पुलिस छापे की खबर मिलते ही विकास दुबे ने जमा कर लिए थे 50 बदमाश, बोला था-सबको कफन में भिजवाऊंगा
विकास दुबे के साथी दयाशंकर अग्निहोत्री को पुलिस ने रविवार सुबह गिरफ्तार कर लिया है और इससे पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के दौरान दयाशंकर ने शुक्रवार को पुलिस की टीम पर हुए हमले को लेकर कई सारे राज खोले हैं। दयाशंकर अग्निहोत्री ने पुलिस को बताया कि पुलिस छापे की खबर मिलने के बाद विकास दुबे ने घर के सारे दरवाजे खिड़कियां बंद करने को कहा था। इसके बाद विकास बदमाशों का इंतजाम करने लग गया और घर से निकल गया। वहीं 1 घंटे बाद वो 50 असलहाधारी बदमाशों को लेकर घर लौटा।
कफन में भिजवाऊंगा सबको
दयाशंकर के मुताबिक जिस मुखबिर ने विकास को ये सूचना दी थी। उसे फोन पर विकास यही कह रहा था कि आने दो सबको कफन में यहां से भिजवाऊंगा। दयाशंकर के अनुसार घटना के दिन चौबेपुर थाने से विकास के मोबाइल पर रात करीब 8:30 बजे एक फोन आया था।
8 पुलिस कर्मी हुए थे शहीद
विकास दुबे ने पूरी तैयारी के साथ ही पुलिस पर ये हमला किया था। इस मुठभेड़ में 8 पुलिस कर्मी शहीद हो गए थे। वहीं इस मामले की जांच करते हुए पुलिस ने पाया था कि थाने से विकास दुबे के पास पुलिस छापेमारी की खबर पहुंचाई गई थी। वहीं पुलिस के इस शक को दयाशंकर के बयान ने अब सच साबित कर दिया है।
पुलिस को इस वजह से भी हुआ विनय पर शक
इस मामले में कल पुलिस ने चौबेपुर थाने के एसओ विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया था। एसओ विनय तिवारी को लापरवाही और मुठभेड़ में संदिग्ध भूमिका होने के आरोप में शनिवार को सस्पेंड किया था।
शुक्रवार को जब पुलिस की टीम दबिश के लिए विकास के गांव गई थी। उस समय चौबेपुर एसओ विनय तिवारी सबसे पीछे ही चल रहा था और दूसरे थानेदारों व पुलिसकर्मियों को आगे जाने को कह रहा था। जिन्हें क्षेत्र की ज्यादा जानकारी नहीं थी। ये विनय तिवारी की घोर लापरवाही मानी जा रही है।
हिरासत में लेकर हो रही पूछताछ
इस समय विनय तिवारी पुलिस की हिरासत में है और उससे पूछताछ की जा रही। पुलिस महानिरीक्षक, कानपुर, मोहित अग्रवाल के अनुसार विनय को विकास दुबे को पुलिस की छापेमारी की सूचना देने के संदेह पर निलंबित किया गया है। अगर जरूरत पड़ी तो उनके खिलाफ मामला भी दर्ज किया जाएगा। जांच में अगर ये इस मामले में संलिप्तता पाए जाते हैं। तो तत्काल ही बर्खास्तगी के साथ विनय को गिरफ्तारी कर लिया जाएगा।
अभी तक की गई जांच में ये पाया गया है कि विनय तिवारी की कई बार विकास दुबे से बातचीत हुई थी। विनय के अलावा चौबेपुर थाने के सिपाही और एक होमगार्ड के भी विकास दुबे से बातचीत करने की जानकारी सामने आ रही है।
बता दें कि रविवार सुबह पुलिस छापेमारी के लिए विकास दुबे के घर गई थी। लेकिन किसी ने पहले से ही पुलिस की इस छापेमारी की जानकारी विकास दुबे को दे दी थी। जिसके बाद विकास दुबे ने अपने गैंग के लोगों के साथ पुलिस पर हमला कर दिया। ये मुठभेड़ कई समय तक चली थी। मुठभेड़ के बाद से विकास दुबे और उसके साथी फरार थे। हालांकि रविवार सुबह पुलिस ने दयाशंकर को मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया है और दयाशंकर के पैर में गोली लगी।
पुलिस से पूछताछ में दयाशंकर ने बताया कि वो विकास दुबे के घर में रहकर खाना बनाने और पशुओं के चारा पानी का काम देखता था। दयाशंकर के मुताबकि उसके परिवार में दो बेटियां और पत्नी है। पत्नी का नाम रेखा है और दो बेटियां मुस्कान और महक है। दयाशंकर जब 3 साल का था। उस समय इसके माता-पिता का निधन हो गया था। जिसके बाद से विकास दुबे के माता-पिता ने उसे पाला था और उसकी शादी विवाह करवाई थी।