मलबे में तब्दील हुआ अपराधी विकास दुबे का घर, बना रखा था अंडरग्राउंड बंकर, मिला ये सामान
आज पुलिस ने भगौड़े अपराधी विकास दुबे के खिलाफ कार्यवाही करते हुए उसके घर को मिट्टी में मिला दिया है। पुलिस ने बुलडोजर की मदद से पूरे घर को तोड़ दिया है। घर तोड़ने में पुलिस को कुल 2 घंटे का समय लगा। विकास दुबे ने अपने घर को किले जैसा बना रखा था। ताकि कोई भी बिना उसकी मर्जी के घर में प्रवेश ना कर सके।
घर से मिला महंगा सामान
विकास दुबे के घर से खूब महंगा सामान भी मिला है। पुलिस के अनुसार इस अपराधी के घर के अंदर दो लग्जरी कार और दो ट्रैक्टर थे। इन कार की कीमतें 10 से 15 लाख रुपए की हैं। हालांकि पुलिस ने कार और ट्रैक्टर को भी नष्ट कर दिया है।
घर के अंदर बनाया था बंकर
विकास दुबे के किलेनुमा मकान पर बुलडोजर चलाने से पहले घर को सील किया गया था और इस घर की पुरी तलाशी ली गई थी। तलाशी के दौरान पुलिस ने पाया कि विकास दुबे ने अपने घर को सुरक्षा के लिहाज से बनाया था।
इस अपराधी ने परिसर के अंदर बनें पुराने मकान में एक अंडरग्राउंड बंकर बना रखा था। इस घर में कुल चार नए कमरे बनाए गए थे। जहां पर विकास रहता था। घर में कोई छुपके से घुस ना सके, इसके लिए दीवारों पर छल्लेदार कंटीले तार भी लगाए गए थे। इस घर में कुल चार गेट बनाए गए थे। जिसमें से एक मुख्य द्वार था। जबकि दो गेट दाएं-बाएं वाली गलियों की और खुलते थे। चौथा गेट पुराने घर से अंदर आने-जाने का था। ये गेट काफी चौड़े बनाए गए था ताकि बड़े वाहन घर के अंदर अच्छे से आ सके। वहीं सुरक्षा के लिए हर गेट के बाहर और अंदर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे।
गांव वालों के अनुसार विकास दुबे ने नया घर सात-आठ साल पहले ही बना है। जबकि बाउंड्रीवाल के अंदर ही पैतृक घर भी है, जहां अब सेवादार रहते हैैं।
इस तरह से मिला बंकर
विकास दुबे ने मकान के एक हिस्से में लकड़ी का तखत रखा था। शुरूआत में पुलिस का ध्यान इसपर नहीं गया। लेकिन जब फिर से पुलिस ने छानबीन की और तखत को हटाया। तो खोखलेपन की आवाज महसूस हुई। जिसके बाद पुलिस को फर्श के नीचे तलघर बना मिला।
गौरतलब है कि विकास दुबे एक जाना माना अपराधी है। शुक्रवार को पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में विकास दुबे के गैंग ने कुल 8 पुलिसकर्मयिों को मार दिया था। जिसके बाद से ये फरार है। वहीं इस मुठभेड़ के बाद पुलिस ने इसके घर को सील कर दिया था और आज घर को नष्ट किया गया है।
दारोगा ने दी थी पुलिस आने की जानकारी
विकास दुबे को पहले से ही पुलिस के आने की खबर लग गई थी और इसने पुलिस पर हमला करने की पुरी तैयार कर रखी थी। पुलिस की और से की गई छानबीन में पाया गया कि चौबेपुर थाना प्रभारी विनय तिवारी ने ही विकास दुबे को पुलिस रेड की जानकारी दी थी। जिसके बाद आईजी मोहित अग्रवाल ने विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया है। जबकि विकास दुबे की तालाशी पूरे यूपी में की जा रही है।