गलवान घाटी की पूरी कहानी : 5 चीनियों के मुकाबले खड़ा था 1 भारतीय जवान, फिर भी अंतिम सांस तक लड़े
भारत चीन सीमा (India China Border) पर हो रही झड़प के चलते इन दिनों लद्दाख में तनाव का माहोल है. गौरतलब है कि सोमवार देर रात पूर्वी लद्दाख के वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर गलवान घाटी में पैट्रोलिंग प्वाइंट नंबर-14 पर चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों द्वारा भारतीय जवानों पर हमला किया गया था. इस दौरान भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. वहीं न्यूज़ एजेंसी ANI के अनुसार चीन के 43 जवान घायल हुए. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जब चीनियों ने भारतीय जवानों पर हमला किया तब उनकी संख्या उनके मुकाबले महज 1:5 थी. मतलब पांच चीनी सैनिकों का सामना करने केवल एक भारतीय सैनिक खड़ा था.
5 चीनियों के सामने था 1 भारतीय जवान
गलवान नदी के समीप हुई ये लड़ाई करीब 6-7 घंटे तक चली. भारतीय सेना के एक अधिकारी ने बाताया कि “हमारी संख्या कम थी.” इस दौरान चीनी सैनिकों द्वारा भारतीय जवानों पर बहुत बुरी तरह से हमला बोला गया था. बुधवार को एक सूत्र ने बाताया “उन लोगों ने भारतीय जवानों के खिलाफ संख्या बढ़ा दी थी, लेकिन फिर भी भारतीय जवानों ने पीएलए से लड़ने का निर्णय लिया. इस दौरान भारतीय सैनिक चीनी सैनिकों की तुलना में 1:5 के अनुपात में थे.”
अब तक का सबसे घातक हमला
चीनियों ने भारतीय सैनिकों का पता लगाने के लिए थर्मल इमेजिंग ड्रोन का प्रयोग किया था. सरकारी सूत्रों के अनुसार “जहाँ तक हमें याद है ये चीनी सेना द्वारा भारतीय सेना पर किया गया अब तक का सबसे घातक हमला था.” लड़ाई में शहीद हुए कर्नल संतोष बाबू उस दौरान ये देखने गए थे कि चीनी सैनिक स्टैंड-ऑफ स्थिति से हटे या नहीं. दरअसल इसका उनकी तरफ से वादा किया गया था. लेकिन जैसे ही वे उस स्थान पर गए वहां लगा शिविर देख हैरान रह गए. तब पीएलए के सैनिक हिंसक हो गए थे. इसके बाद चीनियों की तरफ से हमला बोल दिया गया.
मैत्रीपूर्ण व्यवहार से गए थे भारतीय सैनिक
इंडियन आर्मी के अनुसार वे लोग बिना दुश्मनी के चीनी पक्ष के साथ मैत्रीपूर्ण व्यवहार से सिर्फ यह देखने गए थे कि वादे के मुताबिक डी-एस्केलेशन समझौते का पालन किया गया या नहीं. भारतीय सेना के अधिकारी के अनुसार “हमारे जवान फंस गए थे. उनके ऊपर बड़ी बेरहमी से हमला किया गया. इस दौरान उन्होंने कंटीले तारों और पत्थरों का प्रयोग किया.”
बढ़ सकती है शहीदों की संख्या
सरकारी सूत्रों के अनुसार इंडियन आर्मी के कई जवान गंभीर हालत में है. इनका ट्रीटमेंट हो रहा है. वहीं अधिक सीरियल हालत में 10 से अधिक सैनिक है. इस कारण शहीदों की संख्या बढ़ सकती है. बता दें कि सोमवार देर रात हुई लड़ाई के बाद मंगलवार को भारतीय हेलीकॉप्टरों ने गलवान घाटी में हमले वाली घटना के लिए 16 उड़ाने भरी. इस दौरान वे मृत और घायल जवानों को अपने साथ ले गए. इसके बाद बुधवार को 4 जवानों के शव को गलवान घाटी से लेह लाया गया.
बता दें कि गलवान घाटी चीन और भारत की सीमा के बीच बहने वाली गलवान नदी पर बनी है. यहाँ सड़क निर्माण को लेकर पिछले एक माह से विवाद चल रहा है.