इन 4 राशियों के लोगों पर पड़ेगा चंद्र ग्रहण का सबसे बुरा असर, प्रभाव से बचने के लिए करें ये काम
5 जुलाई को इस साल का तीसरा चंद्र ग्रहण लगने वाला है। रविवार को चंद्र ग्रहण होने के साथ-साथ गुरु पूर्णिमा भी है। ये उपछाया चंद्र ग्रहण होने वाला है और इस ग्रहण का कोई भी सूतक काल नहीं होगा। दरअसल शास्त्रों में उपच्छाया चंद्र ग्रहण को ग्रहण के तौर पर नहीं देखा जाता है। जिसकी वजह से इस ग्रहण का कोई सूतक काल नहीं होता है।
कितने बजे दिखाई देगा चंद्र ग्रहण?
ये ग्रहण लगभग 2 घंटे 43 मिनट और 24 सेकेंड तक रहेगा। चंद्र ग्रहण 5 जुलाई 2020 को सुबह 8 बजकर 37 मिनट पर शुरू हो जाएगा, जो कि 9 बजकर 59 मिनट पर अपने सबसे अधिक प्रभाव में होगा। सुबह 11 बजकर 22 मिनट पर ये खत्म हो जाएगा।
इन जगहों पर दिखेगा ग्रहण
ये ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देने वाला है। लेकिन इस ग्रहण का असर कई सारी राशियों पर पड़ने वाला है। इस ग्रहण को यूरोप, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, पैसिफिक और अंटार्टिका में देखा जा सकेगा।
इन राशि के लोग रहें बचकर
मकर राशि
चंद्र ग्रहण मकर राशि के द्वादश भाव में होगा। इस भाव में होने के कारण मकर राशि के लोगों के निजी जीवन पर असर पड़ सकता है। ग्रहण के दौरान वैवाहिक जातक खासा सावधान रहें। क्योंकि इस दौरान जीवन साथी के साथ कोई बड़ी लड़ाई हो सकती है। इसके अलावा चंद्र ग्रहण के कारण आपकी सेहत पर भी असर पड़ सकता है।
मिथुन राशि
चंद्र ग्रहण का सबसे ज्यादा प्रभाव मिथुन राशि पर देखने को मिलेगा। मिथुन राशि के जातक इस दौरान सावधानी बरतें। सेहत का पूरा ध्यान रखें। चंद्र ग्रहण के दौरान कोई भी बड़ा फैसला लेने से बचें। इस ग्रहण का असर आपके काम पर भी पड़ सकता है।
मीन राशि
मीन राशि के दशम भाव में ये ग्रहण घटित हो रहा है। ग्रहण के कारण आसानी से सफलता नहीं मिलेगी और अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। लक्ष्य प्राप्ति के लिए और समय लग सकता है। अपनी.महत्वाकांक्षी पर नियंत्रण बनाए रखें।
धनु राशि
चंद्र ग्रहण धनु राशि में लग रहा है। धुन राशि के लोगों को इस ग्रहण के कारण हानि का सामना करना पड़ सकता है। लिहाजा ग्रहण के दौरान धनु राशि के जातक विशेष ध्यान रखें। ग्रहण के कारण धनु राशि के लोगों को मानसित तनाव भी हो सकता है।
अन्य राशि के लोगों पर इस ग्रहण का असर अधिक नहीं पड़ेगा। वहीं ऊपर बताई गई राशि वाले लोग ग्रहण के प्रभाव को कम करने के लिए नीचे बताए गए उपायों को करें। इन उपायों की मदद से ग्रहण के बुरे प्रभाव से आपकी रक्षा होगी।
करें चंद्र देव की पूजा
ये ग्रहण चंद्रमा को लग रहा है। इसलिए आप चंद्र देव की पूजा करें। ग्रहण खत्म होने के बाद चंद्र के मंत्रों का जाप करें और सफेद रंग की चीजे दान करें।
चंद्र देव के मंत्र इस प्रकार हैं –
– ॐ सों सोमाय नम:।
– ॐ भूर्भुव: स्व: अमृतांगाय विदमहे कलारूपाय धीमहि तन्नो सोमो प्रचोदयात्।
– दधिशंखतुषाराभं क्षीरोदार्णव सम्भवम ।
नमामि शशिनं सोमं शंभोर्मुकुट भूषणं ।।
– ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:।
– ॐ ऐं क्लीं सोमाय नम:।
– ॐ श्रीं श्रीं चन्द्रमसे नम: ।
ॐ इमं देवा असपत्नं ग्वं सुवध्यं।
महते क्षत्राय महते ज्यैश्ठाय महते जानराज्यायेन्दस्येन्द्रियाय इमममुध्य पुत्रममुध्यै
पुत्रमस्यै विश वोsमी राज: सोमोsस्माकं ब्राह्माणाना ग्वं राजा।
भगवान शिव की पूजा करें
भगवान शिव की पूजा करने से भी ग्रहण के प्रभाव को कम किया जा सकता है। ग्रहण खत्म होने के बाद मंदिर जाकर शिवलिंग पर जल और सफेद रंग की चीजें चढ़ाएं। ऐसा करने से चंद्र ग्रह आपके अनुकुल बना रहेगा और ग्रहण से आपकी रक्षा शिव जी करेंगे।