
कांग्रेस का कबूलनामा- ‘PM राहत कोष से मिले थे RGF को डोनेशन’, चिदंबरम ने कहा- ‘लौटा दें तो..’
पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने कहा- 'यदि राजीव गाँधी फाउंडेशन को मिले पैसे लौटा दें तो..'
राजीव गांधी फाउंडेशन के डोनेशन को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग छिड़ गई है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राजीव गांधी फाउंडेशन के डोनेशन पर सवाल खड़ा किया, तो पूरी की पूरी कांग्रेस बौखला गई। ऐसे में, कांग्रेस की तरफ से मोर्चा संभालने के लिए पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम मैदान में उतर गए और उन्होंने इस मुद्दे को ढाल बनाते हुए पीएम मोदी से कई सवाल पूछ डाले। तो चलिए जानते हैं, क्या है पूरी खबर?
दरअसल, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शुक्रवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी और उनके परिवार पर सवाल खड़े करते हुए कहा था कि साल 2017 में डोकलाम स्टैंडऑफ के समय राहुल गांधी चीनी राजदूत के साथ गुपचुप मुलाक़ात करते हैं और फिर उनकी पार्टी इस मसले पर देश को गुमराह करती है। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि राजीव गांधी फाउंडेशन को चीनी दूतावास से डोनेशन मिला था, जिसको लेकर अब पी. चिदंबरम ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए।
पी. चिदंबरम पीएम मोदी से किए ये सवाल
आरजीएफ को 15 साल पहले मिले अनुदान को मोदी सरकार की निगरानी में 2020 में चीन का भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ से क्या करना है।
मान लीजिए कि आरजीएफ 20 लाख रुपये लौटा देती है, तो क्या पीएम मोदी देश को भरोसा दिलाएंगे कि चीन अपना अतिक्रमण खाली करेगा और यथास्थिति बहाल करेगा?— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) June 27, 2020
राजीव गांधी फाउंडेशन को लेकर पी. चिदंबरम ने एक के बाद एक ट्वीट किए। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा कि आरजीएफ को 15 साल पहले मिले अनुदान को मोदी सरकार की निगरानी में 2020 में चीन का भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ से क्या संबंध है? इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि मान लीजिए कि आरजीएफ 20 लाख रुपये लौटा देती है, तो क्या पीएम मोदी देश को भरोसा दिलाएंगे कि चीन अपना अतिक्रमण खाली करेगा और यथास्थिति बहाल करेगा? साथ ही उन्होंने बीजेपी पर सच छुपाने का आरोप लगाया।
Suppose RGF returns the Rs 20 lakh, will PM Modi assure the country that China will vacate its transgression and restore status quo ante?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) June 27, 2020
पूर्व वित्तमंत्री पी.चिदंबरम ने अपने ट्वीट में यह माना कि साल 2005 में प्रधानमंत्री राहत कोष से राजीव गांधी फाउंडेशन को 20 लाख रुपए दिए गए थे। हालांकि, इस पर उन्होंने सफाई देते हुए लिखा कि 20 लाख रुपए राजीव गांधी फाउंडेशन ने अंडबान निकोबर में आई सुनामी के लिए दिए थे, जिसे बीजेपी छिपा रही है। मगर, सवाल ये नहीं है कि राजीव गाँधी फाउंडेशन को मिले डोनेशन का खर्चा कहां हुआ? बल्कि सवाल तो ये खड़ा होता है कि पीएम राहत कोष से राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा क्यों दिया गया?
बीजेपी ने लगाए तबाड़तोड़ इज्लाम
PMNRF, meant to help people in distress, was donating money to Rajiv Gandhi Foundation in UPA years.
Who sat on the PMNRF board? Smt. Sonia Gandhi
Who chairs RGF? Smt. Sonia Gandhi.
Totally reprehensible, disregarding ethics, processes and not bothering about transparency. pic.twitter.com/tttDP4S6bY
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 26, 2020
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सवाल पूछते हुए कहा कि 2008 में पार्टी ने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के साथ एमओयू किया, जिसमें राहुल गांधी ने हस्ताक्षर किए और सोनिया गांधी पीछे खड़ी थीं, ऐसे में दोनों के बीच रिश्ता क्या है। साथ ही उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी यह भी बताए कि मनमोहन सिंह की सरकार के 10 साल में ऐसे कितनी पार्टियों के साथ एमओयू साइन किए हैं और ये सारी सूची साल 2005-2006 और 2007-2008 की हैं, जब देश में मनमोहन सिंह की सरकार थी।
Suppose you return all the corrupt Money that you had usurped in INX media & other cases will the Supreme Court not send you to jail?
PS: “No Intrusion” is what the PM said
Get you facts right!! https://t.co/aIPuOzOxaU— Sambit Patra (@sambitswaraj) June 27, 2020
यही नहीं, पी. चिदंबरम के ट्वीट का जवाब देते हुए संबित पात्रा ने लिखा कि मान लीजिए आप INX और अन्य मामलों में भ्रष्ट धन को वापस लौटा देंगे, तो क्या सुप्रीम कोर्ट आपको जेल नहीं भेजेगी? साथ ही लिखा कि आप पीएम मोदी के तथ्यों को सही से समझें।
Sharing the video link of today’s Press Conference based on the massive expose by @BJP4India National President Sh @JPNadda Ji on #PMNRF का पैसा #राजीवगांधीफाउंडेशन में भेजा गया।श्री जेपी नड्डा जी के खु… https://t.co/LOk6IBWGoE via @YouTube
— Sambit Patra (@sambitswaraj) June 26, 2020
याद दिला दें कि इससे पहले भाजपा ने 1991-92 के आम बजट भाषण के दस्तावेज जारी करते हुए तत्कालीन सरकार पर राजीव गांधी फाउंडेशन को सौ करोड़ देने का आरोप लगाया है। बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और प्रवक्ता संबित पात्रा ने आरोप लगाते हुए कहा था कि सौ करोड़ को पांच किस्तों में देने को फैसला किया गया था। हालांकि, बताया जाता है कि विपक्ष के हंगामे के बाद सरकार ने अपना फैसला पलटा था।