मनमोहन सिंह ने PM राहत कोष से राजीव गांधी फाउंडेशन को आवंटित किए थे 100 करोड़ : BJP
कांग्रेस सरकार अक्सर घोटालों और भ्रष्टाचार को लेकर सुर्खियों में रहती है
राजीव गांधी फाउंडेशन (आरजीएफ) की फंडिंग को लेकर कांग्रेस और बीजेपी एक बार फिर से आमने सामने हैं। जी हां, भारतीय जनता पार्टी लगातार कांग्रेस पर राजीव गांधी फाउंडेशन को लेकर आरोप लगा रही है। दरअसल, दावा किया जा रहा है कि साल 1991-1992 में आम बजट से इस फाउडेंशन को सौ करोड़ रुपये आबांटित हुए थे, जिसको लेकर बीजेपी पूर्व प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साध रही है।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रधानमंत्री रिलीफ फंड से भी राजीव गांधी फाउडेंशन को पैसा देने का आरोप लगाया है। इस दौरान संबित पात्रा ने कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी पर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस ने इस फाउडेंशन को सिर्फ पैसा लेने के लिए ही बनाया था। साथ ही उन्होंने इसे पूरी तरह से भ्रष्टाचारी बताया। याद दिला दें कि पूर्व की कांग्रेस सरकार अक्सर घोटालों और भ्रष्टाचार को लेकर सुर्खियों में रहती है।
बीजेपी ने कैसे किया दावा?
Sharing the video link of today’s Press Conference based on the massive expose by @BJP4India National President Sh @JPNadda Ji on #PMNRF का पैसा #राजीवगांधीफाउंडेशन में भेजा गया।श्री जेपी नड्डा जी के खु… https://t.co/LOk6IBWGoE via @YouTube
— Sambit Patra (@sambitswaraj) June 26, 2020
दरअसल, बीजेपी अक्सर कांग्रेस पर हमलावर रहती है, ऐसे में इस बार भी तमाम दस्तावेज़ों के साथ बीजेपी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया है। बता दें कि भाजपा ने 1991-92 के आम बजट भाषण के दस्तावेज जारी करते हुए तत्कालीन सरकार पर राजीव गांधी फाउंडेशन को सौ करोड़ देने का आरोप लगाया है। बीजेपी ने अपने बयान में कहा कि सौ करोड़ को 20 करोड़ रुपये प्रति वर्ष की दर से पांच वर्षों के लिए देने की बात कही गई थी।
इन सबके बीच मीडिया से मिली जानकारी के मुताबिक, संसद से लेकर सड़क तक विपक्ष के हंगामे की वजह से तत्कालीन सरकार राजीव फाउडेंशन को पैसे देने में असफल रही थी। खैर, यहां यह जानना ज़रूरी है कि आखिर 1991-1992 के बजट भाषण में तत्कालीन वित्तमंत्री मनमोहन सिंह ने क्या कुछ कहा था।
बजट भाषण में मनमोहन सिंह ने कही थी ये बातें
साल 1991 से 1992 के बजट दस्तावेज़ों के मुताबिक, यह पता चलता है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी को श्रद्धाजंलि देने के लिए उनके नाम पर बने फाउंडेशन को सौ करोड़ रुपये देने की घोषणा की गई थी। मजे की बात यह है कि यह घोषणा किसी और ने नहीं, बल्कि पूर्व प्रधानमंत्री और तत्कालीन वित्तमंत्री मनमोहन सिंह ने अपने भाषण में किया था।
याद दिला दें कि तत्कालीन वित्तमंत्री ने अपने भाषण में कहा था कि राजीव गांधी फाउडेंशन विकास के लिए साइंस और टेक्नोलॉजी, साक्षरता, पर्यावरण संरक्षण, सांप्रदायिक सौहार्द, राष्ट्रीय एकता के लिए काम करता है। साथ ही यह पूर्व पीएम के विचारों को जिंदा रखने का भी काम करता है।
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने लगाए गंभीर आरोप
From the Budget speech document of 1991.
When Finance Minister Dr Manmohan Singh allocated 100 crore to Rajiv Gandhi Foundation. 20 crore per year for 5 years…
Former PM, supposedly Mr ‘Honest’, has been serving the interest of the Gandhis for as long as one can go back to! pic.twitter.com/ZOgEUeNUDj
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 26, 2020
इस संदर्भ में बीजेपी नेता अमित मालवीय ने ट्वीट करते हुए पूर्व की कांग्रेस सरकार पर तीखा आरोप लगाया। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि 1991 के बजट भाषण डाक्यूमेंट्स से यह साफ होता है कि तत्कालीन वित्तमंत्री मनमोहन सिंह ने राजीव गांधी फाउंडेशन को सौ करोड़ रुपये आवंटित किए थे।
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ऐसे मामले में कहां चुप बैठने वाले हैं, उन्होंने भी मौके का फायदा उठाते हुए चौका मार दिया। उन्होंने कहा कि तीन-तीन बार पीएम रिलीफ फंड से राजीव गांधी फाउंडेशन के नाम पर पैसा लिया गया। इतना ही नहीं, इसे शेल कंपनी बनाने का भी दावा किया गया।
इस मुद्दे के उफान भरने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की कांग्रेस परिवार के प्रति ईमानदारी को लेकर भी तंज कसे जा रहे हैं। अमित मालवीय ने खुद यह कहा कि एक परिवार के हित के लिए मनमोहन सिंह किस हद तक गए, उस हद तक शायद कोई न जा सकेगा।