पुलिस को मिली लावारिस कार, दुबे के नाम पर है रजिस्टर्ड, पुलिस ने जताया शक इसी कार से भागा विकास
उत्तर प्रदेश पुलिस को औरैया-दिबियापुर बाईपास के पास से एक लावारिस गाड़ी मिली है। रविवार को मिली इस लावारिस फोर्ड कार में से पुलिस को आचमन दुबे नाम के छात्र का आईकार्ड और कुछ दस्तावेज भी मिले हैं। जिसके बाद से पुलिस को शक है कि इसी कार से विकास दुबे फरार हुआ था। गौरतलब है कि यूपी की पुलिस शुक्रवार से ही गैंगस्टर विकास दुबे की तलाश में लगी हुई है।
लखनऊ का है नंबर
रविवार को पुलिस को एक लावारिस गाड़ी की सूचा मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने मौके पर जाकर इस गाड़ी को जब्त कर लिया। वहीं अभी तक की जांच में ये पता चला है कि कार लखनऊ नंबर की है और अमित दुबे के नाम पर ये कार रजिस्टर्ड है। पुलिस को शक है कि इसी कार से कानपुर मुठभेड़ का मुख्य आरोपी विकास दुबे समेत अन्य आरोपी मौके से भागे हैं।
6 राज्यों में हो रही है तलाश
विकास दुबे को पकड़ने के लिए 100 पुलिस की टीमों को लगाया गया है और कई राज्यों में दबिश की जा रही है। पुलिस ने कानपुर, कानपुर देहात और आसपास के जिलों की सीमाओं को भी सील कर दिया है। वहीं पुलिस को ये आशंका है कि विकास दुबे दूसरे राज्य में छिपा हो सकता है। इसलिए यूपी समेत 6 राज्यों में भी इसकी तलाश की जा रही है।
पकड़ा गया नौकर
रविवार सुबह पुलिस ने विकास दुबे के नौकर दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया है। दयाशंकर को रविवार सुबह कल्याणपुर थाना क्षेत्र में पकड़ा गया है। इसे पकड़ने से पहले मुठभेड़ हुई थी, जिसमें ये घायल हो गया था। इस समय दयाशंकर अग्निहोत्री को जिला अस्पताल में भर्ती किया गया है। दयाशंकर अग्निहोत्री पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम रख था। वहीं दयाशंकर अग्निहोत्री से की गई पूछताछ में इसने कई सारे खुलासे किए हैं और पुलिस को बताया है कि किसी ने फोन करके विकास दुबे को पुलिस छापे मारी की जानकारी दी थी। जिसके बाद विकास दुबे ने 50 बदमाशों को जमा किया था और पुलिस पर फायरिंग की थी।
विकास दुबे पर रखा 1 लाख का इनाम
यूपी पुलिस ने पहले विकास दुबे पर 50 हजार का इनाम रखा था। लेकिन अब पुलिस ने इस राशि को बढ़ाकर 1 लाख रुपए कर दिया है। यूपी पुलिस के अनुसार जो भी विकास दुबे की जानकारी देता है उसका नाम गुप्त रखा जाएगा और उसे 1 लाख रुपए दिए जाएंगे। पुलिस ने दुबे के अलावा कानपुर मुठभेड़ में शानिल उसके 18 गुर्गों पर भी 25-25 हजार का इनाम घोषित किया गया है।
विकास दुबे को पकड़ने के लिए पुलिस ने 500 लोगों के फोन सर्विलांस पर रखे हैं और विकास दुबे के जान पहचान वाले लोगों से पूछताछ की जा रही है। गौरतलब है कि शुक्रवार को विकास दुबे गैंग ने पुलिस पर उस समय हमला कर दिया था। जब पुलिस छापेमारी के लिए विकास के बिकरू गांव में गई थी। इस दौरान कुल 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। जबकि 2 बदमाशों को पुलिस ने मार गिराया था। इस मामले में चौबेपुर के थानाध्यक्ष विनय तिवारी को हिरासत में लिया है। विनय तिवारी पर विकास दुबे को पुलिस रेड की जानकारी देना का आरोप लगाया गया है।