रघुराम राजन के बाद अब अरविन्द सुब्रमण्यम को हटाने की मांग कर रहे है सुब्रमण्यम स्वामी
बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने बुधवार को मुख्य आर्थिक सलाहकार अरविन्द सुब्रमण्यम को हटाने की माँग की। स्वामी ने ट्वीट किया,”13/3/13 को किसने अमेरिकी कांग्रेस में कहा था कि अमेरिकी फार्मा कंपनियों के हित बचाने के लिए अमेरिका को भारत के खिलाफ कदम उठाने चाहिए?” उन्होंने माँग की है कि इनको वित्त मंत्रालय से हटाया जाये।
स्वामी ने प्रधानमंत्री मोदी को राजन के कार्यकाल को विस्तार से रोकने के लिए भी कई चिट्ठियां लिखी, और इसी प्रकार अब वो अरविन्द के लिए, जो की एक ग्रीन कार्ड धारक भी है, को पद से बर्खास्त करने की बात रहे है।
स्वामी को इस हमले से बड़ा झटका तब लगा, जब वित्त मंत्री अरूण जेटली ने इनके बयान पर आघात करते हुए कहा कि,” सर्कार को अपने मुख्य आर्थिक सलाहकार में पूर्ण विश्वाश है।”
स्वामी हार्वर्ड से शिक्षित अर्थशास्त्री है, जिन्हें हाल ही में भाजपा द्वारा राज्यसभा के लिए मनोनीत किया गया है। अपने मुख्य आर्थिक सलाहकार के खिलाफ किये गए भाषण के बाद खबर है कि आज उनकी मुलाकात गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी हुई।
स्वामी ने राजन पर आरोप लगाया था, कि रिज़र्व बैंक के गवर्नर के तौर पर राजन ने भारतीय अर्थव्यवस्था को ब्याज़ दरों में कमी न करके काफी चोट पहुँचाया है। जिस पर राजन ने कहा कि, मुद्रास्फीति से लड़ना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। राजन सेंट्रल बैंक के पद से हटने के निर्णय को इस तथ्य पर भी आंका जा रहा है, कि सरकार ने स्वामी के हमलों पर कोई कड़ी निंदा नहीं की।
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया है कि सुब्रमण्यम स्वामी, अरविंद सुब्रमण्यम के बहाने अरुण जेटली को निशाना बना रहे हैं। वैसे स्वामी जितना जेटली को टारगेट कर लेते हैं, उससे ज्यादा खुलकर वे सोनिया गांधी और राहुल गांधी को भी निशाना बनाते हैं। 4 मई को राज्यसभा में अगुस्ता वेस्टलैड मामले में स्वामी के हमले से खुश बीजेपी को कांग्रेस नेता आनंद शर्मा की चेतावनी याद आ रही है। “ये जो तोहफा पेश किया है, इनके सबसे वरिष्ठ नेता, माननीय अटल जी, आप सभी, जो आर एस एस के लोग बैठे हैं, आर एस एस के बारे में कितनी आरती उतारी है, आप थोड़े दिन चुप रहिए यह तोप कहां मुड़ेगी फिर मैं आपसे पूछूंगा। आप में से कितने लोगो के दिल में लड्डू फूट रहे हैं और कितने लोग चिन्ता में है क्योंकि यह तोहफा ही ऐसा नायाब तोहफा है।”