DSP देवेंद्र को मुखाग्नि देते हुए रो पड़ी बेटी, दरोगा तिवारी पर गोपनीय सूचना लीक करने का आरोप
गुरुवार की देर रात को कानपुर मुठभेड़ में DSP देवेंद्र समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए।
कानपुर में हिस्ट्रीशीटर और कुख्यात विकास दुबे को पकड़ने में शहीद हुए आठ पुलिसकर्मियों को शनिवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ आखिरी विदाई दी गई। शहीदों को जब आखिरी विदाई दी जा रही थी, तो उनके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया था। इसी कड़ी में मुठभेड़ में शहीद डीएसपी देवेंद्र मिश्रा की बेटी ने अपने पिता को मुखाग्नि दी, जिसके बाद वह फफक फफक के रो पड़ी। इस दौरान डीएसपी की बेटी को हिम्मत देते हुए एसएसपी ने कहा कि शहादत बेकार नहीं जाएगी।
दरअसल, गुरुवार की देर रात पुलिस की टीम बिकरू गांव में विकास दुबे को गिरफ्तार करने गई थी, लेकिन शातिर अपराधी विकास दुबे और उसके साथियों ने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर दी। बता दें कि मुठभेड़ में हमारे 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए, जिसके बाद विकास दुबे वहां से फरार हो गया। ऐसे में, अब विकास दुबे की तलाश तेज़ी से हो रही है। इतना ही नहीं, पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे के घर पर जीसीबी चलवा दी। पुलिस का कहना है कि वह अवैध कब्जा करने की कोशिश कर रहा था, जिसकी वजह से उसका घर गिराया गया।
रो पड़ीं डीएसपी देवेंद्र मिश्रा की बेटी
मुठभेड़ में शहीद हुए डीएसपी देवेंद्र मिश्रा बिल्हौर के क्षेत्राधिकारी के पद पर तैनात थे, जिनका अंतिम संस्कार कानपुर के भैरव घाट पर हुआ। इस दौरान उनकी बेटी वैष्णवी ने उन्हें आखिरी विदाई दी। पापा को आखिरी विदाई देते हुए वैष्णवी के हाथ कांप रहे थे और वह पूरी तरह से टूट गई थी। ऐसे में वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन्हें हिम्मत दी। दरअसल, एसएसपी ने वैष्णवी को हिम्मत देते हुए कहा कि चिंता नहीं करो, शहादत बर्बाद नहीं जाएगी। बता दें कि डीएसपी देवेंद्र मिश्रा के प्रियजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है, क्योंकि उनका बेटा, पति या फिर पिता अब वापस नहीं आएगा।
डीएसपी के परिवार वालो को हिम्मत देते हुए एसएसपी दिनेश कुमार पी ने कहा कि मिश्रा की शहादत को बेकार नहीं जाने दिया जाएगा। इसके अलावा, हमले में शहीद हुए शिवराजपुर थाने के एसओ महेश कुमार यादव का अंतिम संस्कार रायबरेली के पुरवा गांव में किया गया, जहां पर उन्हें राजकीय सम्मान के साथ विदाई दी गई। इस दौरान मौजूद सभी लोगों के आंखों में आंसू थे, क्योंकि हमने अपना जांबाज सिपाही खो दिया। याद दिला दें कि इस मामले में एक्शन लेते हुए योगी सरकार ने तुरंत कार्रवाई का आश्वासन दिलाया है और उन्होंने शहीदों के परिजनों को मुआवजा देने का भी ऐलान किया है।
शक के दायरे में हैं दरोगा
कानपुर एनकाउंटर में कार्रवाई करते हुए चौबेपुर थाने के थानाध्यक्ष विनय तिवारी को हटा दिया गया है, जिनसे एसटीएफ पूछताछ कर रही है। बता दें कि दरोगा तिवारी पर गोपनीय सूचना लीक करने का आरोप है। इतना ही नहीं, कहा जा रहा है कि मुठभेड़ में वे सबसे पीछे खड़े थे और जब बदमाशों ने हमला किया तो वे मौके से भाग निकले, ऐसे में अब उन पर शक गहरा हो गया। खबरों की मानें तो एनकाउंटर से ठीक 24 घंटे पहले तक विकास दुबे के संपर्क में कई पुलिसकर्मी थे, जिन्होंने सूचना को लीक किया, ऐसे में मामले की कार्रवाई अब तेज़ हो चुकी है।
वीडियो: विकास दुबे के घर बुलडोजर