सरकार के बन के बाद टिकटोक हुई यह हालत, एक ही दिन में No.1 app से फिसल कर No.200 तक लुढ़की
29 जून को केंद्र सरकार ने भारत में चीन के 59 ऐप्स के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी जिसमें टिकटॉक भी शामिल है। टिकटॉक भारत में बहुत ही मशहूर ऐप था जिसे करीब 119 मिलियन लोग इस्तेमाल करते थे। वहीं खबर थी कि चीन के ऐप्स सोशल प्लेटफॉर्म से डेटा चुरा रहे हैं जिसको ध्यान में रखते हुए सरकार ने 59 ऐप पर बैन लगा दिया। करीब 30 प्रतिशत भारतीय टिक टॉक का इस्तेमाल करते थे। अब सरकार ने इस ऐप पर बैन लगा दिया है तो 24 घंटे के अंदर ही इस वीडियो ऐप की रेटिंग गिर गई है।
इस वजह से सरकार ने लगाया है बैन
सूचना प्रोद्योगिकी अधिनियम (IT Act) की धारा 69 ए के तहत सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के प्रावधानों के तहते इसे लागू करते हुए मंत्रालय ने (प्रोसिजर एंड सेफगार्ड्स फॉर ब्लॉकिंग ऑफ एक्सेस ऑफ इनफॉरमेशन बाई पब्लिक) नियम 2009 और खतरों की आक्समिक प्रकृति को देखते हुए 59 ऐप पर बैन लगा दिया गया है। सरकार ने इन 59 ऐप्स पर बैन इसलिए लगाया है क्योंकि इन चीनी ऐप्स से भारत के लोगों से जुड़ी जानकारी लीक हो रही है। सरकार की ओर से कहा गया कि डेटा सुरक्षा से पहले जुड़े पहलुओं और 130 करोड़ भारतीयों की गोपनीयता की सुरक्षा के लेकर चिंताएं बढ़ गई थी।
China is strongly concerned, verifying the situation: Chinese Foreign Ministry spokesperson Zhao Lijian on India banning Chinese apps (file pic) pic.twitter.com/XUbeZpSl6i
— ANI (@ANI) June 30, 2020
इन ऐप्स में भी टिकटॉक एक ऐसा ऐप है जिसका इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है। Sensortowar.com के अनुसार टिकटॉक 1 जून से लेकर 29 जून के बीच में भारत का सबसे नंबर 1 ऐप था। हालांकि बैन लगने के बाद टिकटॉक गूगल प्ले स्टोर और ios app स्टोर से गायब हो चुका है। इसके अलावा बहुत से भारतीयों ने भी इस एप को अनइंस्टाल कर दिया है। इसके कारण ऐप 199 पायदान पर पहुंच गया और भारत के टॉप 200 एप से भी बाहर हो गया।
नंबर 1 ऐप था टिकटॉक, गिरी रेटिंग
MEA के पूर्व प्रवक्ता और संयुक्त राज्य अमेरिका में भारत के प्रतिनिधि , सैयद अकबरुद्दीन ने टिकटॉक की रेटिंग गिरने वाला एक ग्रॉफ शेयर किया है। ये वो ऐप था जिसने भारत के मोबाइल एप्लिकेशन बाजार पर कभी अपना कब्जा जमाया था। भारत की तरफ से चीन पर की गई इस डिजिटल स्ट्राइक से चीन भी परेशान हो गया है। चीन ने इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये बेहद चिंताजनक स्थिति है और हम इसकी पुष्टि कर रहे हैं।
In cyberspace fortunes change quickly…
A month ago @TikTok_IN rules the roost in India.
On 11 June @Chingari_IN breaks into top 200 apps
On 1 July @Chingari_IN is top social app & @TikTok_IN not ranked
All in the space of less than 30 days…
Change happens. ?? pic.twitter.com/5DlcFurPVr— Syed Akbaruddin (@AkbaruddinIndia) July 1, 2020
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजिएन ने कहा कि चीन समेत अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों की कानूनी अधिकार को बनाए रखने की जिम्मेदारी भारत की थी। वहीं दूसरी तरफ टिकटॉक ने साफ किया है कि हमने किसी प्रकार का डेटा चीन के साथ शेयर नहीं किया है। टिकटॉक इंडिया के प्रमुख निखिल गांधी ने कहा कि हमें संबंधित सरकारी स्टेकहोल्डर्स के साथ मिलकर जवाब देने और स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है।
गलवान घाटी में हुए हमला भी फैसले के लिए जिम्मेदार
बता दें कि टिकटॉक के अलावा क्लब फैक्ट्री और शीन जैसे क्लोदिंग वेबसाइट भी बैन कर दी गई है। ई-कॉमर्स क्लब फैक्ट्ररी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि क्लब फैक्ट्री सभी क्षेत्रीय नियमों और विनियमों का कड़ाई से पालन करता है और उपयोगकर्ताओं के आंकड़े और निजता के मामले में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं करता है।
गौरतलब है कि भारत के चीन के ऐप्स के भारत में इस्तेमाल पर रोक लगाने का एक कारण हाल ही में हुए खूनी संघर्ष भी बताया जा रहा है। लद्दाख की गलवान घाटी में हाल ही में चीन और भारतीय सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। इस घटना में 20 भारतीय शहीद हो गए थे और करीब 70 जवान घायल हो गए थे। इस घटना में कई चीनी सैनिक भी मारे गए थे।