पुलिस के हत्थे चढ़ा विकास दुबे का नौकर, खोले कई राज, कहा-पुलिस वाले ने ही दी थी दबिश की सूचना
पुलिस ने फरार अपराधी विकास दुबे के नौकर दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार कर लिया है। दयाशंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार करने से पहले पुलिस ने कई देर तक मुठभेड़ की जिसमें ये घायल हो गया। बताया जा रहा है कि इस मुठभेड़ में दयाशंकर अग्निहोत्री के पैर में गोली लगी है। वहीं गिरफ्तारी के बाद दयाशंकर अग्निहोत्री ने बड़ा खुलासा करते हुए पुलसि को बताया है कि शुक्रवार को पुलिस के आने की खबर उन्हें पहले ही मिल गई थी।
पुलिस वाले ने ही पहुंचाई थी खबर
दयाशंकर अग्निहोत्री के अनुसार पुलिस की तरफ से ही दबिश की जानकारी विकास दुबे को दी गई थी। जिसके बाद विकास दुबे ने फोन कर अपने गैंग के लोगों को जमा कर लिया था और पुलिस पर हमला करने के पूरी योजना तैयार की। चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में शुक्रवार को हुई मुठभेड़ के बारे में जानकारी देते हुए दयाशंकर अग्निहोत्री ने कहा कि थाने से एक फोन आया था। जिसके बाद विकास ने लगभग 50 लोगों को बुलाया था और असलाधारियों को इकट्ठा कर हमला किया।
विकास ने खुद की थी पुलिस पर फायरिंग
दयाशंकर के अनुसार गांव में पुलिस के आते ही विकास ने खुद भी उनपर फायरिंग की थी। वहीं फायरिंग करने के बाद विकास दुबे अपने साथियों के साथ मौके से भाग गया था। हालांकि दयाशंकर का कहना है कि उसने पुलिस पर एक भी गोली नहीं चलाई थी। क्योंकि उसे कमरे में बंद कर दिया गया था।
एसओ विनय तिवारी को किया सस्पेंड
विकास दुबे के नौकर की और से किए गए इस खुलासे से साफ है कि पुलिस की रेड की जानकारी एक दारोगा ने फोन कर विकास दुबे को दी थी। वहीं इस मामले में संदेह के घेरे में एसओ विनय तिवारी है और उनपर ही पुलिस की रेड की जानकारी विकास दुबे तक पहुंचाने का शक किया जा रहा है। कल एसओ विनय तिवारी को सस्पेंड भी कर दिया गया था और उनसे पूछताछ की जा रही है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को पुलिस की एक टीम कानपुर के बिकरू गांव में गई थी। लेकिन पहले से ही विकास दुबे को इस रेड की खबर मिल गई थी। जिसके बाद पुलिस के गांव में प्रवेश करते ही विकास दुबे ने अपने साथियों के साथ पुलिस पर हमला कर दिया। विकास दुबे ने पूरी योजना के तहत ये हमला किया था। उसने पहले गांव की बिजली को कटवा दिया था। वहीं पुलिस का रास्ता बंद करने के लिए जेसीबी सड़क पर खड़ी कर दी थी। वहीं जैसे पुलिस आगे बढ़ने लगी तो विकास दुबे की और से फायरिंग शुरू कर दी गई।
8 पुलिसकर्मी हुए शहीद
इस मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे। जबकि दो हमलावर मारे गए थे। इस मुठभेड़ के बाद से विकास दुबे फरार है और पुलिस उसे पकड़ने में लगी हुई है। पुलिस ने विकास दुबे के ऊपर 50 हजार का इनाम भी रखा है। विकास दुबे के अलावा 18 लोगों पर भी इनाम घोषित किया गया था। जिसमें दयाशंकर का नाम पांचवें नंबर पर था। उस पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। वहीं दयाशंकर को रविवार सुबह कल्याणपुर थाना क्षेत्र में हुई मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया है। घायल होने की वजह से इसे अभी जिला अस्पताल में एडमिट किया गया है।