सुशांत के दोस्त का खुलासा, अंतिम संस्कार के वक़्त आये थे ‘पॉवरफुल लोगों’ के मैसेज, कही थी ये बात
14 जून 2020 को सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) ने आत्महत्या कर ली. उनके निधन के बाद मीडिया और इंटरनेट पर बहुत कुछ कहा गया. इस बीच सुशांत के अच्छे दोस्त और प्रोड्यूसर संदीप सिंह (Sandip Singh) ने बातया कि सुशांत के अंतिम संस्कार के बाद उन्हें ‘पॉवरफुल लोगों’ से मैसेजेस आए. इसमें उन्होंने शिकायत करी कि उन्हें सुशांत के अंतिम संस्कार में क्यों नहीं बुलाया गया था. ‘एक वेबसाइट को दिए को दिए इंटरव्यू में संदीप ने इस बारे में कई बातें बताई.
मौत का ड्रामा बना दिया
संदीप ने कहा – लोगों ने सुशांत के निधन का ड्रामा बना के रखा है. उसे (सुशांत) ये सब पसंद नहीं था. अंतिम संस्कार से आने के बाद में नहाने जा रहा था, तभी मुझे कुछ फोन कॉल्स और मैसेजेस आए. वे पूछ रहे थे हमे अंतिम संस्कार में क्यों नहीं बुलाया गया. मुझे मैसेज आया ‘हम पॉवरफुल लोग हैं, तुमने हमें नहीं बुलाया.’ मतलब ऐसे लोगों के दिमाग में आखिर चलता क्या है? ये हैरान कर देने वाला है.
संदीप आगे बताते हैं – एकता कपूर विवादों से घिरी थी लेकिन फिर भी वे खुद अंतिम संस्कार में आई. श्रद्धा कपूर, रंडीब हूडा ये सारे लोग वहां आ के बारिश में खड़े थे, रो रहे थे. उन्हें आने के लिए किसी इनविटेशन की जरूरत महसूस नहीं हुई. सुशांत की मौत से ज्यादा दुख मुझे लोगों की इन हरकतों से होता है.
ब्लेम गेम बंद करो
संदीप ने ये भी कहा कि जिस तरह से सुशांत की मौत के बाद मीडिया और उनके फैंस इल्जाम लगाने का गेम खेल रहे थे उससे उन्हें बहुत दुख हुआ. उन्होंने कहा – लोग गुस्सा नहीं है, ये उनके इमोशन है, लेकिन इसे गलत ढंग से दिखाया जा रहा है. मीडिया ने इसे गुस्से का नाम दिया है. कुछ और लोग हैं जो ये ब्लेम गेम खेल रहे हैं. कोई ये नहीं सोच रहा कि उसके परिवार पर क्या बीत रही है.
सुशांत के करियर पर बात करते हुए संदीप ने कहा – लोग कह रहे हैं कि सुशांत के हाथ से 7 फ़िल्में निकल गई, वे उसके रिलेशनशिप स्टेटस को भी जिम्मेदार ठहरा रहे हैं, यहाँ तक कि ये भी कह रहे हैं कि उसके पास पैसे नहीं थे.. लेकिन सुशांत ने जो किया उसकी वजह कहीं भी नहीं बताई. ये सभी हमारी कल्पनाएँ हैं. वो एक आउटसाइडर था और उसने यश राज फिल्म्स, धर्मा प्रोडक्शन के साथ काम किया. उसने डायरेक्टर अभिषेक कपूर के साथ भी दो फ़िल्में की. वो नीरज पांडे के साथ काम कर चूका था. इसके अलावा रमेश तौरानी और रूमी जाफ़री के साथ वर्क करने वाला था.
परिवार को अकेला छोड़ दो
संदीप लोगों से विनती करते हैं कि सुशांत की आत्मा की शान्ति की प्रार्थना करें. वे कहते हैं – उसकी फैमिली को थोड़ा अकेला छोड़ दो, समझो उसकी फैमिली को थोड़ा. क्या दर्द होगा कि उसके जैसा सफल इंसान ये स्टेप ले लिया. कई लोग मुझे मैसेज कर बोल रहे हैं कि हम अपने बच्चों को एक्टिंग करने मुंबई नहीं भेजेंगे. लोग डरे हुए हैं. हमें उन्हें प्रेरित करने की जरूरत है.
वैसे क्या आप संदीप की बातों से सहमती जताते हैं? हमें कमेंट में जरूर बताएं.