बिहार जाकर सैनिकों से मिले नाना पाटेकर, खेत में जोता हल, फिर सुशांत के पिता से मिल कही ये बात
बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता नाना पाटेकर (Nana Patekar) शनिवार को मुंबई से मोकामा स्थित सीआरपीएफ कैंप जा पहुंचे. यहां शहीदों के सम्मान में एक कर्यक्रम का आयोजन किया गया था. इस दौरान नाना इंडियन आर्मी की वर्दी में नजर आए. जवानों ने ‘एक शाम नाना पाटेकर के नाम’ कार्यक्रम में नाना का स्वागत भी किया.
जवानों से की मुलाकात
इस दौरान नाना ने सबके सामने यशवंत फिल्म का फेमस डायलाग ‘एक मच्छर आदमी को..’ भी बोला. इसके बाद उन्हें सम्मान में शॉल भेंट की गई. इतना ही नहीं जवानों ने नाना के सामने सांकृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी. इसके आलवा उनकी जीवनी पर आधारित एक शॉर्ट फिल्म भी चलाई गई.
जवानों से सवाल जवाब के दौरान नाना ने कहा कि ये आर्मी की वर्दी नसीब वालों को ही मिलती है. जिस व्यक्ति के अंदर जोश, लगन और देशप्रेम होता है, उसी के शरीर को ये वर्दी पहनने का सौभाग्य प्राप्त होता है. नाना ने आगे कहा कि यही वजह है कि हमारे फैजी भाइयों में देशप्रेम कूट कूट के भरा हुआ है.
खेत में जोता हल
इसके बाद नाना मोकामा के एक खेत में गए जहाँ उन्होंने हल चलाया और ‘जय जवान, जय किसान’ के नारे लगाएं. इसके बाद उन्होंने चरखा चलाया, सूत काटा और किसानों से खेती को लेकर चर्चा की. उधर नाना से मुलाकात करने आए लोग अभिनेता को देख ‘भारत माता की जय’ और ‘वंदे मातरम’ जैसे नारे लगाने लगे.
सुशांत सिंह के घर जाकर दी श्रद्धांजलि
इसके बाद रविवार दोपहर नाना अपनी सफ़ेद रंग की गाड़ी से उतर कर सीधा सुशांत सिंह राजपूत के राजीवनगर स्थित घर गए. यहां सुशांत के पिता और अन्य परिजनों से मिल नाना भावुक हो गए. उन्होंने सुशांत के परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की. सुशांत के घर जाते हुए उनका एक विडियो भी इन दिनों बहुत वायरल हो रहा है.
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नाना सुशांत के पटना स्थित घर में करीब आधे घंटे तक रुके. इस दौरान उन्होंने सुशांत की तस्वीर पर माला भी चढ़ाई. साथ ही सुशांत के पिता को हिम्मत से काम लेने की सलाह दी. नाना ने कहा कि सुशांत एक बहुत ही अच्छे अभिनेता थे. उधर नाना से बात करते हुए सुशांत के पिता काफी उदास नजर आए.
जब नाना से बॉलीवुड में चल रहे ‘आउटसाइडर’ वाले डिबेट पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं खुद एक आउटसाइडर था. इस चेहरे और भाषा के साथ कई बार मेरा मजाक उड़ाया गया, मेरे व्यव्हार को स्वीकार नहीं किया गया, लेकिन मैंने किसी तरह जगह बना ली. नाना कहते हैं कि बॉलीवुड में गुटबाजी है लेकिन आप उसका जवाब अपने हुनर से दे सकते हैं. यदि आप सही है तो आपके साथ भी सबकुछ अच्छा होगा.
नाना की ये यात्रा वैसे तो गोपनीय थी लेकिन मीडिया ने उन्हें खोज ही लिया. ऐसे में उन्होंने मीडिया से कैमरे के सामने ज्यादा कुछ चर्चा नहीं की. बस यही बोला कि हाँ वे सुशांत सिंह राजपूत के पिता से मिले थे.