करण जोहर के सपोर्ट में उतरे शत्रुघन सिन्हा, नेपोटिज्म और सुशांत सिंह को लेकर कह दिया बहुत कुछ
सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) के सुसाइड के बाद से ‘नेपोटिज्म’ (भाई-भतीजावाद) पर एक बड़ी बहस छिड़ गई है. कई लोगों का मानना है कि सुशांत जैसे ‘आउटसाइडर’ को बॉलीवुड के लोगों ने स्वीकार नहीं किया. उसके खिलाफ गुटबाजी की गई. इसके साथ ही बॉलीवुड में होने वाले नेपोटिज्म पर भी इन दिनों बहुत चर्चा हो रही है. उधर लोग सुशांत के निधन के बाद सलमान खान, महेश भट्ट, यशराज फिल्म्स और खासकर की करण जोहर पर निशाना साध रहे हैं. इन लोगों को नेपोटिज्म को बढ़ावा देने के लिए जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. जनता इनकी फिल्मों को बायकाट करने की बात भी कर रही है.
इस बीच बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता शत्रुघन सिन्हा (Shatrughan Sinha) का सुशांत सिंह राजपूत और नेपोटिज्म को लेकर एक बयान सामने आया है. दरअसल शत्रुघन जी ने एक इंटरव्यू में इस मुद्दे पर बात की है. इसके साथ ही वे करण जोहर (Karan Johar) का बचाव करते भी नजर आएं हैं.
अचानक सब बन गए सुशांत के दोस्त
शत्रुघन सिन्हा कहते हैं – भगवान ही जानते हैं कि सुशांत सिंह राजपूत जैसे यंग, हैंडसम और टेलेंटेड सुपरस्टार ने किस वजह से आत्महत्या की. पर हम बिना मतलब इस मुद्दे को खींच क्यों रहे हैं? अब अचानक से हर कोई सुशांत का दोस्त बन गया, उसके बारे में दो शब्द कहने लगा. जो लोग कभी सुशांत से मिले भी नहीं आज वे उसकी मेंटल हेल्थ के बारे में ज्ञान दे रहे हैं. इसे रुकना चाहिए. सुशांत की आत्मा को शांति से रहने दें.
इंडस्ट्री में भेदभाव नहीं है
शत्रुजी आगे कहते हैं – नेपोटिज्म के डिबेट को सुशांत के करियर से जोड़ा जा रहा है जो कि सही नहीं है. उस यंग मैन का एक बहुत ही सफल करियर था. और उसे कभी आउटसाइडर फील नहीं कराया गया. ये इंडस्ट्री उत्तर प्रदेश से लेकर बिहार तक सभी जगह के एक्टर्स का स्वागत करती है. यहां कोई भी भेदभाव नहीं है.
करण जोहर को बेमतलब टारगेट किया जा रहा है
करण जोहर के सपोर्ट में बात करते हुए शत्रुघन सिन्हा ने कहा – करण जोहर के ऊपर नेपोटिज्म का इल्जाम लगाया जा रहा है. लेकिन सिद्धार्थ मल्होत्रा फिल्म इंडस्ट्री के किसी शख्स का लड़का नहीं था. यहां तक कि आलिया भट्ट भी करण की रिश्तेदार नहीं है. तो फिर ये नेपोटिज्म कैसे हुआ? मेरे ख्याल से अब समय आ गया है कि इस बेतुके विवाद पर लगाम लगाई जाए. क्योंकि हमारे पास आयुष्मान खुराना है जिसे आउटसाइड से वेलकम किया गया. अब उसी के परिवार में से भी कोई आ रहा है. मुझे नहीं लगता कि भारत में और कोई ऐसी इंडस्ट्री है जो आउटसाइडर का इतना स्वागत करती है.
गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत ने 14 जून को मुंबई के बांद्रा स्थित फ्लैट में सुसाइड कर लिया था. पुलिस को उनके कमरे से कोई भी सुसाइड नोट नहीं मिला है. बताया जा रहा है कि सुशांत पिछले 6 महीनो से डिप्रेशन में चल रहे थे. हालाँकि उन्होंने किस वजह से आत्महत्या जैसा कदम उठाया, फिलहाल इसकी कोई जानकारी नहीं है.
वैसे शत्रुघन सिन्हा के बयान पर आपकी क्या राय है हमें कमेंट में जरूर बताएं.