परिवार वालों से तंग आकर अपने ही होने वाले दूल्हे के संग भाग गई दुल्हन, मंदिर में जाकर की शादी
बिहार के नरकटियागंज में एक अनोखा विवाह देखने को मिला। जहां एक लड़की ने अपने होने वाले दूल्हे के संग ही भागकर शादी की। दरअसल लाॅकडाउन की वजह से लड़के वालों ने विवाह की तारीख को आगे करने की मांग की। लेकिन लड़की पक्ष वाले तय तारीख पर ही विवाह करने पर अड़े रहे। लड़के वालों के ना मानने के बाद, लड़की वालों ने विवाह को तोड़ दिया और लड़की के लिए फिर से रिश्ता देखना शुरू कर दिया। लेकिन लड़की ने किसी और युवक से विवाह करने से मना कर दिया।
परिवार वालों के फैसले के खिलाफ जाने पर लड़की पर खूब अत्याचार किया गया और लड़की को प्रताड़ित किया गया। परिवार वालों की और से दी जा रही प्रताड़ना से तंग आकर लड़की ने अपना घर छोड़ने का फैसला ले लिया।
घर वालों की नजरों से बचकर लड़की मंगलवार को भाग गई और सीधे लड़के के घर चले गई। जहां पर उसने लड़के से विवाह कर लिया और ये शादी पुलिस थाने के परिसर में बनें हुए मंदिर में की गई। पुलिस के अनुसार नरकटियागंज के देवी स्थान कॉलोनी के रहने वाले पवन कुमार की शादी मटियरिया थाना के एकडेरवा गांव की रहने वाली मधु कुमारी से तय की गई थी। तय तारीख के अनुसार ये शादी 23 मई को होने वाली थी। लेकिन इसी बीच कोरोना वायरस और लॉकडाउन के चलते लड़के के घरवालों ने शादी की तारीख आगे बढ़ाने का फैसला लिया। लड़के के घर वालों ने लड़की के परिवार वालों से कहा कि लाॅकडाउन खत्म होने के बाद ये शादी की जाए। लेकिन लड़की के घरवालों ने शादी से इंकार कर दिया था।
दूल्हे पवन कुमार के अनुसार लाॅकडाउन के पहले ही दोनों परिवारों ने शादी तय की थी और शादी की तारीख मई महीने की निकली थी। लेकिन लाॅकडाउन के कारण रिश्तेदारों ने शादी में आने से इंकार कर दिया था। जिसकी वजह से इन्होंने शादी की तारीख को आगे बढ़ाने का प्रस्ताव लड़की वालों के सामने रखा। लेकिन लड़की वाले शादी की तारीख बढ़ाने से गुस्सा हो गए और शादी को तोड़ दिया।
पुलिस के अनुसार जब मधु कुमारी ने दूसरी जगह शादी कराने का विरोध किया तो घरवालों ने उसके साथ मारपीट की। जिसके बाद मधु घर से भाग गई। मधु भागकर पवन के घर पहुंची गई और पवन के साथ शादी करने की बात कही। जिसके बाद लड़के के घर वाले पवन की शादी मुध से करवाने के लिए राजी हो गए। शिकारपुर टीआई शाहीद अनवर ने बताया कि दोनों बालिग हैं। जिसके बाद इनकी शादी थाना परिसर में बने मंदिर में करवा दी गई।