घायल जवान ने बताई झड़प की पूरी कहानी, कहा-चीनी सैनिकों ने कांटे लगे डंडों से किया था हमला
लद्दाख की गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प किस तरह से शुरू हुई और इस दौरान क्या-क्या हुआ इसका खुलासा भारतीय सेना के जवान सुरेंद्र सिंह ने किया है। इस झड़प में घायल हुए जवान सुरेंद्र सिंह ने अपने परिवार वालों को फोन पर 15 जून की शाम क्या हुआ इसकी पूरी कहानी बताई। इस समय सुरेंद्र सिंह हॉस्पिटल में भर्ती हैं। जहां पर इनका इलाज किया जा रहा है।
पांच घंटे हुई झड़प
राजस्थान के रहने वाले जवान सुरेंद्र सिंह ने अपने परिवार वालों को फोन कर झड़प की जानकारी देते हुए बताया कि चीनी सैनिकों ने गलवान घाटी से निकल रही नदी के किनारे धोखे से हमला कर दिया। ये हिंसक झड़प करीब पांच घंटे तक चलती रही। इस झड़प में भारत के करीब ढाई सौ और चीन के एक हजार से अधिक जवान शामिल थे। गलवान घाटी की नदी में करीब 5 फुट गहरे बेहद ठंडे पानी में ये संघर्ष चलता रहा। जिस नदी के किनारे ये संघर्ष हुआ वहां से मात्र एक ही आदमी निकल सकता था। इसलिए भारतीय सैनिकों को भारी परेशानी हुई।
कांटे लगे डंडों से किया हमला
इस हिंसक झड़प में घायल हुए सुरेंद्र सिंह के अनुसार चीनी सेना ने कांटे लगे डंडों से भारतीय सेना पर हमला किया। दरअसल लद्दाख में ग्लेशियर होने के कारण वहां हथियारों की जगह लाठी-डंडों के साथ ही पेट्रोलिंग होती है। वहीं जिस वक्त ये हमला किया गया उस वक्त भारत के सैनिक भी कम थे।
घायल होकर गिरे थे पानी में
सुरेंद्र ने परिवार वालों को बताया कि वो स्वस्थ हैं और लद्दाख के सैनिक हॉस्पिटल में उनका इलाज किया जा रहा है।। उनके एक हाथ में फैक्चर आया है और सिर में करीब एक दर्जन टांके लगे हैं।
सुरेंद्र के मुताबिक पांच घंटे 5 फुट गहरे पानी में हुए इस संघर्ष में उनके सिर में चोट लगी है और वे घायल हो गए। अन्य सैनिकों ने उन्हें पानी से बाहर निकाला था। उन्हें तब तक होश था। उसके बाद उन्हें लद्दाख के हॉस्पिटल में ले जाया गया। जहां पर उन्हें करीब 12 घंटे बाद होश आया।
गौरतलब है कि 15 जून को गलवान घाटी में भारत और चीनी सेना के बीच में हिंसक झड़प हुई थी और इस झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे और कई जवान घायल हुए हैं। घायल जवानों का इलाज लद्दाख के हॉस्पिटल में चल रहा है। इस हिंसक झड़प की पहल चीन की और से की गई थी। चीन भारत के सैनिकों पर हमला करने की पूरी तैयारी करके आया था। लेकिन शायद चीन को इस चीज का अंदाजा नहीं था कि भारतीया सेना में जज्बे की कमी नहीं है और इस हिंसक झड़प में भारतीय सैनिकों ने चीन के सैनिकों को धूल चटा दी।
इस झड़प में चीन को भी काफी नुकसान हुआ है और चीन के 40 से अधिक सैनिक मारे गए हैं। हालांकि चीन ने अभी तक अधिकारिक रुप से ये नहीं बताया है कि उसके कितने सैनिक मारे गए हैं। लेकिन चीन ने ये पुष्टि जरूर कर दी है कि इस झड़प में दोनों सेना के सैनिकों को नुकसान पहुंचा है।