वहीं सूचना मिलने के बाद पुलिस ने मौके से एक युवक को पकड़ा था। वहीं जांच में पता चला की ब्रह्मनगर निवासी कारोबारी जय बाजपेई की ही ये कारें हैं।
जय बाजपेई का नाम सामने आने के बाद पुलिस ने उससे पूछताछ की। पूछताछ के दौरान पुलिस ने जय बाजपेई से पूछा कि उसकी कारें वहां कैसे पहुंची। जिसका जवाब वो नहीं दे पाया। कई घंटों तक चली पूछताछ के बाद एसटीएफ की टीम ने उसे हिरासत में ले लिया और सोमवार को टीम उसको लखनऊ ले आई।
पुलिस के हाथ लगे अहम सबूत
जय बाजपेई को विकास दुबे के करीबी लोगों में गिना जाता है। जय बाजपेई प्रॉपर्टी का बिजनेस करता है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक जय बाजपेई कई मामलों में विकास की मदद कर चुका है। वहीं पुलिस ने जय और उसके कई करीबियों की सीडीआर निकाली है, जिससे पुलिस के हाथ कई अहम सबूत लगे हैं।
गौरतलब है कि कानपुर में 8 पुलिसकर्मियों को मारने के बाद से विकास दुबे अपने कुछ साथियों के साथ फरार है। जिसके बाद पुलिस को यूपी के कई इलाकों से लावारिस कारें मिली हैं। पुलिस को शक है कि इन्हीं कारों की मदद से विकास और उसके साथी वारदात को अंजाम देखकर फरार हुए हैं। पुलिस ने विकास के अलावा 18 बदमाशों के नामों की सूची भी जारी की है। इन 18 बदमाशों पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम रखा है। पुलिस के अनुसार विकास ने इन बदमाशों के साथ ही मिलकर पुलिसकर्मियों को मारने का प्लान तैयार किया था और जैसे ही पुलिस वाले विकास के गांव में आए, तो इन गुंडों ने पुलिस पर हमला कर दिया था।